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प्रेम और अच्छे कामों को प्रेरित करने के लिए सभाएँ

प्रेम और अच्छे कामों को प्रेरित करने के लिए सभाएँ

प्रेम और अच्छे कामों को प्रेरित करने के लिए सभाएँ

प्रारम्भिक मसीही उपदेश प्राप्त करने और प्रोत्साहक साहचर्य का आनन्द उठाने के लिए प्रायः निजी घरों में एक साथ मिलते थे। आज, यहोवा के गवाहों की कलीसियाएँ एक सप्ताह में तीन बार मिलती हैं। इन में से किसी भी सभा में उपस्थित होने के लिए आप आमंत्रित हैं। उनकी सभाएँ सांस्कारिक नहीं होतीं, पर वे परमेश्‍वरीय शिक्षा पर केन्द्रित हैं। कलीसिया की सभाएँ गीत और प्रार्थना के साथ शुरू और समाप्त होती हैं। उपस्थिति मुफ़्त है, और कोई चन्दा नहीं लिया जाता है।—प्रेरितों ४:२३-३१; १४:२२; १५:३२, ३५; रोमियों १६:५; कुलुस्सियों ४:१५.

शायद आप पहली बार जिस सभा में उपस्थित हों वह ४५ मिनट का जन भाषण होगा, जो बाइबल शिक्षाओं, भविष्यवाणी, या मसीही जीवन पर सलाह के बारे में होगा। इस भाषण के बाद, बाइबल का अध्ययन प्रहरीदुर्ग के एक लेख से होता है जो ख़ास तौर पर कलीसिया अध्ययन के लिए बनाया जाता है। अध्ययन इस तरीक़े से होता है: प्रहरीदुर्ग से एक अनुच्छेद पढ़ा जाता है, और संचालक उस विषय पर प्रश्‍न पूछता है ताकि श्रोतागण में से लोग स्वेच्छापूर्वक उत्तर देने के लिए अपने हाथ ऊपर उठाएँ। साधारणतः प्रत्येक अनुच्छेद पर अनेक टिप्पणियाँ दी जाती हैं। सभा एक घंटे तक चलती है।

बाद में उसी सप्ताह में, दो दूसरी ४५ मिनट की सभाएँ होती हैं। एक ईश्‍वरशासित सेवकाई स्कूल है। यह प्रशिक्षण देता है कि कैसे बाइबल के विषयों पर जानकारी एकत्रित करनी है और उसे कैसे निपुणता से सिखाना है। इक्कीस मिनट के विशेष निर्देश के बाद, पहले से नियुक्‍त किए गए विद्यार्थी संक्षिप्त प्रस्तुतियाँ देते हैं। प्रत्येक प्रस्तुति के बाद, स्कूल उपदेशक इस बात पर सलाह देता है कि कैसे विद्यार्थी सुधार कर सकता है। इस स्कूल में प्रयोग के लिए अनेक पाठ्य पुस्तकें तैयार की गयी हैं। वे जो नियमित रूप से इन सभाओं में उपस्थित होते हैं, यदि वे मसीही सिद्धान्तों के अनुकूल जीते हैं, तो इसमें नाम लिखा सकते हैं।

इसके बाद जो सभा होती है वह सेवा सभा कहलाती है। इसमें तीन या चार हिस्से होते हैं जो घर–घर सुसमाचार के प्रचार और सेवकाई के दूसरे पहलुओं के बारे में बताते हैं। ये हिस्से भाषण, चर्चा, या प्रदर्शनों के रूप में प्रस्तुत किए जाते हैं, जिसमें श्रोतागण का भी कुछ भाग होता है। कार्यक्रम का अधिकांश भाग वॉच टावर संस्था द्वारा हर महीने छपनेवाली चार पृष्ठ की उपदेश पत्रिका हमारी राज्य सेवकाई में पाए जाने वाले विषय पर आधारित होता है।

एक और सभा एक साप्ताहिक अध्ययन है जो छोटे समूहों में, प्रायः कलीसिया के पूरे क्षेत्र में निजी घरों में होती है। अध्ययन बाइबल पर और संस्था द्वारा प्रकाशित एक नयी किताब पर आधारित होता है। चूँकि समूह छोटा होता है, चर्चा में हिस्सा लेने के लिए सब के पास अच्छा अवसर होता है, और जो उपस्थित होते हैं उनको एक दूसरे से अच्छी तरह परिचित होने का यह अच्छा अवसर होता है।

अधिकांश कलीसियाएँ अपनी सभाएँ यहोवा के गवाहों द्वारा बनाए गए राज्यगृह में आयोजित करती हैं। ख़र्च स्वयं गवाहों के स्वैच्छिक अंशदानों द्वारा पूरे किए जाते हैं, और अधिकांश मामलों में काम स्वयंसेवकों द्वारा मुफ़्त किया जाता है। उन सब के लिए, जो अंशदान देना चाहते हैं, अंशदान बक्स सभी सभाओं में उपलब्ध होते हैं।

कलीसिया की सभाएँ इब्रानियों १०:२४, २५ की सलाह का अनुकरण करने के लिए यहोवा के गवाहों की मदद करती हैं: “प्रेम, और भले कामों में उस्काने के लिए एक दूसरे की चिन्ता किया करें। और एक दूसरे के साथ इकट्ठा होना न छोड़ें, जैसे कि कितनों की रीति है, पर एक दूसरे को समझाते रहें; और ज्यों–ज्यों उस दिन को निकट आते देखो, त्यों–त्यों और भी अधिक यह किया करो।”

• प्रारम्भिक मसीही सभाओं की कौनसी विशेषताएँ यहोवा के गवाहों की सभाओं में देखी जा सकती हैं?

• संक्षेप में बताइए कि गवाहों द्वारा नियमित रूप से आयोजित पाँचों सभाओं में क्या प्रस्तुत किया जाता है।

• सभागृह कैसे प्राप्त किए गए हैं?

[पेज १४ पर तसवीरें]

प्राचीन प्रहरीदुर्ग अध्ययन संचालित कर रहा है, अमरीका

ईश्‍वरशासित सेवकाई स्कूल का एक दृश्‍य, फेइरो द्वीप

निजी घर में सामूहिक अध्ययन, याप

राज्यगृह, न्यू ब्रॉनफेल्स, टेक्सस, अमरीका, यहोवा के गवाहों द्वारा दो दिनों में बनाया गया

[पेज १५ पर तसवीरें]

विभिन्‍न देशों में राज्यगृह

जापान

ऑस्ट्रेलिया

ऑस्ट्रिया

स्पेन