इस जानकारी को छोड़ दें

विषय-सूची को छोड़ दें

एक अनोखी किताब

एक अनोखी किताब

उसी शाम जब लाक्‍ता काम से घर लौटा, तो लोमू ने उसे वह सारी बातें कह सुनायी जो नीमा ने उसे बतायी थीं। लाक्‍ता को उसकी बातें दिलचस्प लगीं। मगर उसने कई लोगों से सुख-शांति की ओर ले जानेवाले अलग-अलग मार्ग के बारे में सुन रखा था। इसलिए उसे लोमू की बातों पर यकीन करना मुश्‍किल लगा। फिर भी उसने सोचा कि वह नीमा के पति, पासन से इस सिलसिले में बात करेगा। अगले शनिवार, उसने पासन से मुलाकात की और उस किताब के बारे में पूछा।

पासन ने बताया, “उस किताब का नाम है बाइबल। मैं इसे काफी समय से पढ़ रहा हूँ और मुझे पूरा यकीन है कि इसमें लिखी हर बात सच्ची और भरोसेमंद है।”

लाक्‍ता के मन में कुछ सवाल थे। उसने पासन से पूछा, “चारों तरफ तंगहाली और दुख-तकलीफें फैली हुई हैं, जो खत्म होने का नाम नहीं लेतीं। और इनका असर हर जाति और तबके के लोगों पर हो रहा है। इतना ही नहीं, आज ऐसे फलसफों और धर्मों की कोई कमी नहीं, जो सुख और शांति के मार्ग पर ले जाने का दावा करते हैं। मगर अफसोस इनमें से कोई भी युद्ध, बुरी सरकार, जाति-भेद और गरीबी जैसी समस्याओं को हटाने में कामयाब नहीं हो पाए हैं। क्या यह किताब आजकल के धर्मों और फलसफों से कुछ हटकर बताती है?”

पासन ने लाक्‍ता को कुछ ऐसी बातें बतायीं, जिसे सुनकर वह हैरान रह गया। उसने उसे बाइबल से दिखाया, “एक मनुष्य दूसरे मनुष्य पर अधिकारी होकर अपने ऊपर हानि लाता है” और “मनुष्य का मार्ग उसके वश में नहीं है।” लाक्‍ता ने कहा कि कोई भी इस बात को झुठला नहीं सकता। क्योंकि उसके अपने देश में साथ ही, पश्‍चिमी देशों में भी यही हाल है।

पासन ने आगे बताया कि बाइबल पर विश्‍वास करने के और भी कई वाजिब कारण हैं। उसने कहा, “बाइबल न सिर्फ रोज़मर्रा की ज़िंदगी के बारे में बढ़िया सलाह देती है, जैसा कि नीमा ने लोमू को बताया था। बल्कि यह साफ-साफ बताती है कि दुनिया की सारी समस्याओं की जड़ क्या है?” फिर पासन ने कहा, “आपको बाइबल की एक और खासियत बताऊँ, विज्ञान से जुड़ी बातों के बारे में भी यह एकदम सही जानकारी देती है।”

लाक्‍ता को अभी-भी यकीन नहीं हो रहा था। उसने पासन से पूछा, “यह कैसे हो सकता है कि इतनी पुरानी किताब, आज के ज़माने की समस्याओं को सुलझाने में हमारी मदद कर सकती है और विज्ञान से जुड़ी बातों के बारे में भी सही-सही जानकारी देती है।” वह यह भी जानना चाहता था कि इस किताब को किसने लिखा है।

