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पृथ्वी तबाह होती जा रही है​—इस बारे में पवित्र शास्त्र में क्या लिखा है?

पृथ्वी तबाह होती जा रही है​—इस बारे में पवित्र शास्त्र में क्या लिखा है?

 “हम तेज़ी से उस तरफ बढ़ रहे हैं जब मौसम से बहुत बड़ी तबाही मचेगी। बड़े-बड़े शहर पानी में डूब जाएँगे। ज़बरदस्त लू (गरम हवाएँ) चलेगी। भयंकर आँधी-तूफान आएँगे। बहुत बड़े पैमाने पर पानी की कमी होगी। पेड़-पौधों और जानवरों की लाखों प्रजातियाँ लुप्त हो जाएँगी। यह सब कोरी कल्पना या बढ़ा-चढ़ाकर कही गयी बातें नहीं हैं बल्कि यह वैज्ञानिकों का कहना है। वे बताते हैं कि अगर ऊर्जा इस्तेमाल की नीतियाँ नहीं बदली गयीं तो यही अंजाम होगा।”​—यह बात संयुक्‍त राष्ट्र के महासचिव, एंटोनियो गुटेरेस ने कही। उन्होंने यह बात मौसम में बदलाव पर कई सरकारों की चर्चा के बाद 4 अप्रैल, 2022 को दी गयी रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए कही थी।

 “वैज्ञानिक चेतावनी दे रहे हैं कि आनेवाले सालों में बदलते मौसम की वजह से [अमरीका के] लगभग सभी 423 नैशनल पार्कों में भयानक तबाही मचेगी। वह इसलिए कि तापमान के बढ़ने का सीधा असर खासकर इन पार्कों पर पड़ सकता है। बार-बार दी जानेवाली यह चेतावनी बाइबल की भविष्यवाणियों की तरह है: जगह-जगह आग लगेगी, बाढ़ आएगी, बर्फीली चट्टानें पिघलेंगी, समुंदर का पानी बढ़ जाएगा और लू चलेगी।”​—“येलोस्टोन नैशनल पार्क में बाढ़ से अफरा-तफरी​—आनेवाली बड़ी विपत्ति की निशानी,” द न्यू यॉर्क टाइम्स अखबार, 15 जून, 2022.

 क्या पर्यावरण की समस्या कभी खत्म होगी? अगर हाँ, तो कौन इसे खत्म करेगा? ध्यान दीजिए कि इस बारे में पवित्र शास्त्र बाइबल में क्या लिखा है।

पर्यावरण की समस्या के बारे में पहले से बताया गया था

 बाइबल में लिखा है कि परमेश्‍वर ‘पृथ्वी को तबाह करनेवालों को खत्म कर देगा।’ (प्रकाशितवाक्य 11:18) इससे हमें तीन बातें पता चलती हैं:

  1.  1. इंसानों के कामों से पृथ्वी को काफी हद तक नुकसान पहुँचेगा।

  2.  2. पृथ्वी को जिस तरह तबाह किया जा रहा है, वह एक दिन बंद होगा।

  3.  3. इस पृथ्वी पर पर्यावरण की समस्या कोई इंसान नहीं बल्कि परमेश्‍वर खत्म करेगा।

हमारी पृथ्वी सुरक्षित रहेगी

 बाइबल में लिखा है कि “पृथ्वी हमेशा कायम रहती है।” (सभोपदेशक 1:4) इस पर हमेशा लोग रहेंगे।

  •   “नेक लोग धरती के वारिस होंगे और उस पर हमेशा की ज़िंदगी जीएँगे।”​—भजन 37:29.

 हमारी पृथ्वी फिर से पूरी तरह अच्छी हो जाएगी, पर्यावरण की कोई समस्या नहीं होगी।

  •   “वीराना और सूखा मैदान खुशी से झूम उठेगा, बंजर ज़मीन खुशियाँ मनाएगी, केसर के बाग की तरह खिल उठेगी।”​—यशायाह 35:1.