इन सवालों के जवाब जानिए
1. अगर हम विश्वास करें, तो हमें क्या आशीषें मिलेंगी? (यूह. 3:16)
2. हम इसहाक और रिबका, एस्तेर और तीमुथियुस की तरह विश्वास कैसे कर सकते हैं? (सभो. 4:11, 12; भज. 119:46; 2 तीमु. 1:5)
3. प्रचार में रुकावटें आने पर भी हम क्यों इस काम में लगे रहते हैं? (2 कुरिं. 4:13)
4. हम हर दिन कैसे ‘विश्वास से चल’ सकते हैं? (2 कुरिं. 5:7)
5. अगर हम चाहते हैं कि यहोवा हमें जाने, तो हमें क्या करना होगा? (2 तीमु. 2:19; याकू. 4:6; 2 कुरिं. 13:5)