आपके लिए एक संदेश
प्यारे दोस्तो
प्रहरीदुर्ग के इस अंक में हम पाँच अध्ययन लेखों पर चर्चा करेंगे और आगे दी गयी बातें जानेंगे:
पहले लेख में हम जानेंगे कि यहोवा हम इंसानों से कितना प्यार करता है और उसने पाप से लड़ने में किस तरह हमारी मदद की है।
दूसरे लेख में हम जानेंगे कि पश्चाताप करने का क्या मतलब है और पश्चाताप करने में यहोवा ने कैसे लोगों की मदद की।
तीसरे लेख में हम जानेंगे कि जब कुरिंथ की मंडली में एक आदमी ने गंभीर पाप किया और पश्चाताप नहीं किया, तो मंडली को क्या हिदायत दी गयी।
चौथे लेख में हम जानेंगे कि आज जब कोई गंभीर पाप करता है, तो प्राचीन कैसे उस मामले को निपटाते हैं।
पाँचवें लेख में हम जानेंगे कि जब एक व्यक्ति को मंडली से निकाल दिया जाता है, तब भी प्राचीन और दूसरे भाई-बहन कैसे उसके साथ प्यार और दया से पेश आ सकते हैं।