प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण अप्रैल 2018

इस अंक में 4 जून से 8 जुलाई, 2018 के लिए अध्ययन लेख दिए गए हैं।

सच्ची आज़ादी पाने का रास्ता

कुछ लोग भेदभाव, अत्याचार और गरीबी से छुटकारा पाने के लिए तरसते हैं, तो कुछ को लगता है कि उनके पास पूरी आज़ादी होनी चाहिए कि वे खुलकर अपने विचार बताएँ और जो चाहे वह करें। क्या सच्ची आज़ादी पाना मुमकिन है?

आज़ादी दिलानेवाले परमेश्‍वर, यहोवा की सेवा कीजिए

यहोवा की पवित्र शक्‍ति किस मायने में हमें आज़ाद करती है? और हम अपनी आज़ादी का गलत इस्तेमाल करने से कैसे दूर रह सकते हैं?

तीमुथियुस​—ज़िम्मेदार भाइयों के लिए एक मिसाल

ऐसा मालूम होता है कि जब तीमुथियुस ने प्रेषित पौलुस के साथ सेवा करना शुरू किया, तो उसमें आत्म-विश्‍वास की कमी थी। तीमुथियुस की मिसाल से मंडली के प्राचीन और सहायक सेवक क्या सीख सकते हैं?

यहोवा की तरह बनिए​—जो हौसला बढ़ानेवाला परमेश्‍वर है

यहोवा के लोगों को शुरू से ही हौसले की ज़रूरत रही है।

एक-दूसरे की हिम्मत बँधाओ और “यह और भी ज़्यादा किया करो”

यहोवा का दिन करीब है, इस बात को ध्यान में रखते हुए हमें अपने भाई-बहनों में और भी दिलचस्पी लेनी चाहिए ताकि जब ज़रूरत हो, हम उनकी हिम्मत बँधा सकें।

नौजवानो, क्या आप यहोवा की सेवा में अपने लक्ष्यों को पहली जगह देंगे?

नौजवानों के सामने ढेरों मौके आते हैं या उनको कई फैसले करने होते हैं। ऐसे में शायद वे चकरा जाएँ कि क्या करना सही होगा। वे कैसे अपने भविष्य के बारे में बुद्धि-भरे फैसले कर सकते हैं?

आपने पूछा

यहोवा के साक्षियों के प्रकाशनों को निजी वेबसाइट या सोशल मीडिया पर डालना क्यों सही नहीं?

आपने पूछा

किन वजहों से कहा जा सकता है कि भजन 144 में परमेश्‍वर के लोगों की बात की गयी है?