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एक बुद्धिमान और शक्‍तिशाली परमेश्‍वर

एक बुद्धिमान और शक्‍तिशाली परमेश्‍वर

पासन ने लाक्‍ता और लोमू को बताया कि परमेश्‍वर की बनायी चीज़ों से हम उसके और भी कई गुणों के बारे में सीख सकते हैं। फिर उसने उन्हें यह आयत पढ़कर सुनायी।

  • “हे यहोवा तेरे काम अनगिनित हैं! इन सब वस्तुओं को तू ने बुद्धि से बनाया है; पृथ्वी तेरी सम्पत्ति से परिपूर्ण है।”​—भजन 104:24.

पासन ने कहा, “हमारे आस-पास पाए जानेवाले छोटे-छोटे कीड़े-मकोड़ों से भी हम यहोवा की बुद्धि के बारे में जान सकते हैं। एक छोटी-सी चींटी को ही ले लीजिए। बाइबल कहती है कि उनमें सहज बुद्धि होती है।”

हम अकसर देखते हैं कि चींटियाँ कैसे पत्तों के छोटे-छोटे टुकड़े कर अपनी बस्तियों में ले जाती हैं। आपको क्या लगता है, उन्हें ऐसा करना किसने सिखाया? चींटियों के बारे में बाइबल के एक लेखक ने बताया कि वे “अत्यन्त बुद्धिमान” होती हैं। ज़रा सोचिए किसने इन्हें बनाया? किसने इन्हें इतनी बुद्धि दी? बाइबल इसका जवाब देती है कि यहोवा ने, जिसने आकाश और पृथ्वी बनायी है।​—नीतिवचन 30:24, 25.

चींटियों में सहज बुद्धि अपने आप नहीं आ सकती

लाक्‍ता ने कहा, “मानना पड़ेगा! इन सहज बुद्धिवाले जीवों के पीछे ज़रूर एक रचनाकार और सृष्टिकर्ता है।”

इसके बाद पासन ने एक ज़बरदस्त बात कही। उसने कहा, “क्या आप जानते हैं, अगर आज हम ज़िंदा हैं तो सिर्फ यहोवा की बुद्धि की वजह से।” यह सुनकर लाक्‍ता और लोमू सोच में पड़ गए कि यह कैसे हो सकता है?

पृथ्वी अपनी धुरी पर चक्कर लगाती है जिससे जीवन कायम रहता है

पासन ने कहा, मैं यह जानकर दंग रह गया कि पृथ्वी पर वह हर चीज़ मौजूद है जो हमारा जीवन कायम रखने के लिए ज़रूरी है। मिसाल के लिए, पृथ्वी एकदम सही रफ्तार में अपनी धुरी पर और सूरज के आस-पास अपनी कक्षा में चक्कर लगाती है, ताकि सूरज की ऊर्जा सही मात्रा में पूरी पृथ्वी पर फैल सके। गुरुत्वाकर्षण की वजह से वायुमंडल पृथ्वी से जुड़ा रहता है, वरना इसमें पायी जानेवाली सारी गैसें उड़ जाएँगी। यही नहीं, गुरुत्वाकर्षण बल इतना ज़्यादा भी नहीं है कि हमारे लिए चलना-फिरना मुश्‍किल हो जाए। पृथ्वी पर ढेर सारा पानी भी मौजूद है जो जीवन के लिए बेहद ज़रूरी है। इतना ही नहीं, मिट्टी में पोषक तत्त्व पाए जाते हैं जिन्हें पेड़-पौधे पानी के साथ-साथ सोख लेते हैं और बढ़ते जाते हैं।

फिर पासन ने कहा, “मुझे पूरा यकीन है कि यह सारी चीज़ें अपने आप नहीं आयीं बल्कि असीम बुद्धि के भंडार, यहोवा ने इन्हें कायदे से बनाया है और ये जिंदा रहने के लिए ज़रूरी हैं।”

इस बात पर लाक्‍ता और लोमू ने सिर हिलाते हुए हामी भरी।

इसके बाद, पासन ने परमेश्‍वर के एक और गुण की तरफ उनका ध्यान खींचा। यह गुण है शक्‍ति। लाक्‍ता जानना चाहता था कि बाइबल इस गुण के बारे में क्या कहती है। इसलिए पासन ने बाइबल से उनके लिए यह आयत पढ़ी:

  • “प्रभु यहोवा, तू ने बड़े सामर्थ और बढ़ाई हुई भुजा से आकाश और पृथ्वी को बनाया है!”​—यिर्मयाह 32:17.

पासन ने कहा, “सूरज की ऊर्जा पर गौर करने से हम यहोवा की शक्‍ति का थोड़ा-बहुत अंदाज़ा लगा सकते हैं। जब आप गुनगुनी धूप में बाहर निकलते हैं, तो क्या आपको सूरज की तपिश महसूस नहीं होती? क्या आप जानते हैं कि सूरज कितना गरम है?”

लाक्‍ता ने जवाब दिया, “हाँ, हमारे यहाँ बारिश के मौसम से पहले सूरज आग उगलता है।”

सोचिए सूरज को बनानेवाले के पास कितनी शक्‍ति होगी!

पासन ने बताया कि उसने पढ़ा है कि सूरज के केंद्र का तापमान लगभग 1 करोड़ 50 लाख सेंटीग्रेड होता है। अगर आप सूरज के केंद्र से सुई की नोक के आकार का टुकड़ा लें और इस धरती पर रखें, तो आप इसके आस-पास 150 किलोमीटर के दायरे में खड़े नहीं हो सकते! हर सेकंड, सूरज इतनी ऊर्जा पैदा करता है जितनी करोड़ों न्यूक्लियर बमों के फटने से निकलती है।

पासन ने पूछा, “अगर सूरज में इतनी ज़बरदस्त ऊर्जा है, तो इसके बनानेवाले में कितनी शक्‍ति होगी? हमारे लिए इसका अंदाज़ा लगाना भी नामुमकिन है। दरअसल सूरज तो यहोवा की अपार शक्‍ति का बस छोटा-सा नमूना है।”

पासन की बातें सुनकर लाक्‍ता और लोमू को यकीन हो चला कि विश्‍व में पायी जानेवाली खूबसूरत चीज़ें अपने आप नहीं आ सकतीं। इन्हें ज़रूर एक सृष्टिकर्ता ने रचा है। और वे समझ गए कि यहोवा ही वह सृष्टिकर्ता है। हालाँकि हम उसे अपनी आँखों से नहीं देख सकते, लेकिन वह एक असल शख्स है। और उसकी बनायी चीज़ों में हम उसका प्यार, न्याय, बुद्धि और शक्‍ति साफ देख सकते हैं।