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अध्याय 17

‘हे गोग, मैं तेरे खिलाफ हूँ’

‘हे गोग, मैं तेरे खिलाफ हूँ’

यहेजकेल 38:3

अध्याय किस बारे में है: “गोग” कौन है और वह “देश” क्या है जिस पर वह धावा बोलेगा

1, 2. (क) बहुत जल्द कौन-सा महायुद्ध होनेवाला है? (ख) इस बारे में कौन-से सवाल उठते हैं? (शुरूआती तसवीर देखें।)

 हज़ारों सालों से दुनिया में न जाने कितने ही युद्ध लड़े गए, कितनी ही खून की नदियाँ बहायी गयी हैं। बीसवीं सदी के दो विश्‍व युद्धों ने तो इतनी तबाही मचायी जितनी कि पहले कभी नहीं हुई थी। मगर बहुत जल्द एक ऐसा महायुद्ध होनेवाला है जैसा कि दुनिया में आज तक न कभी देखा गया, न ही सुना गया। अब तक जितने भी युद्ध हुए हैं उनसे यह बिलकुल हटकर होगा, क्योंकि यह देश-देश के बीच होनेवाली कोई लड़ाई नहीं होगी जो स्वार्थ के लिए की जाती है। इसे ‘सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर के महान दिन का युद्ध’ कहा गया है। (प्रका. 16:14) परमेश्‍वर का एक कट्टर दुश्‍मन इस युद्ध को भड़काएगा। कैसे? वह पहले एक ऐसे देश पर हमला करेगा जो परमेश्‍वर को बहुत प्यारा है। तब पूरे जहान का मालिक यहोवा उस देश को बचाने के लिए अपनी विनाशकारी शक्‍ति का ऐसा प्रदर्शन करेगा जैसा उसने पहले कभी नहीं किया।

2 इससे हमारे मन में कुछ सवाल उठ सकते हैं। वह दुश्‍मन कौन है? उस “देश” का मतलब क्या है जिस पर वह हमला करेगा? वह इस देश पर कब, क्यों और कैसे हमला करेगा? इन सवालों के जवाब जानना ज़रूरी है, क्योंकि भविष्य में होनेवाली इन घटनाओं का परमेश्‍वर के लोगों पर गहरा असर पड़ेगा। इन सवालों के जवाब हमें यहेजकेल अध्याय 38 और 39 की एक रोमांचक भविष्यवाणी से मिल सकते हैं।

दुश्‍मन—मागोग देश का गोग

3. मागोग देश के गोग के बारे में की गयी भविष्यवाणी चंद शब्दों में बताइए।

 3 यहेजकेल 38:1, 2, 8, 16, 18; 39:4, 11 पढ़िए। चंद शब्दों में कहें तो भविष्यवाणी यह है, “आखिरी दिनों में” एक दुश्‍मन जिसे ‘मागोग देश का गोग’ कहा गया है, परमेश्‍वर के लोगों के “देश” पर हमला करेगा। तब यहोवा के “क्रोध की ज्वाला” भड़क उठेगी और वह उस देश की खातिर कदम उठाएगा और गोग को हरा देगा। * यहोवा अपने इस दुश्‍मन को और उसका साथ देनेवालों को ‘तरह-तरह के शिकारी पक्षियों और मैदान के जंगली जानवरों का निवाला बना देगा।’ आखिर में वह गोग को “एक कब्रिस्तान” देगा। यह भविष्यवाणी हमारे दिनों में बहुत जल्द पूरी होनेवाली है। मगर यह कैसे पूरी होगी, यह समझने के लिए हमें सबसे पहले जानना होगा कि गोग कौन है।

4. मागोग देश का गोग किसे दर्शाता है?

4 यहेजकेल ने गोग का जिस तरह से वर्णन किया है, उससे हम समझ सकते हैं कि गोग शुद्ध उपासना करनेवालों का दुश्‍मन है। तो क्या गोग शैतान का ही दूसरा नाम है जो शुद्ध उपासना का सबसे बड़ा दुश्‍मन है? कई सालों तक हमारे प्रकाशनों में यही बताया जाता था। लेकिन यहेजकेल की भविष्यवाणी का और भी ध्यान से अध्ययन करने पर इस बारे में हमने अपनी सोच में कुछ फेरबदल की है। हाल की एक प्रहरीदुर्ग  में समझाया गया कि मागोग देश का गोग किसी अदृश्‍य प्राणी को नहीं बल्कि कई देशों के एक समूह या गठबंधन को दर्शाता है जो शुद्ध उपासना को मिटाने की कोशिश करेंगे। * यह हम क्यों कह सकते हैं, इस बारे में हम इस अध्याय में देखेंगे। मगर इससे पहले आइए जानें कि गोग का मतलब शैतान क्यों नहीं हो सकता। इसके लिए हम यहेजकेल की भविष्यवाणी से दो सबूतों पर गौर करेंगे।

5, 6. किन बातों से पता चलता है कि गोग कोई अदृश्‍य प्राणी नहीं है?

