रविवार
“खुद को परमेश्वर के प्यार के लायक बनाए रखो”—यहूदा 21
सुबह का कार्यक्रम
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9:20 संगीत का वीडियो
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9:30 गीत नं. 106 और प्रार्थना
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9:40 परिचर्चा: याद रखिए कि प्यार . . .
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सब्र रखता है और कृपा करता है (1 कुरिंथियों 13:4)
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जलन नहीं रखता; डींगें नहीं मारता (1 कुरिंथियों 13:4)
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घमंड से नहीं फूलता; गलत व्यवहार नहीं करता (1 कुरिंथियों 13:4, 5)
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सिर्फ अपने फायदे की नहीं सोचता; भड़क नहीं उठता (1 कुरिंथियों 13:5)
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चोट का हिसाब नहीं रखता; बुराई से खुश नहीं होता (1 कुरिंथियों 13:5, 6)
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सच्चाई से खुशी पाता है; सबकुछ बरदाश्त कर लेता है (1 कुरिंथियों 13:6, 7)
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सब बातों पर यकीन करता है; सब बातों की आशा रखता है (1 कुरिंथियों 13:7)
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सबकुछ धीरज से सह लेता है; प्यार कभी नहीं मिटता (1 कुरिंथियों 13:7, 8)
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11:10 गीत नं. 150 और घोषणाएँ
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11:20 बाइबल पर आधारित जन भाषण: नफरत से भरी इस दुनिया में सच्चा प्यार किन लोगों के बीच है? (यूहन्ना 13:34, 35)
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11:50 प्रहरीदुर्ग का सारांश
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12:20 गीत नं. 1 और अंतराल
दोपहर का कार्यक्रम
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1:35 संगीत का वीडियो
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1:45 गीत नं. 124
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1:50 नाटक: योशियाह की कहानी: यहोवा से प्यार करो और बुराई से नफरत!—भाग 2 (2 राजा 22:3-20; 23:1-25; 2 इतिहास 34:3-33; 35:1-19)
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2:30 ‘यहोवा के अटल प्यार के कामों पर गौर से सोचिए’ (भजन 107:43; इफिसियों 5:1, 2)
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3:30 नया गीत और प्रार्थना