अध्ययन लेख 7
गीत 15 यहोवा के पहलौठे की तारीफ करें!
यहोवा ने आपको माफ किया है—इससे आपको क्या फायदा होता है?
“तू सच्ची माफी देता है।”—भज. 130:4.
क्या सीखेंगे?
यहोवा हमें सच्ची माफी देता है। इस बात को समझाने के लिए बाइबल में कई उदाहरण दिए गए हैं। इस लेख में हम उनमें से कुछ पर ध्यान देंगे। इससे हमारा दिल यहोवा के लिए और भी एहसान से भर जाएगा।
1. शायद आपका दोस्त आपकी गलती माफ कर दे, फिर भी क्या हो सकता है?
सोचिए कि आपने अपने एक दोस्त का दिल दुखाया है। पर फिर आप उससे माफी माँगते हैं। तब वह कहता है, “मैंने तुझे माफ कर दिया।” यह सुनकर आपको कैसा लगेगा? आप राहत की साँस लेंगे और आपके दिल से एक भारी बोझ उतर जाएगा। फिर भी शायद आप सोचें, ‘क्या अब हमारी दोस्ती पहले जैसी रहेगी? कहीं हमारे रिश्ते में दरार तो नहीं आ जाएगी?’
2. यहोवा जिस तरह माफ करता है, उस बारे में बाइबल में क्या बताया है? (फुटनोट भी देखें।)
2 माफ करने के मामले में यहोवा हम इंसानों से बिलकुल अलग है। यहोवा जैसे माफ करता है, वैसे और कोई नहीं कर सकता। एक भजन में यहोवा के बारे में लिखा है, “तू सच्ची माफी देता है ताकि तेरी श्रद्धा की जाए।” a (भज. 130:4) जी हाँ, जब यहोवा किसी को माफ करता है, तो वह उसे सच में माफ कर देता है। हम उससे सीख सकते हैं कि माफ करने का असल में क्या मतलब होता है। इब्रानी शास्त्र के लेखकों ने जब यहोवा के माफ करने के बारे में बताया, तो कुछ जगहों पर उन्होंने एक खास शब्द इस्तेमाल किया। यह शब्द उन्होंने तब इस्तेमाल नहीं किया, जब एक इंसान दूसरे इंसान को माफ करता है।
3. यहोवा जिस तरह माफ करता है और इंसान जिस तरह माफ करते हैं, उसमें क्या फर्क है? (यशायाह 55:6, 7)
3 जब यहोवा किसी को माफ करता है, तो वह उसके पाप मिटा देता है और रिश्ते में आयी दरार को भर देता है, उसे फिर से पहले जैसा बना देता है। यहोवा दिल खोलकर और पूरी तरह माफ करता है।—यशायाह 55:6, 7 पढ़िए।
4. सच्ची माफी क्या होती है यह समझाने के लिए यहोवा ने क्या किया है?
4 यहोवा सच्ची माफी देता है, क्या हम इंसान इस बात को पूरी तरह समझ सकते हैं? बिलकुल। इस बात को समझाने के लिए यहोवा ने बाइबल में कई उदाहरण दिए हैं। उन पर ध्यान देने से हम समझ पाएँगे कि यहोवा किस तरह और किस हद तक माफ करता है। इस लेख में हम उन्हीं में से कुछ उदाहरणों पर ध्यान देंगे। हम देखेंगे कि यहोवा किस तरह हमारे पाप मिटा देता है और पाप की वजह से उसके साथ हमारा जो रिश्ता खराब हुआ है, उसे दोबारा ठीक कर देता है। इन उदाहरणों पर गौर करने से अपने प्यारे पिता यहोवा के लिए हमारा दिल और भी एहसान से भर जाएगा।
यहोवा हमारे पापों को हमसे दूर कर देता है
5. यहोवा हमारे पाप माफ करता है, इसका क्या मतलब है?