5 ‘मैं तुझे तरह-तरह के शिकारी पक्षियों का निवाला बना दूँगा।’  (यहे. 39:4) परमेश्‍वर ने कई बार दुष्टों को सज़ा देने से पहले चेतावनी दी थी कि वह उन्हें शिकारी पक्षियों का निवाला बना देगा। उसने यह चेतावनी इसराएल राष्ट्र को और गैर-इसराएली राष्ट्रों को भी दी थी। (व्यव. 28:26; यिर्म. 7:33; यहे. 29:3, 5) मगर गौर कीजिए कि परमेश्‍वर ने ये चेतावनियाँ हमेशा हाड़-माँस के इंसानों  को दी थीं, न कि अदृश्‍य प्राणियों को। यह सही भी है, क्योंकि शिकारी पक्षी और जंगली जानवर माँस खाते हैं, न कि अदृश्‍य प्राणियों को। लेकिन शैतान तो एक अदृश्‍य प्राणी है, इसलिए वह पक्षियों का निवाला नहीं बन सकता। इस तरह यहेजकेल 39:4 से हमें इस बात का पहला सबूत मिलता है कि गोग शैतान नहीं हो सकता।

6 ‘मैं गोग के लिए इसराएल देश में एक कब्रिस्तान दूँगा।’  (यहे. 39:11) परमेश्‍वर के वचन में ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि अदृश्‍य प्राणियों को धरती पर कब्रों में दफनाया जाएगा। शैतान और उसके दुष्ट स्वर्गदूतों के बारे में बताया गया है कि उन्हें 1,000 साल के लिए अथाह-कुंड में डाल दिया जाएगा। बाद में उन्हें आग और गंधक की झील में फेंक दिया जाएगा जो इस बात को दर्शाता है कि हमेशा के लिए उनका नाश कर दिया जाएगा। (लूका 8:31; प्रका. 20:1-3, 10) मगर जहाँ तक गोग की बात है, उसके बारे में कहा गया है कि उसे धरती पर “कब्रिस्तान” दिया जाएगा। इस तरह यहेजकेल 39:11 से हमें इस बात का दूसरा सबूत मिलता है कि गोग शैतान नहीं हो सकता।

7, 8. (क) ‘उत्तर के राजा’ का अंत कब होगा? (ख) उत्तर के राजा और गोग के अंत में क्या समानता है?

7 अगर गोग अदृश्‍य प्राणी नहीं है तो वह कौन है या क्या है जो शुद्ध उपासना करनेवालों पर आखिरी हमला करेगा? आइए दो भविष्यवाणियों की जाँच करें जिनसे हमें पता चलेगा कि मागोग देश का गोग किसे दर्शाता है।

8 “उत्तर का राजा।”  (दानियेल 11:40-45 पढ़िए।) दानियेल ने भविष्यवाणी की थी कि उसके ज़माने से लेकर हमारे ज़माने तक कौन-कौन-सी विश्‍व-शक्‍तियाँ आएँगी। उसने यह भी बताया कि “उत्तर का राजा” और “दक्षिण का राजा” एक-दूसरे को हराने के लिए आपस में लड़ते रहेंगे। सदियों के दौरान इन दो राजाओं ने अलग-अलग राष्ट्रों को दर्शाया जो एक-दूसरे से ऊपर उठने के लिए लगातार संघर्ष करते रहे। दानियेल ने बताया कि “अंत के समय में” उत्तर का राजा क्या करेगा। वह “बड़ी जलजलाहट में आकर बहुतों को नाश करने और मिटाने के लिए निकल पड़ेगा।” उत्तर के राजा का आखिरी हमला यहोवा के सेवकों पर होगा। * वह उन्हें अपना खास निशाना बनाएगा। लेकिन वह नाकाम हो जाएगा और “उसका अंत हो जाएगा।” मागोग देश के गोग के बारे में भी यही बताया गया है।

9. “सारे जगत के राजाओं” और गोग के अंत में क्या समानता है?

