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अध्ययन लेख 2

गीत 132 अब हम एक हुए

पतियो, अपनी पत्नी का आदर कीजिए

पतियो, अपनी पत्नी का आदर कीजिए

‘पतियो, अपनी-अपनी पत्नी के साथ आदर से पेश आओ।’1 पत. 3:7.

क्या सीखेंगे?

हम जानेंगे कि एक पति अपनी पत्नी से जिस तरह बात करता है और जैसा व्यवहार करता है, उससे वह कैसे दिखा सकता है कि वह उसका आदर करता है।

1. एक वजह बताइए कि यहोवा ने क्यों शादी का इंतज़ाम किया।

 यहोवा “आनंदित परमेश्‍वर” है और वह चाहता है कि उसके सेवक भी खुश रहें। (1 तीमु. 1:11) इसलिए उसने हमें बहुत-से तोहफे दिए हैं ताकि हम ज़िंदगी का मज़ा ले सकें। (याकू. 1:17) उन्हीं में से एक है, शादी का इंतज़ाम। जब एक आदमी और औरत शादी करते हैं, तो वे एक-दूसरे से वादा करते हैं कि वे हमेशा एक-दूसरे से प्यार करेंगे और एक-दूसरे का गहरा आदर करेंगे। जब वे अपना यह वादा पूरा करते हैं, तो वे खुश रहते हैं।—नीति. 5:18.

2. आज कई पति अपनी पत्नी के साथ कैसा बरताव करते हैं?

2 अफसोस, आज बहुत-से पति-पत्नी वह वादा भूल जाते हैं जो उन्होंने शादी के दिन किया था। इस वजह से वे खुश नहीं रहते। हाल ही में विश्‍व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि आज कई पति अपनी पत्नी को मारते-पीटते हैं, उन पर चीखते-चिल्लाते हैं या उनके साथ बुरा बरताव करते हैं। ऐसे कुछ पति दूसरों के सामने तो यह दिखाते हैं कि वे अपनी पत्नी का बहुत आदर करते हैं, लेकिन घर पर उनके साथ बहुत बुरा सलूक करते हैं। और कई आदमी पोर्नोग्राफी (गंदी तसवीरें या वीडियो) देखते हैं जिस वजह से उनकी शादी का बंधन कमज़ोर पड़ जाता है।

3. कुछ पति शायद किस वजह से अपनी पत्नी के साथ बुरा बरताव करते हैं?

3 कई पति अपनी पत्नी के साथ क्यों बुरा बरताव करते हैं? हो सकता है, उन्होंने अपने पिता को माँ पर हाथ उठाते देखा हो और इसलिए उन्हें लगता है कि पत्नी के साथ ऐसा बरताव करना गलत नहीं है। वहीं कुछ आदमी ऐसे समाज में पले-बढ़े हैं जहाँ लोग सोचते हैं कि “असली मर्द” वही है जो अपनी पत्नी पर रौब जमाता है। कुछ आदमी ऐसे हैं जिन्हें अपनी भावनाओं पर या अपने गुस्से पर काबू करना कभी सिखाया ही नहीं गया। और कुछ ऐसे भी हैं जो आए दिन गंदी तसवीरें या वीडियो देखते हैं, जिस वजह से उन्हें लगता है कि औरतें बस लैंगिक इच्छाएँ पूरी करने का ज़रिया हैं। कुछ जानकारों का कहना है कि कोविड-19 महामारी के दौरान ये समस्याएँ और भी बढ़ गयीं। वजह चाहे जो भी हो, एक पति का अपनी पत्नी के साथ बुरा बरताव करना सरासर गलत है।

4. शादीशुदा भाइयों को खासकर किस बात का ध्यान रखना चाहिए और क्यों?