5 बाइबल में अकसर पाप को भारी बोझ की तरह बताया गया है। राजा दाविद ने अपने पाप के बारे में कहा, “मेरे गुनाहों का ढेर मेरे सिर से भी ऊँचा हो गया है, इतना भारी बोझ कि मुझसे सहा नहीं जाता।” (भज. 38:4) लेकिन जब एक इंसान दिल से पश्चाताप करता है, तो यहोवा उसके पाप माफ कर देता है। (भज. 25:18; 32:5) जिस इब्रानी शब्द का अनुवाद ‘माफ करना’ किया गया है, उसका मतलब है, “उठाना” या “उठाकर ले जाना।” तो यहोवा एक ताकतवर आदमी की तरह है जो हमारे पाप के भारी बोझ को उठा लेता है और हमसे दूर ले जाता है।
6. यहोवा हमारे पापों को हमसे कितना दूर ले जाता है?
6 यहोवा हमारे पापों को हमसे कितना दूर ले जाता है? आइए यह समझने के लिए बाइबल में दिए एक और उदाहरण पर गौर करें। भजन 103:12 में लिखा है, “पूरब पश्चिम से जितना दूर है, उसने हमारे अपराधों को हमसे उतना ही दूर फेंक दिया है।” हम अंदाज़ा भी नहीं लगा सकते कि पूरब पश्चिम से कितना दूर है। उसी तरह यहोवा हमारे पापों को हमसे इतना दूर ले जाता है कि हम कल्पना भी नहीं कर सकते। यह जानकर बहुत दिलासा मिलता है कि यहोवा हमारे पापों को हमसे दूर कर देता है और हमें पूरी तरह माफ कर देता है।
7. यहोवा हमारे पापों के साथ क्या करता है, इस बारे में बाइबल में क्या बताया है? (मीका 7:18, 19)
7 यहोवा हमारे पापों को हमसे दूर ले जाता है। लेकिन फिर वह उन पापों का क्या करता है? क्या वह उन्हें अपने पास रखता है? जी नहीं। राजा हिजकियाह ने यहोवा के बारे में लिखा कि उसने “मेरे सारे पापों को अपनी पीठ के पीछे फेंक दिया” या जैसा फुटनोट में लिखा है, “अपनी नज़रों से दूर कर दिया।” (यशा. 38:9, 17; फु.) इस उदाहरण से पता चलता है कि जब एक इंसान दिल से पश्चाताप करता है, तो यहोवा उसके पापों को अपनी पीठ के पीछे फेंक देता है। इसके बाद यहोवा ना तो उन पापों को पीछे मुड़कर देखता है, ना ही उन पर कोई ध्यान देता है। हिजकियाह की बात को कुछ इस तरह भी कहा जा सकता है, “तूने मेरे पापों को ऐसा कर दिया है जैसे मैंने कभी पाप किया ही ना हो।” इस बात को और अच्छी तरह समझाने के लिए मीका 7:18, 19 में एक और उदाहरण दिया गया है। (पढ़िए।) वहाँ बताया है कि यहोवा हमारे पापों को समुंदर की गहराइयों में फेंक देता है। पुराने ज़माने में अगर कोई चीज़ गहरे समुंदर में फेंक दी जाती थी, तो उसे दोबारा निकालना नामुमकिन होता था। ज़रा सोचिए, हमारे पापों के साथ भी यहोवा ऐसा ही करता है!
8. अब तक हमने क्या सीखा?
8 इन उदाहरणों से हम सीखते हैं कि जब यहोवा हमें माफ करता है, तो वह हमारे पापों का बोझ उठा लेता है और फिर हम खुद को दोषी महसूस नहीं करते। दाविद ने कितना सही कहा था, “सुखी हैं वे जिनके बुरे काम माफ किए गए हैं और जिनके पाप ढाँप दिए गए हैं। सुखी है वह इंसान जिसके पाप का यहोवा हरगिज़ लेखा नहीं लेगा।” (रोमि. 4:6-8) यहोवा कितना अच्छा परमेश्वर है, वह हमें सच्ची माफी देता है।
यहोवा हमारे पाप मिटा देता है
9. यहोवा ने कौन-से उदाहरण देकर समझाया कि वह किस हद तक हमें माफ करता है?
