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“मैं इसीलिए . . . इस दुनिया में आया हूँ”

ध्यान दीजिए कि कैसे यीशु ने सच्चाई के बारे में ज़बरदस्त गवाही दी।

मत्ती 21:23-46; 22:15-46 पर आधारित।

 

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वह पहले फरीसियों का मुँह बंद करता है और फिर सदूकियों का। आखिर में जब दोनों गुटों के लोग झुंड बनाकर आते हैं, तो वह उनका भी मुँह बंद कर देता है।

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यीशु ने धर्म-गुरुओं की शिक्षाओं को क्यों नहीं माना?

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अंगूरों के बाग की दो मिसालें

यीशु ने एक मिसाल में बताया कि एक आदमी अपने दो बेटों को उसके अंगूरों के बाग में काम करने के लिए कहता है और दूसरी मिसाल में बताया कि एक आदमी ने अपना अंगूरों का बाग बागबानों को ठेके पर दिया मगर वे दुष्ट निकले। इन दोनों मिसालों का मतलब जानिए।

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क्या बात आपको यकीन दिलाती है कि परमेश्‍वर ने यीशु को प्रभु और मसीहा दोनों ठहराया है?

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