पासन ने उसे बताया, “बाइबल को किसी एक इंसान ने नहीं बल्कि 40 से भी ज़्यादा अलग-अलग इंसानों ने लिखा है। दरअसल, यह 66 छोटी-छोटी किताबों से मिलकर बनी है, जिन्हें करीब 1,600 साल के दौरान लिखा गया। इसकी आखिरी किताब को लिखे आज करीब 1,900 साल हो चुके हैं। हालाँकि इसे लिखनेवालों को विज्ञान के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं थी, लेकिन उन्होंने इससे जुड़ी बातों के बारे में सही-सही जानकारी दर्ज़ की, जिसके बारे में हज़ारों साल बाद जाकर पता लगाया गया। उदाहरण के लिए, एक बाइबल लेखक ने लिखा कि पृथ्वी अंतरिक्ष में ‘बिना टेक लटकी हुई है’ और एक दूसरे लेखक ने बताया कि पृथ्वी का आकार गोल है। जब ये बातें लिखी गयी थीं, तब लोग पृथ्वी के बारे में इन सच्चाइयों से बेखबर थे। दरअसल, हाल ही के समय में वैज्ञानिकों ने इन सच्चाइयों का पता लगाया है।”

लाक्‍ता ने हैरान होकर कहा, “अरे वाह! क्या ही बढ़िया बात बतायी तुमने।” फिर पासन ने लाक्‍ता को बाइबल से एक और लाजवाब बात बतायी।

उसने कहा, “बाइबल में बैबिलोन साम्राज्य के विनाश के बारे में एक भविष्यवाणी दर्ज़ की गयी थी और वह भी उसके विनाश के करीब 200 साल पहले! बैबिलोन उस वक्‍त की विश्‍व शक्‍ति था। बाइबल में बताया गया था कि बैबिलोन पर कैसे जीत हासिल की जाएगी। और सबसे हैरतअँगेज़ बात तो यह है कि इसमें उस राजा का नाम भी बता दिया गया था, जो उस वक्‍त पैदा भी नहीं हुआ था और जो बैबिलोन पर फतह हासिल करता! बाइबल में इस तरह की और भी कई भविष्यवाणियाँ दर्ज़ हैं।”

लाक्‍ता इन बातों पर सोच ही रहा था कि पासन ने उसे एक और बात बतायी जिसे सुनकर वह और भी दंग रह गया। उसने कहा, “क्या तुम्हें मालूम है लाक्‍ता, जो परेशानियाँ आज हम तुम और दूसरे झेल रहे हैं उसके बारे में बाइबल में 1,900 साल पहले ही बता दिया गया था?” फिर उसने लाक्‍ता को बाइबल से यह आयत पढ़कर सुनायी।

  • आज हम जिन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उस बारे में बाइबल में बरसों पहले ही बता दिया गया था

    “यह जान ले कि आखिरी दिनों में संकटों से भरा ऐसा वक्‍त आएगा जिसका सामना करना मुश्‍किल होगा। इसलिए कि लोग सिर्फ खुद से प्यार करनेवाले, पैसे से प्यार करनेवाले, डींगें मारनेवाले, मगरूर, निंदा करनेवाले, माता-पिता की न माननेवाले, एहसान न माननेवाले, विश्‍वासघाती, मोह-ममता न रखनेवाले, किसी भी बात पर राज़ी न होनेवाले, बदनाम करनेवाले, असंयमी, खूँखार, भलाई से प्यार न रखनेवाले, धोखेबाज़, ढीठ, घमंड से फूले हुए, परमेश्‍वर के बजाय मौज-मस्ती से प्यार करनेवाले होंगे। वे भक्‍ति का दिखावा तो करेंगे, मगर उनकी ज़िंदगी में इसकी शक्‍ति का असर नहीं दिखायी देगा।”

फिर उसने लाक्‍ता को बताया कि बाइबल की दूसरी आयतों में भविष्यवाणी की गयी है कि दुनिया के हर कोने में युद्ध, बीमारियाँ, अकाल, भूकंप और दुराचार होगा।

लाक्‍ता ने जब जाना कि वह और उसकी पत्नी जिन मुश्‍किलों का सामना कर रहे हैं उसके बारे में बाइबल में सालों पहले ही बता दिया गया था, तो उसने दाँतों तले उँगली दबा ली।

उसने कहा, “यह वाकई गज़ब की बात है!”