9 फिरौती बलिदान के ज़रिए यहोवा पश्चाताप करनेवाले लोगों के पाप पूरी तरह मिटा देता है। यह बात समझाने के लिए यहोवा ने बाइबल में कुछ और उदाहरण भी दिए हैं। जैसे इसमें लिखा है कि वह हमारे पापों के दाग धो डालता है और उन्हें मिटा देता है। इस तरह एक पापी इंसान शुद्ध हो जाता है। (भज. 51:7; यशा. 4:4; यिर्म. 33:8) यहोवा हमारे पाप किस हद तक धो देता है? इस बारे में उसने कहा, “चाहे तुम्हारे पाप सुर्ख लाल रंग के हों, तो भी वे बर्फ के समान सफेद हो जाएँगे। चाहे वे गहरे लाल रंग के हों, तो भी वे ऊन की तरह उजले बन जाएँगे।” (यशा. 1:18) अगर एक कपड़े पर सुर्ख या गहरे लाल रंग का दाग लग जाए, तो उसे मिटाना बहुत मुश्किल होता है। यह उदाहरण देकर यहोवा ने हमें यकीन दिलाया है कि वह हमारे पापों को धोकर इस कदर साफ कर देता है कि पाप के दाग नज़र ही नहीं आते।
10. यहोवा हमें दिल खोलकर माफ करता है, इस बात को किस उदाहरण से समझाया गया है?
10 जैसा पिछले लेख में बताया गया था, पाप “कर्ज़” की तरह हैं। (मत्ती 6:12, फु.; लूका 11:4) इसलिए जब भी हम यहोवा के खिलाफ पाप करते हैं, तो यह ऐसा है मानो हम कर्ज़-पर-कर्ज़ ले रहे हैं और हमारा कर्ज़ बढ़ता ही जा रहा है। लेकिन जब यहोवा हमें माफ कर देता है, तो हमारे पापों का कर्ज़ रद्द हो जाता है। फिर वह हमसे हमारे पापों का हिसाब नहीं माँगता, क्योंकि उसने हमें माफ कर दिया है। जब एक इंसान का कर्ज़ माफ हो जाता है, तो वह राहत की साँस लेता है। वैसे ही जब यहोवा हमें माफ कर देता है, तो हमें बहुत राहत मिलती है!
11. बाइबल में लिखा है कि हमारे पाप ‘मिटा दिए जाते हैं,’ इसका क्या मतलब है? (प्रेषितों 3:19)
11 यहोवा हमारे पाप या कर्ज़ सिर्फ रद्द नहीं करता है, बल्कि उन्हें मिटा भी देता है। (प्रेषितों 3:19 पढ़िए।) कर्ज़ रद्द करने के लिए आम तौर पर उस दस्तावेज़ को पेन से काट दिया जाता है जिस पर कर्ज़ की रकम लिखी होती है (उस पर कुछ इस तरह का निशान लगाया जाता है: X)। लेकिन निशान के पीछे जो लिखा होता है, वह तब भी दिखायी देता है। इससे पता चलता है कि कर्ज़ को रद्द करने और उसे मिटाने में फर्क है। इसे समझने के लिए इस बात पर ध्यान दीजिए। पुराने ज़माने में लिखने के लिए जो स्याही इस्तेमाल की जाती थी, वह कोयले, गोंद और पानी को मिलाकर बनती थी। एक व्यक्ति गीला कपड़ा या स्पंज लेकर उस लिखाई को आसानी से पोंछ सकता था। इसलिए कर्ज़ को ‘मिटाने के लिए,’ उसे पूरी तरह पोंछ दिया जाता था। जो भी लिखा होता था, वह सब मिट जाता था। कुछ दिखायी नहीं देता था, मानो कर्ज़ था ही नहीं। यह जानकर हमें कितनी खुशी होती है कि यहोवा ना सिर्फ हमारे पापों का कर्ज़ रद्द करता है, बल्कि उन्हें पूरी तरह मिटा देता है।—भज. 51:9.
12. बाइबल में घने बादलों का जो उदाहरण दिया है, उससे हम क्या सीखते हैं?
12 यहोवा हमारे पापों को किस तरह मिटाता है, यह समझाने के लिए उसने बाइबल में एक और उदाहरण लिखवाया है। यहोवा कहता है, “मैं तेरे अपराधों और पापों को मिटा दूँगा, उन्हें बादलों से, हाँ, घने बादलों से ढक दूँगा।” (यशा. 44:22) जब यहोवा हमें माफ करता है, तो यह ऐसा है मानो उसने हमारे अपराधों को घने बादलों से ढक दिया हो। इसके बाद ना तो हम अपने पापों को देख सकते हैं, ना ही यहोवा उन्हें देख सकता है।
13. जब यहोवा हमारे पाप माफ कर देता है, तो हम कैसा महसूस करते हैं?