9 ‘सारे जगत के राजा।’  (प्रकाशितवाक्य 16:14, 16; 17:14; 19:19, 20 पढ़िए।) प्रकाशितवाक्य किताब में यह भविष्यवाणी दर्ज़ है कि “धरती के राजा” यीशु पर हमला करने के लिए निकल पड़ेंगे जो “राजाओं का राजा” है। लेकिन वे नाकाम हो जाएँगे, क्योंकि यीशु स्वर्ग में है। इसलिए वे धरती पर उन लोगों पर हमला करेंगे जो परमेश्‍वर के राज का साथ देते हैं। मगर फिर हर-मगिदोन के महायुद्ध में धरती के इन राजाओं को मुँह की खानी पड़ेगी और उनका अंत हो जाएगा। ध्यान दीजिए कि यहोवा के सेवकों पर हमला करने के बाद ही उनका अंत होगा। मागोग देश के गोग के बारे में भी यही बताया गया है। *

10. मागोग देश का गोग कौन है?

10 इन सारी बातों पर ध्यान देने से दो बातें साफ हो जाती हैं। एक तो यह कि गोग एक अदृश्‍य प्राणी नहीं है। दूसरी बात, वह धरती के राष्ट्रों को दर्शाता है जो बहुत जल्द परमेश्‍वर के लोगों पर हमला करेंगे। बेशक ये सारे राष्ट्र एक-दूसरे के साथ गठबंधन करके उन पर हमला करेंगे। यह हम क्यों कह सकते हैं? क्योंकि परमेश्‍वर के सेवक पूरी धरती पर फैले हुए हैं, इसलिए उन पर हमला करने के लिए उन्हें एकजुट होना ही पड़ेगा। (मत्ती 24:9) यह सच है कि इन राष्ट्रों को भड़कानेवाला शैतान ही होगा, क्योंकि सदियों से उसी ने राष्ट्रों को शुद्ध उपासना का विरोध करने के लिए उकसाया है। (1 यूह. 5:19; प्रका. 12:17) मगर यहेजकेल की भविष्यवाणी में जिस गोग की बात की गयी है, वह शैतान को नहीं बल्कि धरती के राष्ट्रों  को दर्शाता है जो यहोवा के लोगों पर हमला करेंगे। *

“देश” का मतलब क्या है?

11. भविष्यवाणी में उस “देश” का वर्णन कैसे किया गया है जिस पर गोग हमला करेगा?

11 जैसे हमने  पैराग्राफ 3 में देखा था, मागोग देश का गोग एक ऐसे “देश” पर हमला करेगा जो यहोवा को बहुत प्यारा है। तब यहोवा के क्रोध की ज्वाला भड़क उठेगी। यह “देश” किसे दर्शाता है, यह जानने के लिए आइए यहेजकेल की भविष्यवाणी पर दोबारा गौर करें। (यहेजकेल 38:8-12 पढ़िए।) भविष्यवाणी में बताया गया है कि गोग ‘उस देश पर धावा बोलेगा जिसके लोग बहाल किए गए हैं’ और जिसके लोगों को “दूसरे राष्ट्रों से दोबारा इकट्ठा किया गया है।” यह भी बताया गया है कि उस देश में रहनेवाले यहोवा के लोग “महफूज़ जी रहे” होंगे। वे ऐसी बस्तियों में रह रहे होंगे “जिनकी हिफाज़त के लिए न कोई दीवार है, न कोई फाटक और न बेड़े” और वे “अपनी धन-संपत्ति बढ़ाते जा रहे” होंगे। इस देश में रहनेवाले लोग यहोवा के सेवक हैं जो पूरी दुनिया में फैले हुए हैं। लेकिन वह देश क्या है, यह हम कैसे जान सकते हैं?

12. इसराएल देश में कैसी बहाली हुई थी?

