दुनिया पर एक नज़र
अमरीकी महाद्वीप
पवित्र शास्त्र में जो बुद्धि की बातें लिखी हैं, वे बेशकीमती हैं। यह बात हम अमरीकी महाद्वीप की खबरों से समझ पाते हैं।
ई-मेल कम देखें—तनाव कम करें
कनाडा के वैनकूवर में लोगों पर एक अध्ययन किया गया, जिससे पता चला कि जब लोग दिन में कई बार ई-मेल न देखकर, सिर्फ तीन बार देखते हैं तो उनको कम तनाव होता है। कोस्टाडिन कूशलेव की निगरानी में यह अध्ययन किया गया था। उनका कहना है, “लोगों का बार-बार ई-मेल देखने का मन करता है, पर उन्हें खुद को रोकना बहुत मुश्किल लगता है। मगर जब वे ऐसा करते हैं, तो उनका तनाव कम हो जाता है।”
ज़रा सोचिए: हम ऐसे वक्त में जी रहे हैं “जिसका सामना करना मुश्किल” है, तो क्या हमें तनाव कम करने के तरीके नहीं ढूँढ़ने चाहिए?—2 तीमुथियुस 3:1.
मछलियों की गिनती में बढ़ोतरी
वन्य जीव संरक्षण संस्था की एक रिपोर्ट बताती है कि बेलिज़ और कैरिबियन देशों के नो-टेक ज़ोन में घोंघों, केकड़ों और मछलियों की गिनती में बढ़ोतरी हुई है। नो-टेक ज़ोन समुंदर के वे इलाके हैं, जहाँ सरकार ने नुकसान पहुँचानेवाली हर गतिविधि पर पाबंदी लगायी है। कुछ समुद्री प्रजातियाँ ज़्यादा मछली पकड़ने के कारण कम हो गयी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक जिन इलाकों में मछलियाँ पकड़ने पर कोई रोक नहीं है, उनके मुकाबले नो-टेक ज़ोन में 1-6 साल के अंदर कम हुई प्रजातियाँ बढ़ सकती हैं। लेकिन उनकी गिनती पहली जैसी होने में दशकों लग सकते हैं। इस संस्था की जैनट गिब्सन ने बेलिज़ के बारे में कहा, “यह साफ है कि नो-टेक ज़ोन बनाने से देश के समुंदर में मछलियों, समुद्री पौधों और दूसरे जीव-जन्तुओं की गिनती में बढ़ोतरी होती है।”
ज़रा सोचिए: क्या खुद को सुधारने की प्रकृति की काबिलीयत इस बात का सबूत नहीं कि इसे बनानेवाला कोई है?—भजन 104:24, 25.
ब्राज़ील में हिंसा
आशेनसीया ब्रज़ील नाम की एक समाचार संस्था ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि ब्राज़ील में हिंसा बढ़ती जा रही है। 2012 में 56,000 से भी ज़्यादा लोगों की हत्या हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय के आँकड़ों के मुताबिक यह अब तक की सबसे बड़ी गिनती है। सार्वजनिक सुरक्षा विशेषज्ञ लूईस सापोरी का मानना है कि ऐसी गिनती तब बढ़ती है जब नैतिकता में गिरावट आती है। एक बार लोग सभ्य समाज के नियम के लिए आदर खो देते हैं, तो वे अपनी बात मनवाने के लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं।
क्या आपको पता था? बाइबल में पहले से ही बताया गया था कि ऐसा वक्त आएगा, जब लोगों का “प्यार ठंडा” पड़ जाएगा और दुष्टता बढ़ जाएगी।—मत्ती 24:3, 12. (g16-E No. 5)