4 शादीशुदा भाइयों को खासकर इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे औरतों के बारे में दुनिया की गलत सोच ना अपनाएँ। a वह क्यों? क्योंकि एक आदमी जैसा सोचता है, वैसा करता भी है। गौर कीजिए कि प्रेषित पौलुस ने रोम के अभिषिक्‍त मसीहियों को किस बात से खबरदार किया था। उसने कहा, “इस दुनिया की व्यवस्था के मुताबिक खुद को ढालना बंद करो।” (रोमि. 12:1, 2) जब पौलुस ने रोम के मसीहियों को यह बात लिखी, तब तक वहाँ की मंडली को बने कई साल हो गए थे। लेकिन पौलुस ने उनसे जो कहा, उससे पता चलता है कि मंडली के कुछ भाई अब भी दुनिया के लोगों की तरह सोच रहे थे और उनके तौर-तरीके अपना रहे थे। इसलिए पौलुस ने उन्हें बढ़ावा दिया कि वे अपनी सोच और अपने तौर-तरीके बदलें। यह सलाह आज भी मंडली के शादीशुदा भाइयों को माननी चाहिए। पर दुख की बात है कि कुछ भाइयों ने औरतों के बारे में दुनिया की गलत सोच अपना ली है और अपनी पत्नी के साथ बुरा बरताव किया है। b तो एक पति को अपनी पत्नी के साथ कैसा बरताव करना चाहिए? यहोवा उससे क्या चाहता है? यह हमें इस लेख के मुख्य वचन से पता चल सकता है।

5. 1 पतरस 3:7 के मुताबिक एक पति को अपनी पत्नी के साथ कैसे पेश आना चाहिए?

5 1 पतरस 3:7 पढ़िए। यहोवा ने पतियों को आज्ञा दी है कि वे अपनी पत्नी का आदर करें। जो पति अपनी पत्नी का आदर करता है, वह उसके साथ हमेशा प्यार से पेश आता है। इस लेख में हम जानेंगे कि एक पति कैसे अपनी पत्नी का आदर कर सकता है। लेकिन सबसे पहले आइए देखें कि किस तरह का व्यवहार करने से वह अपनी पत्नी का अनादर कर रहा होगा।

ऐसा बरताव मत कीजिए जिससे पत्नी का अनादर हो

6. जब एक पति अपनी पत्नी को मारता-पीटता है, तो यहोवा को कैसा लगता है? (कुलुस्सियों 3:19)

6 मारना-पीटना। यहोवा मार-पीट करनेवालों से नफरत करता है। (भज. 11:5) उसे यह हरगिज़ बरदाश्‍त नहीं कि एक पति अपनी पत्नी के साथ बुरा सलूक करे। (मला. 2:16; कुलुस्सियों 3:19 पढ़िए।) और जैसा कि इस लेख के मुख्य वचन 1 पतरस 3:7 से पता चलता है, अगर एक पति अपनी पत्नी के साथ अच्छा बरताव ना करे, तो यहोवा के साथ उसका रिश्‍ता खराब हो सकता है। यह नौबत भी आ सकती है कि यहोवा उसकी प्रार्थना सुनना बंद कर दे।

7. इफिसियों 4:31, 32 के मुताबिक एक पति को अपनी पत्नी से किस तरह बात नहीं करनी चाहिए? (“इसका क्या मतलब है?” भी देखें।)

7 चीखना-चिल्लाना या बुरा-भला कहना। कुछ पति गुस्से में आकर अपनी पत्नी को बुरा-भला कहते हैं और उस पर चीखते-चिल्लाते हैं। लेकिन यहोवा को “गुस्सा, क्रोध, चीखना-चिल्लाना और गाली-गलौज” c जैसी बातों से नफरत है। (इफिसियों 4:31, 32 पढ़िए।) यहोवा सबकुछ सुनता है। एक पति घर की चारदीवारी में अपनी पत्नी के साथ जिस तरह बात करता है, यहोवा उस पर भी ध्यान देता है। अगर वह अपनी पत्नी पर चीखे-चिल्लाए या चुभनेवाली बातें कहे, तो पत्नी के साथ उसका रिश्‍ता तो खराब होगा ही, साथ ही यहोवा के साथ उसकी दोस्ती भी टूट सकती है।—याकू. 1:26.

