खुश कैसे रहें?
हम जवान हों या बुज़ुर्ग, शादीशुदा हों या अविवाहित, सब खुश रहना चाहते हैं। हमारा बनानेवाला भी यही चाहता है, इसीलिए उसने हमें इस बारे में बढ़िया सलाह दी है।
मेहनती बनिए
“वह कड़ी मेहनत करे और अपने हाथों से ईमानदारी का काम करे ताकि किसी ज़रूरतमंद को देने के लिए उसके पास कुछ हो।”—इफिसियों 4:28.
ईश्वर चाहता है कि हम मेहनत करें। उसकी सलाह मानने से हमारा ही भला होगा। मेहनती बनने से हम अपनी और अपने परिवार की ज़रूरतें पूरी कर पाएँगे और ज़रूरतमंद लोगों की मदद कर पाएँगे। हमारी नौकरी भी हाथ से नहीं जाएगी, क्योंकि हमारा बॉस हमसे खुश होगा। शास्त्र में एकदम सही लिखा है कि एक इंसान को अपनी मेहनत का जो फल मिलता है वह “परमेश्वर की देन है।”—सभोपदेशक 3:13.
ईमानदार रहिए
“हमें यकीन है कि हमारा ज़मीर साफ है और हम सब बातों में ईमानदारी से काम करना चाहते हैं।”—इब्रानियों 13:18.
एक ईमानदार इंसान को किसी बात का डर नहीं सताता, वह चैन से सो पाता है। लोग उस पर भरोसा कर पाते हैं और उसकी इज़्ज़त करते हैं। लेकिन एक बेईमान इंसान अपनी ही नज़रों में गिर जाता है। उसका मन उसे कचोटता रहता है कि उसने कुछ गलत किया है। उसे हर वक्त यह डर लगा रहता है कि कहीं वह पकड़ा न जाए।
पैसे के पीछे मत भागिए
“तुम्हारे जीने का तरीका दिखाए कि तुम्हें पैसे से प्यार नहीं और जो कुछ तुम्हारे पास है उसी में संतोष करो।”—इब्रानियों 13:5.
खाने-पहनने की ज़रूरतें पूरी करने के लिए पैसा ज़रूरी है। मगर पैसे का लालच करने से एक इंसान को बुरे अंजाम भुगतने पड़ सकते हैं। अगर वह दिन-रात पैसे कमाने में लगा रहे, तो वह अपने परिवार को समय नहीं दे पाएगा। उसकी शादी टूट सकती है और सेहत भी खराब हो सकती है। (1 तीमुथियुस 6:9, 10) पैसे का प्यार एक इंसान को बेईमान भी बना सकता है। यही वजह है कि एक बुद्धिमान व्यक्ति ने कहा, “सच्चा आदमी ढेरों आशीषें पाएगा, लेकिन जो रातों-रात अमीर बनना चाहता है वह निर्दोष नहीं रह पाएगा।”—नीतिवचन 28:20.
सबसे अच्छी शिक्षा लीजिए
“जो बुद्धि तुझे फायदा पहुँचाती है उसे सँभालकर रखना और अपनी सोचने-परखने की शक्ति गँवा न देना।”—नीतिवचन 3:21.
पढ़-लिखकर हम अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं और अपने परिवार की अच्छी तरह देखभाल कर सकते हैं। लेकिन डिग्री हासिल करना इस बात की गारंटी नहीं कि हम हमेशा खुश रहेंगे। अगर हम सच में कामयाब होना चाहते हैं, तो हमें ईश्वर से सीखना होगा। पवित्र शास्त्र में लिखा है कि जो ईश्वर की सुनता है, “वह आदमी अपने हर काम में कामयाब होगा।”—भजन 1:1-3.