12 जवाब के लिए आइए प्राचीन इसराएल की बहाली पर गौर करें। सदियों से इस देश में यहोवा के चुने हुए लोग रहते थे, काम करते थे और उसकी उपासना करते थे। लेकिन जब वे यहोवा की आज्ञाओं के खिलाफ जाने लगे, तो उसने यहेजकेल के ज़रिए उन्हें बताया कि उनका देश उजाड़ दिया जाएगा और वीरान हो जाएगा। (यहे. 33:27-29) लेकिन यहोवा ने यह भी बताया कि पश्‍चाताप करनेवाले कुछ लोग बैबिलोन की बँधुआई से अपने देश लौट आएँगे और शुद्ध उपासना बहाल करेंगे। यहोवा की आशीष से इसराएल देश “अदन के बाग जैसा” खूबसूरत बन जाएगा और फलने-फूलने लगेगा। (यहे. 36:34-36) जब यहूदी ईसा पूर्व 537 में बँधुआई से यरूशलेम लौटे, तब से वहाँ शुद्ध उपासना बहाल होने लगी।

13, 14. (क) लाक्षणिक देश क्या है? (ख) यह देश क्यों यहोवा को प्यारा है?

13 आज के ज़माने में भी यहोवा के सेवकों ने कुछ इसी तरह की बहाली का अनुभव किया है। इस किताब के अध्याय 9 में हमने देखा था कि 1919 के आते-आते परमेश्‍वर के लोग महानगरी बैबिलोन की लंबी कैद से आज़ाद हो गए थे। उस साल यहोवा ने अपने लोगों को एक लाक्षणिक देश में बसाया। वह देश है लाक्षणिक फिरदौस यानी फिरदौस जैसा माहौल जहाँ हम यहोवा के सेवक महफूज़ बसे हुए हैं और साथ मिलकर शांति से सच्चे परमेश्‍वर की उपासना करते हैं। (नीति. 1:33) यह लाक्षणिक तौर पर एक फलता-फूलता देश है। यह हम इसलिए कह सकते हैं, क्योंकि इस फिरदौस में हमें बाइबल पर आधारित प्रकाशन बहुतायत में मिलते हैं और हमारे पास परमेश्‍वर के राज से जुड़े बहुत-से काम हैं जिनसे हमें संतुष्टि मिलती है। हम अनुभव कर रहे हैं कि इस नीतिवचन की बात कितनी सच है, “यहोवा की आशीष ही एक इंसान को अमीर बनाती है और वह उसके साथ कोई दर्द नहीं देता।” (नीति. 10:22) अगर हम अपनी कथनी और करनी से दिखाएँगे कि हम पूरे जोश से शुद्ध उपासना करते हैं, तो हम कह सकते हैं कि हम इस लाक्षणिक देश में जी रहे हैं, फिर चाहे हम धरती पर कहीं भी रहते हों।

14 यह लाक्षणिक देश यहोवा के लिए बहुत अनमोल है। वह क्यों? क्योंकि इस देश के लोगों को यहोवा ने “सब राष्ट्रों” से अपनी तरफ खींचा है ताकि वे उसकी उपासना कर सकें। वे उसकी नज़र में “अनमोल” हैं। (हाग्गै 2:7; यूह. 6:44) ये लोग नयी शख्सियत पैदा करने यानी खुद में यहोवा के जैसे गुण बढ़ाने की पूरी कोशिश करते हैं। (इफि. 4:23, 24; 5:1, 2) यहोवा के ये उपासक जी-जान से उसकी सेवा करते हैं, क्योंकि वे उससे प्यार करते हैं और उसकी महिमा करना चाहते हैं। (रोमि. 12:1, 2; 1 यूह. 5:3) यहोवा को यह देखकर कितनी खुशी होती होगी कि वे इस लाक्षणिक देश की खूबसूरती बढ़ाने के लिए कितनी मेहनत करते हैं। जब आप भी अपनी ज़िंदगी में शुद्ध उपासना को पहली जगह देते हैं, तो आप न सिर्फ लाक्षणिक फिरदौस को खूबसूरत बनाते हैं बल्कि यहोवा का दिल भी खुश करते हैं!—नीति. 27:11.

चाहे हम कहीं भी रहें, अगर हम जोश से शुद्ध उपासना करें, तो हम लाक्षणिक फिरदौस में जी रहे होंगे (पैराग्राफ 13, 14 देखें)

गोग इस देश पर कब, क्यों और कैसे हमला करेगा?

15, 16. गोग हमारे लाक्षणिक देश पर कब हमला करेगा?

15 वह समय बहुत जल्द आनेवाला है जब राष्ट्रों का एक गठबंधन हमारे इस प्यारे लाक्षणिक देश पर हमला करेगा। हम सबको उस हमले का सामना करना होगा। इसलिए हमें इस हमले के बारे में जानना चाहिए। आइए इससे जुड़े तीन सवालों पर गौर करें।

16 मागोग का गोग बहाल किए गए लाक्षणिक देश पर कब हमला करेगा?  भविष्यवाणी कहती है कि “आखिरी दिनों में” गोग परमेश्‍वर के लोगों पर हमला करेगा। (यहे. 38:16) इससे पता चलता है कि यह हमला दुनिया की व्यवस्था के आखिरी दिनों में होगा। याद रखिए कि महा-संकट की शुरूआत तब होगी जब महानगरी बैबिलोन यानी सभी झूठे धर्मों का नाश किया जाएगा। झूठे धार्मिक संगठनों के नाश के बाद  और हर-मगिदोन शुरू होने से पहले  गोग यहोवा के उपासकों पर चौतरफा हमला करेगा।

17, 18. महा-संकट के दौरान यहोवा घटनाओं का रुख कैसे मोड़ेगा?

17 गोग यहोवा की शुद्ध उपासना करनेवालों के देश पर क्यों हमला करेगा?  यहेजकेल की भविष्यवाणी में इसके दो कारण बताए गए हैं। एक तो यह कि इसके पीछे यहोवा का हाथ होगा। दूसरा यह कि गोग अपने बुरे इरादों को अंजाम देने के लिए ऐसा करेगा।

18 इसके पीछे यहोवा का हाथ होगा।  (यहेजकेल 38:4, 16 पढ़िए।) ध्यान दीजिए कि यहोवा गोग से कहता है, ‘मैं तेरे जबड़ों में काँटे डालूँगा’ और ‘मैं तुझे अपने देश के खिलाफ लाऊँगा।’ क्या इसका यह मतलब है कि यहोवा राष्ट्रों से ज़बरदस्ती अपने उपासकों पर हमला करवाएगा? बिलकुल नहीं। वह अपने लोगों का कभी बुरा नहीं कर सकता। (अय्यू. 34:12) लेकिन यहोवा अपने दुश्‍मनों की फितरत अच्छी तरह जानता है कि वे शुद्ध उपासना करनेवालों से नफरत करेंगे और उन्हें तबाह करने का मौका हाथ से नहीं जाने देंगे। (1 यूह. 3:13) यहोवा मानो गोग के जबड़ों में काँटे डालेगा और उसे खींचेगा यानी वह घटनाओं का रुख इस तरह मोड़ेगा कि उसकी मरज़ी पूरी हो, वह भी उसके ठहराए समय पर। महानगरी बैबिलोन के नाश के बाद यहोवा शायद राष्ट्रों को वह काम करने का बढ़ावा देगा जो उन्होंने पहले ही दिल में ठान लिया है। वह है, यहोवा के लोगों पर हमला करना। इस तरह यहोवा ऐसा माहौल तैयार करेगा कि गोग उसके अनमोल देश पर हमला करे। इसके बाद दुनिया का सबसे बड़ा युद्ध हर-मगिदोन होगा। फिर वह अपने लोगों को छुटकारा दिलाएगा, अपनी हुकूमत बुलंद करेगा और अपने नाम को पवित्र करेगा।—यहे. 38:23.

राष्ट्र हमें शुद्ध उपासना करने से रोकना चाहेंगे, क्योंकि वे शुद्ध उपासना से और इसे बढ़ावा देनेवालों से सख्त नफरत करते हैं

19. गोग क्यों हमारी संपत्ति लूटना चाहेगा?

19 गोग के बुरे इरादे।  भविष्यवाणी कहती है कि दुनिया के राष्ट्र ‘एक साज़िश रचेंगे।’ वे लंबे समय से यहोवा के उपासकों से नफरत करते आए हैं, इसलिए वे उन पर अपनी भड़ास निकालना चाहेंगे। उन्हें लगेगा कि यहोवा के सेवक बिलकुल लाचार हैं। वे मानो “ऐसी बस्तियों में रहते हैं जिनकी हिफाज़त के लिए न कोई दीवार है, न कोई फाटक और न बेड़े।” वे देखेंगे कि यहोवा के लोग “अपनी धन-संपत्ति बढ़ाते जा रहे हैं,” इसलिए वे उन्हें ‘लूटने और उनसे खूब सारा माल बटोरने’ की ताक में होंगे। (यहे. 38:10-12) यह “धन-संपत्ति” क्या है? यह यहोवा के लोगों की लाक्षणिक धन-संपत्ति है। हमें शुद्ध उपासना करने का जो सुअवसर मिला है, वह हमारी सबसे अनमोल संपत्ति है। हम सिर्फ यहोवा की उपासना करते हैं। लेकिन राष्ट्र हमारी यह संपत्ति लूटने की कोशिश करेंगे यानी हमें शुद्ध उपासना करने से रोकना चाहेंगे, क्योंकि वे शुद्ध उपासना से और इसे बढ़ावा देनेवालों से सख्त नफरत करते हैं।

