परिचय
परिचय
पाठक के लिए
हमें यक़ीन है कि आपको अपने हिस्से की समस्याएँ हैं। हर किसी की होती हैं। पाठशाला में या कार्यस्थल पर, आप शायद ऐसी दिलचस्प समस्याओं का सामना करते होंगे जो आपके लिए एक चुनौती हों। यद्यपि, अन्य समस्याएँ ज़्यादा कष्टकर होती हैं। अगर आप ग़रीब हैं, तो सिर्फ़ रोटी कमाना ही एक निरन्तर चुनौती साबित हो सकती है। परिवार में किसी बीमारी के आने से मामला और भी बिगड़ जाता है। दुःखी विवाह, पूर्वधारणा, बेईमान धंधा, राजनीतिक हलचल और आर्थिक अनिश्चय से जीवन और अधिक कठिन हो जाता है।
क्या ऐसी समस्याओं का हल हो सकता है? यही इस प्रकाशन का विषय है। दो परिवारों के बीच होनेवाली बातचीतों के ज़रिए इस प्रश्न पर विचार किया गया है। बातचीत और परिवार दोनों काल्पनिक हैं। लेकिन जिन समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया है, वे असली हैं, और जो हल मिल गए हैं, वे सचमुच ही सफल होते हैं। अगर आप अध्ययन करेंगे और जो कुछ इस प्रकाशन में बताया गया है, उस पर अमल करेंगे, तो इस जानकारी से आपकी ज़िन्दगी सचमुच बेहतर बनेगी। पृष्ठ ३० पर सवाल दिए गए हैं जो इस जानकारी पर पुनर्विचार करने के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
[पेज 2 पर तसवीर]
क्या आप के पास जवाब हैं?