दान किए गए पैसों का इस्तेमाल कैसे किया जाता है?
2020 के क्षेत्रीय अधिवेशन “हमेशा खुश रहो!” कार्यक्रम का अनुवाद
10 जुलाई, 2020
2020 के जुलाई और अगस्त महीने में क्षेत्रीय अधिवेशन का पहले से रिकॉर्ड किया गया कार्यक्रम दिखाया जा रहा है। ऐसा पहली बार हो रहा है जब रिकॉर्ड किया गया कार्यक्रम पूरी दुनिया के भाई-बहन एक ही समय पर देख रहे हैं। इसके लिए कार्यक्रम का अनुवाद 500 से भी ज़्यादा भाषाओं में करना था। वैसे तो अधिवेशन के कार्यक्रम का अनुवाद करने और उसे रिकॉर्ड करने में करीब एक साल लग जाता है। लेकिन कोरोना महामारी की वजह से 2020 के क्षेत्रीय अधिवेशन “हमेशा खुश रहो!” का अनुवाद करने के लिए भाई-बहनों के पास चार महीने से भी कम समय था।
यह एक बहुत बड़ा काम था। इसलिए यहोवा के साक्षियों के विश्व मुख्यालय के अनुवाद सेवा विभाग और खरीदारी करनेवाले विभाग ने साथ मिलकर काम किया। फिर अनुवाद सेवा विभाग को पता चला कि अनुवाद करनेवाले ज़्यादातर भाई-बहनों के पास सही उपकरण नहीं हैं। उनके पास रिकॉर्ड करने के लिए अच्छे माइक भी नहीं थे। इसलिए खरीदारी करनेवाले विभाग ने 1,000 माइक खरीदे और उन्हें 200 अलग-अलग जगह भेजा।
उन्होंने एक-साथ बहुत सारे माइक खरीदे जिससे काफी पैसा बचा। इसके बाद सभी माइक एक ही जगह भेजे गए। फिर वहाँ से उन्हें पूरी दुनिया में अनुवाद करनेवाले भाई-बहनों को भेजा गया। इतने सारे माइक एक-साथ खरीदने और भेजने से, हर माइक करीब 12, 700 रुपए का पड़ा। वहीं अगर यह माइक अलग-अलग खरीदे जाते, तो और भी महँगे पड़ते।
खरीदारी करनेवाले विभाग को सभी उपकरण अप्रैल और मई के महीने में खरीदने थे और उन्हें भेजना भी था। लेकिन तब कोरोना महामारी की वजह से ज़्यादातर कारोबार ठप पड़े थे। फिर भी मई के आखिर तक ज़्यादातर आर. टी. ओ यानी अनुवाद दफ्तरों में, शाखा दफ्तरों में और दूसरी जगहों पर जहाँ भाई-बहन अनुवाद कर रहे हैं, ज़रूरी उपकरण पहुँच गए।
खरीदारी करनेवाले विभाग के निगरान, भाई जे स्विनी ने कहा, “इस दौरान बेथेल के विभागों को दूसरे कारोबारियों ने अच्छा सहयोग दिया। यहोवा की पवित्र शक्ति की मदद से ही हम इतनी जल्दी यह सारा काम कर पाए। और भाई-बहनों से मिले दान का भी सही इस्तेमाल कर पाए।”
अनुवाद सेवा विभाग में काम करनेवाले भाई निकोलस अलाहडिस कहते हैं, “लॉकडाउन की वजह से अनुवादक अपनी टीम के दूसरे भाई-बहनों से नहीं मिल पा रहे थे। लेकिन जब उन्हें ज़रूरी उपकरण मिले, तो उन्हें बहुत खुशी हुई और हौसला मिला। क्योंकि अब वे मिलकर अधिवेशन के भाषणों का, गीतों का और ड्रामा का 500 से भी ज़्यादा भाषाओं में अनुवाद कर सकते थे।”
2020 के क्षेत्रीय अधिवेशन “हमेशा खुश रहो!” को पूरा करने के लिए बहुत-से काम करने थे। इन उपकरणों को भाई-बहनों तक पहुँचाना, उनमें से सिर्फ एक था। आप प्यारे भाई-बहनों ने donate.pr418.com के ज़रिए जो दान दिया, उसकी वजह से ही यह सब मुमकिन हो पाया है।