13 अभी हमने जिन उदाहरणों पर गौर किया है, उनसे हम क्या सीखते हैं? जब यहोवा हमारे पाप माफ कर देता है, तो हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि पाप का दाग ज़िंदगी-भर हम पर लगा रहेगा। यीशु मसीह के खून से हमारे पापों की पाई-पाई चुका दी गयी है। हमारे कर्ज़ का रिकॉर्ड मिटा दिया गया है। जब हम अपने पापों का पश्चाताप करते हैं, तो यहोवा हमें सच्ची माफी देता है, हमें पूरी तरह माफ कर देता है।
यहोवा हमारे साथ दोबारा अच्छा रिश्ता बनाता है
14. हम क्यों यकीन रख सकते हैं कि यहोवा हमारे पापों को पूरी तरह माफ कर देता है? (तसवीरें भी देखें।)
14 सच्ची माफी यहोवा से ही मिलती है, इससे हम उसके साथ दोबारा एक अच्छा रिश्ता बना पाते हैं। याद रखिए, यहोवा हमें पूरी तरह माफ कर देता है, इसलिए हमें खुद को दोषी महसूस नहीं करना चाहिए। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि यहोवा अब भी हमसे नाराज़ है और हमें सज़ा देना चाहता है। एक बार माफ करने के बाद, वह कभी ऐसा नहीं करेगा। हम क्यों इस बात का यकीन रख सकते हैं? भविष्यवक्ता यिर्मयाह ने लिखा, ‘यहोवा ऐलान करता है, “मैं उनका गुनाह माफ करूँगा और उनका पाप फिर कभी याद नहीं करूँगा।”’ (यिर्म. 31:34) आगे चलकर प्रेषित पौलुस ने भी यिर्मयाह के इन शब्दों को दोहराया था। (इब्रा. 8:12) पर इन शब्दों का क्या मतलब है कि परमेश्वर हमारे पापों को फिर कभी याद नहीं करेगा?
15. जब यहोवा कहता है कि वह हमारे पाप याद नहीं करेगा, तो इसका क्या मतलब है?
15 बाइबल में ‘याद करने’ का हमेशा यह मतलब नहीं होता, किसी घटना या व्यक्ति के बारे में सोचना या उसे याद करना। इसका यह भी मतलब हो सकता है, उस बारे में कुछ करना। यीशु के साथ जिस अपराधी को काठ पर लटकाया गया था, उसने यीशु से कहा था: “यीशु, जब तू अपने राज में आए तो मुझे याद करना।” (लूका 23:42, 43) क्या वह बस यीशु को उसे याद करने के लिए कह रहा था? यीशु के जवाब से पता चलता है कि वह अपराधी चाहता था कि यीशु उसके लिए कुछ करे। इसलिए यीशु ने उससे कहा कि वह उसे दोबारा ज़िंदा करेगा। उसी तरह जब यहोवा कहता है कि वह हमारे पापों को याद नहीं करेगा, तो इसका मतलब है कि वह हमारे खिलाफ कुछ नहीं करेगा। एक बार यहोवा हमें माफ कर देता है, तो वह उन पापों के लिए बाद में हमें सज़ा नहीं देता।
16. सच्ची माफी मिलने पर हम आज़ाद हो जाते हैं, इस बात को बाइबल में कैसे समझाया गया है?
16 सच्ची माफी मिलने पर हम आज़ाद हो जाते हैं। इस बात को समझाने के लिए बाइबल में एक और उदाहरण दिया गया है। हम इंसान पापी हैं और हमारा झुकाव बुराई की तरफ होता है, इसलिए बाइबल में बताया है कि हम “पाप के गुलाम” हैं। लेकिन हम यहोवा के कितने शुक्रगुज़ार हैं कि उसने हमें माफ किया है और “पाप से आज़ाद” किया है। (रोमि. 6:17, 18; प्रका. 1:5) जब यहोवा हमें माफ करता है तो हमारा दिल एहसान से भर जाता है और हमें बहुत खुशी होती है, ठीक उस गुलाम की तरह जिसे बरसों बाद आज़ाद किया गया हो।
17. यशायाह 53:5 के मुताबिक यहोवा कैसे हमें चंगा करता है?
