भाग चार
‘मैं पूरे जोश के साथ अपने पवित्र नाम की पैरवी करूँगा’—शुद्ध उपासना को मिटाने की कोशिश नाकाम हो जाएगी
भाग किस बारे में है: यहोवा अपने लोगों को महा-संकट से बचाएगा
यहोवा लोगों से प्यार करता है लेकिन वह उनसे उनके कामों का लेखा भी लेता है। वह उन लोगों के बारे में कैसा महसूस करता है जो उसकी उपासना करने का दावा तो करते हैं, मगर बुरे काम करके उससे विश्वासघात करते हैं? वह कैसे तय करेगा कि महा-संकट से किसे बचाना है और किसे नहीं? जब यहोवा लोगों से प्यार करता है, तो वह क्यों लाखों की तादाद में दुष्टों का नाश करेगा?
इस भाग में
अध्याय 15
“मैं तेरे वेश्या के कामों का अंत कर दूँगा”
यहेजकेल और प्रकाशितवाक्य किताब में वेश्याओं का जो वर्णन है, उससे हमें क्या सबक मिलता है?
अध्याय 16
‘उनके माथे पर एक निशान लगा’
यहेजकेल के दिनों में वफादार लोगों को बचाने के लिए उन पर जिस तरह निशान लगाया गया था, वह हमारे लिए बहुत मायने रखता है।
अध्याय 17
‘हे गोग, मैं तेरे खिलाफ हूँ’
मागोग देश का गोग कौन है और वह देश क्या है जिस पर वह हमला करता है?
अध्याय 18
“मेरे क्रोध की ज्वाला भड़क उठेगी”
जब गोग यहोवा के लोगों पर हमला करेगा, तो यहोवा का क्रोध भड़क उठेगा और वह अपने लोगों की रक्षा करेगा।