गोग शुद्ध उपासना को मिटाने के लिए “एक साज़िश रचेगा,” मगर नाकाम हो जाएगा (पैराग्राफ 19 देखें)

20. गोग हमारे लाक्षणिक फिरदौस पर कैसे हमला करेगा?

20 गोग लाक्षणिक देश या फिरदौस पर कैसे हमला करेगा?  हो सकता है दुनिया के राष्ट्र हमारी सेवा में बाधा डालने और हमें उपासना करने से रोकने की कोशिश करें। लाक्षणिक फिरदौस में हम जिन आशीषों का आनंद उठाते हैं, उन पर शायद वे रोक लगा दें। शायद वे बाइबल के प्रकाशन हम तक पहुँचने न दें, हमें सभाओं में मिलने न दें, हमारे बीच फूट डालने की कोशिश करें और हमें प्रचार करने से रोकें। शैतान के उकसाने पर दुनिया के राष्ट्र यहोवा के सभी लोगों का नाश करने और शुद्ध उपासना को मिटाने की कोशिश करेंगे।

21. आप किस बात के लिए यहोवा के शुक्रगुज़ार हैं?

21 गोग का हमला परमेश्‍वर के सभी सच्चे उपासकों पर गहरा असर करेगा। इसलिए हम यहोवा के कितने शुक्रगुज़ार हैं कि उसने हमें इस हमले के बारे में पहले से आगाह किया है। आज जब महा-संकट का समय तेज़ी से नज़दीक आ रहा है, तो आइए ठान लें कि हम अपनी ज़िंदगी में शुद्ध उपासना को पहली जगह देते रहेंगे। ऐसा करके हम लाक्षणिक देश को और भी खूबसूरत बनाने में सहयोग दे रहे होंगे। और हम जल्द ही इतिहास की सबसे रोमांचक घटना अपनी आँखों से देख सकेंगे। हर-मगिदोन में हम देखेंगे कि यहोवा कैसे अपने लोगों को बचाता है और अपने पवित्र नाम को बुलंद करता है। इस बारे में अगले अध्याय में ज़्यादा बताया जाएगा।

^ पैरा. 3 इस किताब के अगले अध्याय में हम देखेंगे कि गोग पर यहोवा के क्रोध की ज्वाला कब और कैसे भड़क उठेगी और शुद्ध उपासना करनेवालों पर इसका क्या असर होगा।

^ पैरा. 4 15 मई, 2015 की प्रहरीदुर्ग  के पेज 29-30 पर दिया लेख “आपने पूछा” पढ़ें।

^ पैरा. 8 दानियेल 11:45 से पता चलता है कि उत्तर का राजा परमेश्‍वर के लोगों पर हमला करेगा। वहाँ लिखा है कि यह राजा “अपने शाही तंबू विशाल सागर [भूमध्य सागर] और सुंदर देश के पवित्र पहाड़ [जहाँ एक वक्‍त पर परमेश्‍वर का मंदिर था और उसके लोग उसकी उपासना करते थे] के बीच खड़े करेगा।”

^ पैरा. 9 बाइबल यह भी बताती है कि आज के ज़माने का “अश्‍शूरी” परमेश्‍वर के लोगों को मिटाने की कोशिश करेगा। (मीका 5:5) परमेश्‍वर के लोगों पर होनेवाले हमले के बारे में चार बार बताया गया है: मागोग देश के गोग का हमला, उत्तर के राजा का हमला, धरती के राजाओं का हमला और अश्‍शूरी का हमला। इस तरह अलग-अलग नामों से एक ही हमले की भविष्यवाणी की गयी है।

^ पैरा. 10 प्रकाशितवाक्य 20:7-9 में बताया गया “गोग और मागोग” कौन है, यह जानने के लिए इस किताब का अध्याय 22 पढ़ें।