दो शब्द
दो शब्द
लोग अक़्सर कहते हैं कि वे त्रियेक में विश्वास करते हैं, फिर भी उस विषय समझने में उनका मतभेद होता है।
तो फिर, त्रियेक ठीक-ठीक है क्या?
क्या बाइबल यह सिखाती है?
क्या यीशु मसीह सर्वशक्तिमान परमेश्वर और त्रियेक का एक भाग है?
दो शब्द
लोग अक़्सर कहते हैं कि वे त्रियेक में विश्वास करते हैं, फिर भी उस विषय समझने में उनका मतभेद होता है।
तो फिर, त्रियेक ठीक-ठीक है क्या?
क्या बाइबल यह सिखाती है?
क्या यीशु मसीह सर्वशक्तिमान परमेश्वर और त्रियेक का एक भाग है?