8. पोर्नोग्राफी के बारे में यहोवा को कैसा लगता है और क्यों?

8 पोर्नोग्राफी देखना। यहोवा पोर्नोग्राफी से सख्त नफरत करता है। इसलिए जब एक पति इसे देखता है, तो यहोवा के साथ उसका रिश्‍ता खराब हो जाता है। इतना ही नहीं, वह अपनी पत्नी का भी अनादर कर रहा होता है। d यहोवा चाहता है कि एक पति अपनी पत्नी का वफादार रहे। जो पति वफादार होता है, वह किसी परायी औरत के साथ नाजायज़ संबंध नहीं रखेगा, यहाँ तक कि ऐसा करने के बारे में सोचेगा भी नहीं। यीशु ने कहा था कि जो आदमी किसी औरत को ऐसी नज़र से देखता है जिससे उसके मन में उसके लिए वासना पैदा हो, तो “वह अपने दिल में” व्यभिचार कर चुका है। eमत्ती 5:28, 29.

9. जब एक पति ऐसे यौन-संबंध रखता है जिससे पत्नी का अनादर हो, तो यहोवा को कैसा लगता है और क्यों?

9 ऐसे यौन-संबंध जिससे पत्नी का अनादर हो। कुछ पति अपनी पत्नी पर इस तरह यौन-संबंध रखने का दबाव डालते हैं, जिससे पत्नी का ज़मीर उसे कचोटता है या फिर उसे लगता है कि उसके साथ बुरा सलूक किया जा रहा है। ऐसे पति बस अपनी इच्छा पूरी करना चाहते हैं, उन्हें अपनी पत्नी की कोई परवाह नहीं होती। यहोवा ऐसे बरताव से सख्त नफरत करता है। वह चाहता है कि एक पति अपनी पत्नी से प्यार करे, उसे अनमोल समझे और उसकी भावनाओं का लिहाज़ करे। (इफि. 5:28, 29) अगर एक मसीही अपनी पत्नी पर इस तरह का दबाव डालता है, उसे मारता-पीटता है, उसे बुरा-भला कहता है या पोर्नोग्राफी देखता है, तो उसे क्या करना चाहिए? वह अपनी सोच और अपने तौर-तरीके कैसे बदल सकता है?

पत्नी के साथ बुरा सलूक करना कैसे छोड़ें?

10. पति यीशु से क्या सीख सकते हैं?

10 अगर एक पति अपनी पत्नी के साथ बुरा सलूक करता है या किसी तरह उसका अनादर करता है, तो वह अपना रवैया कैसे बदल सकता है? यीशु की तरह बनने की कोशिश करके। हालाँकि यीशु शादीशुदा नहीं था, लेकिन वह अपने चेलों के साथ जिस तरह पेश आया, उससे पति सीख सकते हैं कि उन्हें अपनी पत्नी के साथ कैसे पेश आना चाहिए। (इफि. 5:25) तो आइए देखें कि यीशु किस तरह अपने प्रेषितों के साथ पेश आया और उसने कैसे उनसे बात की।

11. यीशु अपने प्रेषितों के साथ कैसे पेश आता था?

11 यीशु हमेशा अपने प्रेषितों के साथ प्यार से पेश आता था और उनका आदर करता था। उसने कभी-भी अपने चेलों के साथ कठोरता से व्यवहार नहीं किया। यीशु उनका प्रभु और मालिक था, फिर भी उसने कभी-भी उन पर रौब नहीं जमाया। इसके बजाय उसने नम्र होकर उनकी सेवा की। (यूह. 13:12-17) उसने अपने चेलों से कहा, “मुझसे सीखो क्योंकि मैं कोमल स्वभाव का और दिल से दीन हूँ और तुम ताज़गी पाओगे।” (मत्ती 11:28-30) ध्यान दीजिए कि यीशु कोमल स्वभाव का था। कोमल स्वभाव का होना कमज़ोरी की नहीं, बल्कि ताकत की निशानी है। जो व्यक्‍ति कोमल स्वभाव का होता है वह खुद पर काबू रख पाता है। गुस्सा दिलाए जाने पर भी वह अपना आपा नहीं खोता और शांत रहता है।

12. यीशु लोगों से किस तरह बात करता था?

12 यीशु लोगों से जिस तरह बात करता था, उससे उन्हें दिलासा और ताज़गी मिलती थी। उसने कभी-भी अपने चेलों से बुरी तरह बात नहीं की। (लूका 8:47, 48) यहाँ तक कि जब उसका विरोध करनेवालों ने उसकी बेइज़्ज़ती की और उसे गुस्सा दिलाने की कोशिश की, तब भी उसने ‘बदले में उनकी बेइज़्ज़ती नहीं की।’ (1 पत. 2:21-23) और कई बार यीशु ने गुस्से में जवाब देने के बजाय चुप रहना सही समझा। (मत्ती 27:12-14) सच में, पतियों के लिए यीशु क्या ही बढ़िया मिसाल है!

13. जैसे मत्ती 19:4-6 में बताया गया है, एक पति अपनी पत्नी के साथ कैसे “जुड़ा” रह सकता है? (तसवीर भी देखें।)

13 यीशु ने पतियों को हिदायत दी थी कि वे अपनी पत्नी के वफादार रहें। उसने अपने पिता की कही बात दोहरायी, जिसने कहा था कि एक पति को ‘अपनी पत्नी से जुड़े रहना’ चाहिए। (मत्ती 19:4-6 पढ़िए।) यहाँ ‘जुड़े रहने’ के लिए जो यूनानी शब्द इस्तेमाल हुआ है, उसका शाब्दिक मतलब है, “चिपकना।” इसका मतलब पति और पत्नी का रिश्‍ता इतना मज़बूत होना चाहिए मानो वे गोंद से चिपके हों। इसलिए अगर दोनों में से कोई भी कुछ ऐसा काम करे जिससे दूसरे को चोट पहुँचे, तो दोनों को ही तकलीफ होगी। अगर एक पति का अपनी पत्नी के साथ ऐसा ही मज़बूत रिश्‍ता है, तो वह हर तरह की पोर्नोग्राफी से दूर रहेगा। वह फौरन अपनी आँखों को “बेकार की चीज़ों से फेर” लेगा। (भज. 119:37) उसने मानो अपनी आँखों के साथ करार किया है कि वह अपनी पत्नी को छोड़ किसी दूसरी औरत पर नज़र नहीं डालेगा।—अय्यू. 31:1.

जो पति अपनी पत्नी का वफादार है, वह कभी गंदी तसवीरें नहीं देखेगा (पैराग्राफ 13) g


14. एक पति को यहोवा और अपनी पत्नी के साथ रिश्‍ता सुधारने के लिए कौन-से कदम उठाने होंगे?

