भाग तीन
‘मैं तुम्हें इकट्ठा करूँगा’—शुद्ध उपासना की बहाली का वादा
भाग किस बारे में है: यहेजकेल की भविष्यवाणियों में बताया गया है कि बहाली कैसे की जाएगी
इसराएल में फूट पड़ गयी है और यह बिखर गया है क्योंकि इसने बगावत की है। इस राष्ट्र ने शुद्ध उपासना दूषित कर दी और यहोवा का नाम बदनाम कर दिया। अब यह अपने बुरे कामों का अंजाम भुगत रहा है। इस राष्ट्र के लोग बहुत निराश हैं। मगर इसी दौरान यहोवा यहेजकेल से कई सारी भविष्यवाणियाँ करवाता है जिन्हें सुनकर लोगों को आशा मिलती है। यहोवा जीती-जागती मिसालों और हैरतअंगेज़ दर्शनों के ज़रिए बँधुआई में जी रहे इसराएलियों की हिम्मत बँधाता है। इससे आज भी उन सबका हौसला बढ़ता है जो शुद्ध उपासना की बहाली देखने के लिए तरस रहे हैं।
इस भाग में
अध्याय 8
‘मैं एक चरवाहे को ठहराऊँगा’
परमेश्वर ने यहेजकेल को मसीहा के बारे में एक भविष्यवाणी लिखने के प्रेरित किया। मसीहा आगे चलकर राजा और चरवाहा होता। वह शुद्ध उपासना को हमेशा के लिए बहाल करेगा और यहोवा की भेड़ों की प्यार से देखभाल करेगा।
अध्याय 9
“मैं उन सबको एकता के बंधन में बाँधूँगा”
बैबिलोन की बँधुआई में रहनेवाले वफादार यहूदियों से जो भविष्यवाणियाँ की गयी थीं, वे हमारे मामले में कैसे पूरी होती हैं?
अध्याय 10
“तुम ज़िंदा हो जाओगी”
यहेजकेल एक दर्शन में देखता है कि एक घाटी सूखी हड्डियों से भरी है और फिर उन हड्डियों में जान आ जाती है। जानिए कि इस दर्शन का क्या मतलब है।
अध्याय 11
‘मैंने तुझे पहरेदार ठहराया है’
इस पहरेदार की भूमिका और ज़िम्मेदारियाँ क्या हैं? उसे लोगों को क्या चेतावनी देनी है?
अध्याय 14
“मंदिर का नियम यही है”
यहेजकेल ने मंदिर का जो दर्शन देखा, उससे उस ज़माने के यहूदियों को क्या सीख मिली होगी? आज हमें इस दर्शन से क्या सीख मिलती है?