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बाइबल में बताए गए देश

बाइबल में बताए गए देश

जब इस्राएल जाति, वादा किए गए देश में जानेवाली थी, तब मूसा ने परमेश्‍वर को अपनी यह गहरी इच्छा बतायी: “कृपाकर मुझे उस पार जाने दे, यरदन नदी के उस पार के उत्तम देश, उस उत्तम पहाड़ी प्रदेश . . . के दर्शन कर लेने दे।”—व्यव 3:25, नयी हिन्दी बाइबिल।

मूसा को उस देश में जाने की इजाज़त नहीं मिली, मगर हाँ, उसे यरीहो के सामने एक पहाड़ से उस देश को देखने का मौका मिला, यानी ‘दान तक का गिलाद और पच्छिम के समुद्र तक का यहूदा और दक्खिन देश और यरदन की तराई।’ (व्यव 3:27; 34:1-4) क्या आपने कभी इन जगहों के नाम सुने हैं? क्या आप जानते हैं कि ये कहाँ हैं?

आज यहोवा के सेवकों में से बहुत कम लोग, उन जगहों का दौरा कर सकते हैं जिनके बारे में वे बाइबल में पढ़ते हैं। उनके लिए वह काम करना मुमकिन नहीं है, जिसे करने की आज्ञा परमेश्‍वर ने इब्राहीम को दी थी, यानी वादा किए गए देश के उत्तर से लेकर दक्षिण और पूरब से लेकर पश्‍चिम तक दौरा करना। (उत्प 13:14-17) फिर भी, सच्चे मसीही बाइबल में बतायी गयी जगहों के बारे में सीखने और यह जानने की दिलचस्पी रखते हैं कि उन जगहों का एक-दूसरे से क्या संबंध है।

‘उत्तम देश को देख,’ यह ब्रोशर बाइबल की समझ बढ़ाने में आपके लिए काफी मददगार होगा। इसमें आज तक मौजूद जगहों के चित्र दिए गए हैं, जैसे इस ब्रोशर के कवर पर गिलाद का चित्र दिया गया है। इसके अलावा, नक्शों से आपको और भी ज़्यादा जानकारी मिलेगी, इनकी मदद से आप बाइबल में बतायी गयी जगहों के बारे में अपना ज्ञान बढ़ा सकेंगे।

पेज 2 और 3 पर दिए नक्शे में कुछ खास देश या इलाके दिखाए गए हैं। उदाहरण के लिए, जब आप देखेंगे कि वादा किए गए देश के किस तरफ अश्‍शूर और मिस्र देश थे, तो आप उन भविष्यवाणियों को और भी अच्छी तरह समझ पाएँगे जिनमें इन देशों का ज़िक्र आता है। (यशा 7:18; 27:13; होशे 11:11; मीका 7:12) वादा किए गए देश का छोटा-सा इलाका, आकार में लंबा और संकरा था। और पुराने ज़माने में वहीं पर बहुत-सी सड़कें और व्यापार मार्ग एक-दूसरे से मिलते थे। उस देश में कई उपजाऊ खेत, दाख की बारियाँ और जैतून के बाग हुआ करते थे, इसलिए दूसरे देश हमेशा उस पर कब्ज़ा करने की ताक में रहते थे।—व्यव 8:8; न्यायि 15:5.

कभी-कभी आप अलग-अलग नक्शों की तुलना करना चाहेंगे। मिसाल के लिए, योना को अश्‍शूर की राजधानी में जाकर प्रचार करने के लिए कहा गया था, मगर वह एक जहाज़ से तर्शीश की ओर निकल पड़ा। (योना 1:1-3) क्या आपको पहले नक्शे में ये इलाके मिले? मगर ध्यान दीजिए कि तर्शीश और तरसुस एक नहीं हैं। तरसुस वह जगह है जहाँ प्रेरित पौलुस का जन्म हुआ था। यहाँ दिए गए नक्शे में आप तरसुस और दूसरे जाने-माने शहरों को देख सकते हैं।

जब आप नक्शे पर ऊर, हारान और यरूशलेम को देखते हैं, तो सोचिए कि इब्राहीम ने कितनी लंबी यात्रा की और उसने किस दिशा में यात्रा की। यहोवा के कहने पर जब उसने ऊर छोड़ा, तो वह हारान में जाकर बस गया और फिर वादा किए गए देश में चला गया। (उत्प 11:28–12:1; प्रेरि 7:2-5) जब आप पेज 6-7 पर भाग “कुलपिताओं की दुनिया” का अध्ययन करेंगे, तो आप इब्राहीम की यात्रा की एक जीती-जागती तसवीर अपने मन में खींच पाएँगे।