14 अगर एक पति अपनी पत्नी को मारता-पीटता है या उसे बुरा-भला कहता है, तो उसे यहोवा और अपनी पत्नी के साथ रिश्‍ता सुधारने के लिए कुछ कदम उठाने होंगे। कौन-से कदम? एक, उसे यह समझना होगा कि वह जो कर रहा है वह बहुत गलत है। और उसे याद रखना होगा कि यहोवा की नज़रों से कुछ भी छिपा नहीं रहता। (भज. 44:21; सभो. 12:14; इब्रा. 4:13) दो, उसे अपनी पत्नी के साथ बुरा सलूक करना बंद करना होगा और अपना रवैया बदलना होगा। (नीति. 28:13) तीन, उसे अपने किए पर अफसोस करना चाहिए और अपनी पत्नी और यहोवा से दिल से माफी माँगनी चाहिए। (प्रेषि. 3:19) उसे यहोवा से गिड़गिड़ाकर बिनती भी करनी चाहिए कि वह उसमें खुद को बदलने की इच्छा पैदा करे और वह अपनी गलत सोच, बोली और अपने व्यवहार को बदल सके। (भज. 51:10-12; 2 कुरिं. 10:5; फिलि. 2:13) चार, उसे अपनी प्रार्थनाओं के मुताबिक काम करना होगा, यानी हर तरह की हिंसा और गाली-गलौज से नफरत करनी होगी। (भज. 97:10) पाँच, उसे फौरन मंडली के प्राचीनों से बात करनी होगी, जो प्यार से उसकी मदद करेंगे। (याकू. 5:14-16) और छ:, उसे सोचना होगा कि वह ऐसा क्या कर सकता है ताकि आगे चलकर वह कोई गलत कदम ना उठाए। अगर एक पति पोर्नोग्राफी देखता है, तो उसे भी ये छ: कदम उठाने होंगे। अपने तौर-तरीके बदलने के लिए वह जो भी मेहनत करेगा, यहोवा उस पर आशीष देगा। (भज. 37:5) लेकिन सिर्फ ऐसा बरताव छोड़ना काफी नहीं जिससे पत्नी का अनादर हो। एक पति को अपनी पत्नी का आदर भी करना चाहिए। वह यह कैसे कर सकता है?

अपनी पत्नी का आदर कैसे करें?

15. एक पति कैसे अपनी पत्नी के लिए अपने प्यार का इज़हार कर सकता है?

15 प्यार जताइए। कुछ शादीशुदा भाई हर दिन कुछ-न-कुछ ऐसा करते हैं जिससे उनकी पत्नी को एहसास हो कि वे उससे बहुत प्यार करते हैं। (1 यूह. 3:18) एक पति छोटे-छोटे तरीकों से अपनी पत्नी के लिए प्यार का इज़हार कर सकता है। जैसे वह प्यार से उसका हाथ पकड़ सकता है या उसे गले लगा सकता है। वह उसे मैसेज भी भेज सकता है, जैसे वह लिख सकता है, “तुम्हारी याद आ रही है” या पूछ सकता है, “तुम ठीक हो ना?” कभी-कभी वह एक कार्ड में कुछ प्यार-भरे शब्द लिखकर भी उसे दे सकता है। जब एक पति ऐसा करता है, तो वह अपनी पत्नी का आदर कर रहा होता है। और इस तरह उनकी शादी का बंधन मज़बूत होगा।

16. एक पति को क्यों अपनी पत्नी की तारीफ करनी चाहिए?

16 कदर ज़ाहिर कीजिए। अगर एक पति अपनी पत्नी का आदर करता है, तो वह उसे बताएगा कि वह उसकी कितनी कदर करता है और उसका हौसला भी बढ़ाएगा। जैसे वह इस बात के लिए कदर ज़ाहिर करेगा कि उसकी पत्नी उसका साथ देने के लिए कितना कुछ करती है। (कुलु. 3:15) जब एक पति सच्चे दिल से अपनी पत्नी की तारीफ करेगा, तो उसकी पत्नी को बहुत अच्छा लगेगा। उसे एहसास होगा कि उसका पति उसकी परवाह करता है, उससे प्यार करता है और उसका आदर करता है।—नीति. 31:28.

17. एक पति कैसे दिखा सकता है कि वह अपनी पत्नी का आदर करता है?