17 यशायाह 53:5 पढ़िए। आइए अब एक आखिरी उदाहरण पर ध्यान दें। बाइबल में बताया है कि हम एक ऐसे व्यक्ति की तरह हैं जिसे एक जानलेवा बीमारी है। लेकिन यहोवा ने अपने बेटे की फिरौती देकर हमें चंगा कर दिया है। (1 पत. 2:24) पाप करने से यहोवा के साथ हमारा रिश्ता खराब हो जाता है। लेकिन फिरौती की वजह से हम उस रिश्ते को दोबारा ठीक कर सकते हैं। ज़रा सोचिए, अगर एक इंसान की जानलेवा बीमारी पूरी तरह ठीक हो जाए, तो उसे कितनी खुशी होगी। उसी तरह जब यहोवा हमें माफ करता है, तो हम चंगे हो जाते हैं, उसके साथ दोबारा एक रिश्ते में जुड़ जाते हैं। और यह जानकर कि उसकी कृपा हम पर है, हमारा दिल खुशी से भर जाता है!
यहोवा सच्ची माफी देता है, इससे हमें कई फायदे होते हैं
18. हमने माफी के बारे में जिन उदाहरणों पर गौर किया, उनसे हमने क्या सीखा? (“यहोवा हमें किस तरह माफ करता है?” नाम का बक्स भी देखें।)
18 इस लेख में हमने कई उदाहरणों पर ध्यान दिया और देखा कि यहोवा किस तरह माफ करता है। इन उदाहरणों से हमने क्या सीखा? जब यहोवा हमें माफ करता है, तो वह पूरी तरह माफ करता है और फिर कभी उन पापों के लिए हमें सज़ा नहीं देता। इस वजह से हम अपने पिता यहोवा के साथ एक अच्छा रिश्ता बना पाते हैं। लेकिन हम यह भी याद रखते हैं कि यहोवा हमें जो सच्ची माफी देता है वह एक वरदान है, एक तोहफा है। हमें यह तोहफा इसलिए नहीं मिला है क्योंकि हम इसके लायक हैं, बल्कि इसलिए मिला है क्योंकि यहोवा हमसे बहुत प्यार करता है और हम पर महा-कृपा करना चाहता है।—रोमि. 3:24.
19. (क) हमें क्यों यहोवा का एहसान मानना चाहिए? (रोमियों 4:8) (ख) अगले लेख में हम क्या जानेंगे?
19 रोमियों 4:8 पढ़िए। यहोवा हमें “सच्ची माफी” देता है, इस बात के लिए हममें से हरेक को उसका एहसान मानना चाहिए। (भज. 130:4) लेकिन अगर हम यहोवा से माफी पाना चाहते हैं, तो हमें एक बहुत ज़रूरी काम करना होगा। वह क्या? यीशु ने बताया, “अगर तुम दूसरों के अपराध माफ नहीं करोगे, तो तुम्हारा पिता भी तुम्हारे अपराध माफ नहीं करेगा।” (मत्ती 6:14, 15) इसलिए यह बहुत ज़रूरी है कि हम यहोवा की तरह दूसरों को माफ करें। हम यह कैसे कर सकते हैं? अगले लेख में हम इसी बारे में जानेंगे।
गीत 46 तेरा एहसान मानते यहोवा
a वैसे तो हम इंसान भी एक-दूसरे को माफ करते हैं, लेकिन भजन 130:4 में जिस इब्रानी शब्द का अनुवाद “सच्ची माफी” किया गया है, वह बहुत अनोखा है। उससे पता चलता है कि यहोवा ही सही मायनों में पाप पूरी तरह माफ कर सकता है। इस अहम बात को कई बाइबल अनुवादों में नज़रअंदाज़ कर दिया गया है। लेकिन नयी दुनिया अनुवाद बाइबल में इसके सही मतलब को ध्यान में रखकर अनुवाद किया गया है।