नफरत हो सकती है खत्म!
क्या किसी ने आपसे कभी नफरत की है?
भले ही किसी ने आपसे नफरत न की हो, लेकिन आपने दूसरों के साथ ऐसा होते हुए ज़रूर देखा होगा। हम अकसर खबरों में सुनते हैं कि लोग दूसरे देश, जाति या धर्म के लोगों से नफरत करते हैं। और इस वजह से बड़े-बड़े जुर्म करते हैं। इसलिए कई देशों की सरकारों ने कानून बनाए हैं कि नफरत की वजह से ज़ुल्म करनेवालों को कड़ी-से-कड़ी सज़ा दी जाए।
जिन लोगों से नफरत की जाती है, वे भी बदले में नफरत करने लगते हैं। वे ईंट का जवाब पत्थर से देते हैं। इस तरह नफरत का यह सिलसिला या चक्र चलता रहता है।
हो सकता है, लोगों ने आपके साथ भेदभाव किया हो, आपको बुरा-भला कहा हो, ताने मारे हों या धमकी दी हो। कई बार तो लोग मार-पीट और झगड़े पर उतर आते हैं। वे दादागिरी करते हैं, तोड़-फोड़ करते हैं, हमले करते हैं, बलात्कार, हत्या या फिर पूरी-की-पूरी जाति को मिटाने की कोशिश करते हैं।
इस पत्रिका में हम जानेंगे कि हम अपने मन से नफरत कैसे निकाल सकते हैं। हम यह भी जानेंगे कि:
लोग एक-दूसरे से इतनी नफरत क्यों करते हैं?
वे नफरत करना कैसे छोड़ सकते हैं?
क्या कभी ऐसा हो सकता है कि कोई किसी से नफरत न करे?