शुक्रवार
“प्यार सब्र रखता है”—1 कुरिंथियों 13:4
सुबह का कार्यक्रम
-
9:20 संगीत का वीडियो
-
9:30 गीत नं. 66 और प्रार्थना
-
9:40 चेयरमैन का भाषण: सब्र रखना क्यों ज़रूरी है? (याकूब 5:7, 8; कुलुस्सियों 1:9-11; 3:12)
-
10:10 परिचर्चा: “हर चीज़ का एक समय होता है”
-
• समय के बारे में यहोवा जैसा नज़रिया रखिए (सभोपदेशक 3:1-8, 11)
-
• दोस्ती करने में वक्त लगता है (नीतिवचन 17:17)
-
• यहोवा के साथ रिश्ता मज़बूत करने में वक्त लगता है (मरकुस 4:26-29)
-
• लक्ष्य हासिल करने में वक्त लगता है (सभोपदेशक 11:4, 6)
-
-
11:05 गीत नं. 143 और घोषणाएँ
-
11:15 नाटक के अंदाज़ में पढ़ी गयी आयतें: दाविद ने किया यहोवा के वक्त का इंतज़ार (1 शमूएल 24:2-15; 25:1-35; 26:2-12; भजन 37:1-7)
-
11:45 परमेश्वर के महान सब्र को अनमोल समझिए (रोमियों 2:4, 6, 7; 2 पतरस 3:8, 9; प्रकाशितवाक्य 11:18)
-
12:15 गीत नं. 147 और अंतराल
दोपहर का कार्यक्रम
-
1:35 संगीत का वीडियो
-
1:45 गीत नं. 17
-
1:50 यीशु की तरह सब्र रखिए (इब्रानियों 12:2, 3)
-
2:10 परिचर्चा: उनकी मिसाल पर चलिए जो सब्र रखने की वजह से वादों के वारिस बने
-
• अब्राहम और सारा (इब्रानियों 6:12)
-
• यूसुफ (उत्पत्ति 39:7-9)
-
• अय्यूब (याकूब 5:11)
-
• मोर्दकै और एस्तेर (एस्तेर 4:11-16)
-
• जकरयाह और इलीशिबा (लूका 1:6, 7)
-
• पौलुस (प्रेषितों 14:21, 22)
-
-
3:10 गीत नं. 11 और घोषणाएँ
-
3:20 परिचर्चा: सृष्टि से सीखिए कि यहोवा ने हर चीज़ के लिए सही समय ठहराया है
-
• पेड़-पौधे (मत्ती 24:32, 33)
-
• समुद्री जीव (2 कुरिंथियों 6:2)
-
• पक्षी (यिर्मयाह 8:7)
-
• कीड़े-मकोड़े (नीतिवचन 6:6-8; 1 कुरिंथियों 9:26)
-
• ज़मीन पर रहनेवाले स्तनधारी जीव (सभोपदेशक 4:6; फिलिप्पियों 1:9, 10)
-
-
4:20 “तुम न तो उस दिन को जानते हो, न ही उस घड़ी को” (मत्ती 24:36; 25:13, 46)
-
4:55 गीत नं. 27 और प्रार्थना