पहला नक्शा और यहाँ दिया गया नक्शा, दोनों इतिहास के किसी खास समय की ओर इशारा नहीं करते। मगर इनके बाद दिए गए नक्शों को, ज़्यादातर घटनाओं के क्रम के मुताबिक पेश किया गया है। उनमें बताए गए शहर या दूसरी जानकारी किसी खास समय में हुई घटनाओं से संबंधित है। हालाँकि (पेज 34-5 पर दिए) इंडैक्स में, नक्शों पर दी गयी हर जगह का ज़िक्र नहीं है, मगर जब आप किसी मुद्दे पर खोजबीन करते हैं, तो उसके बारे में जानकारी किस नक्शे में मिल सकती है, यह जानने के लिए आपको इंडैक्स से काफी मदद मिल सकती है।

ब्रोशर के बीच में (पेज 18-19 पर) दिए नक्शे में, वादा किए गए देश के ज़्यादातर नगरों और शहरों का ज़िक्र है। नक्शे पर दी गयी निशानियों की सूची से आप ढूँढ़ सकते हैं कि लेवियों के शहर और छः शरण नगर कहाँ पर थे। साथ ही, आप जान सकते हैं कि किसी जगह का ज़िक्र इब्रानी शास्त्र में है या यूनानी शास्त्र में, या फिर दोनों में।

बाइबल में बताए कुछ देश आज कहाँ पर हैं, इसकी फिलहाल कोई जानकारी नहीं है, इसलिए बीचवाले नक्शे पर ऐसी ज़्यादातर जगहों का ज़िक्र नहीं है। इसके अलावा, उस नक्शे में हर शहर और नगर को दिखाना मुमकिन नहीं था, मसलन उन नगरों को नहीं दिखाया गया है जिनकी सूची इस्राएल के गोत्रों की हदें ठहराते वक्‍त दी गयी थी। (यहो, अध्या. 15-19) मगर फिर भी, उस नक्शे पर, उन नगरों के आस-पास के तकरीबन सभी शहरों का ज़िक्र किया गया है, इसलिए आपको कम-से-कम अंदाज़ा लगाने में मदद मिलेगी कि फलाना जगह कहाँ पर थी। पहाड़ों, नदियों, घाटियों और ऐसी दूसरी जगहों को पहचानने के लिए कुछ निशानियाँ दी गयी हैं, साथ ही उनकी ऊँचाई और मैदानी और पहाड़ी इलाकों की पहचान रंगों से की गयी है। a ऐसी जानकारी की मदद से आप बाइबल की घटनाओं की मन में तसवीर बना सकते हैं।

बाइबल में बतायी जगहों के बारे में ज़्यादा जानकारी आपको इंसाइट ऑन द स्क्रिप्चर्स्‌ नाम के ज्ञानकोश में मिल सकती है। यह बहुत-सी भाषाओं में उपलब्ध है। b जब आप उस कोश का और बाइबल की समझ देनेवाली दूसरी किताबों का अध्ययन करेंगे, तो यह ब्रोशर ‘उत्तम देश को देख’ भी साथ में रखिए। जब आप पूरी बाइबल का अध्ययन करते हैं, जो हमारी ज़िंदगी के लिए बेहद फायदेमंद है, तब इस ब्रोशर का इस्तेमाल कीजिए।—2तीमु 3:16, 17.

[फुटनोट]

a इब्रानी भाषा में, घाटी से बहनेवाली नदी के लिए जो शब्द इस्तेमाल किया गया है, उसका मतलब घाटी भी हो सकता है या सिर्फ नदी भी।

b इसे यहोवा के साक्षियों ने प्रकाशित किया है।

[पेज 4, 5 पर नक्शा]

(भाग को असल रूप में देखने के लिए प्रकाशन देखिए)

बाइबल में बताए देश और मुख्य शहर

क1 इटली

क2 रोम

क3 सिसिली

क3 मिलिते

ग2 मकिदुनिया

ग2 फिलिप्पी

ग2 यूनान

ग3 अथेने

ग3 कुरिन्थुस

ग3 क्रेते

ग4 लिबिया

घ3 अन्ताकिया (पिसिदिया का)

घ3 इफिसुस

घ3 पतमुस

घ3 रुदुस

घ4 मेम्फिस

घ5 मिस्र

च2 एशिया माइनर

च3 सोर

च3 अन्ताकिया (सूरिया का)

च3 कुप्रुस

च4 सीदोन

च4 दमिश्‍क

च4 तरसुस

च4 कैसरिया

च4 वादा किया गया देश

च4 यरूशलेम

च4 मोआब

च4 कादेश

च4 एदोम

छ3 अदन की वाटिका?

छ3 अश्‍शूर

छ3 हारान

छ3 अराम (सूरिया)

छ5 अरब

ज3 नीनवे

ज4 बाबुल

ज4 कसद

ज4 शूशन

ज4 ऊर

झ3 मादै

[पहाड़]

च5 सीनै पर्वत

ज2 अरारात पर्वतमाला

[सागर/खाड़ी]

ग3 भूमध्य सागर (महासागर)

च1 काला सागर

च5 लाल सागर

झ2 कैस्पियन सागर

झ5 फारस की खाड़ी

[नदियाँ]

घ5 नील नदी

छ3 फरात नदी

ज3 टिग्रिस नदी