17 प्यार और आदर से पेश आइए। जो पति अपनी पत्नी से प्यार करता है, वह उसे अनमोल समझता है। वह मानता है कि उसकी पत्नी यहोवा से मिला एक खूबसूरत तोहफा है। (नीति. 18:22; 31:10) इसलिए वह हमेशा उसके साथ प्यार और आदर से पेश आएगा, लैंगिक संबंध बनाते वक्‍त भी। वह अपनी पत्नी पर कुछ ऐसा करने का दबाव नहीं डालेगा जिससे उसे बुरा लगे या उसका ज़मीर कचोटे। f वह यह भी ध्यान रखेगा कि उसका ज़मीर भी साफ रहे और यहोवा के साथ उसके रिश्‍ते पर कोई आँच ना आए।—प्रेषि. 24:16.

18. पतियों को क्या ठान लेना चाहिए? (“ पत्नी का आदर करने के चार सुझाव” नाम का बक्स भी देखें।)

18 पतियो, यकीन रखिए कि आप अपनी पत्नी का आदर करने के लिए जो भी करते हैं, उस पर यहोवा ध्यान देता है और उसकी बहुत कदर करता है। इसलिए ठान लीजिए कि आप ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे आपकी पत्नी का अनादर हो, बल्कि उसके साथ प्यार और आदर से पेश आएँगे और उसके लिए प्यार जताएँगे। जब आप ऐसा करेंगे, तो आपकी पत्नी को एहसास होगा कि आप उससे प्यार करते हैं और उसे अनमोल समझते हैं। तो अपनी पत्नी का आदर कीजिए। ऐसा करके आप पूरी कायनात के मालिक यहोवा के साथ अपनी दोस्ती भी बनाए रख पाएँगे।—भज. 25:14.

गीत 131 “जिसे परमेश्‍वर ने एक बंधन में बाँधा”

a पतियो, जनवरी 2024 की प्रहरीदुर्ग में आया लेख, “यहोवा के जैसे बनें, बहनों के साथ अच्छे से पेश आएँ” ज़रूर पढ़िए।

b अगर आपका जीवन-साथी आपके साथ बुरा सलूक करता है, तो आपको “जब परिवार का कोई आप पर अत्याचार करे, तो क्या करें?” लेख पढ़ने से काफी मदद मिलेगी। यह लेख आपको jw.org पर और JW लाइब्रेरी में “कुछ और लेख” भाग के “कुछ और विषय” में मिलेगा।

c इसका क्या मतलब है? यहाँ “गाली-गलौज” का सिर्फ यह मतलब नहीं कि किसी को नीचा दिखाने के लिए उसे गंदे-गंदे नामों से पुकारना, बल्कि इसमें किसी की बेइज़्ज़ती करना, हमेशा उसकी बुराई करना, जान-बूझकर उसे चोट पहुँचाना या उसका नाम खराब करना भी शामिल है।

d jw.org पर और JW लाइब्रेरी में “पोर्नोग्राफी से तबाह हो सकती है शादीशुदा ज़िंदगी” नाम का लेख पढ़ें।

e अगर एक औरत का पति पोर्नोग्राफी देखता है, तो उसे अगस्त 2023 की प्रहरीदुर्ग में आया लेख “मेरा जीवन-साथी पोर्नोग्राफी देखे, तो क्या करूँ?” पढ़ने से काफी मदद मिल सकती है।

f बाइबल में साफ-साफ नहीं बताया गया है कि एक पति-पत्नी के बीच किस तरह के लैंगिक संबंध सही हैं और किस तरह के गलत। इसलिए एक पति-पत्नी को खुद तय करना चाहिए कि वे इस मामले में क्या करेंगे। लेकिन उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि वे जो भी करें, उससे यहोवा का आदर हो, दोनों को खुशी मिले और उनका ज़मीर साफ बना रहे। आम तौर पर एक पति-पत्नी इस निजी मामले के बारे में दूसरों के साथ चर्चा नहीं करेंगे।

g तसवीर के बारे में: एक भाई के साथ काम करनेवाले आदमी उसे एक किताब में गंदी तसवीरें दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।