सजग होइए! के इस अंक में
पूरी दुनिया आज मुश्किलों से भरी है। कुछ विपत्तियाँ कुदरती हैं, तो कुछ के लिए इंसान ज़िम्मेदार होते हैं। आज नहीं तो कल हमें शायद इन विपत्तियों की मार सहनी पड़े। ऐसे में आप और आपका परिवार इनका सामना कैसे कर सकता है? इन चार तरीकों से: