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परिवारवालों का आदर कीजिए

परिवारवालों का आदर कीजिए

यह क्यों ज़रूरी है?

जब परिवार में पति, पत्नी और बच्चे, सभी एक-दूसरे का आदर करते हैं तो परिवार खुश रहता है और घर में शांति बनी रहती है।

  • अँग्रेज़ी किताब शादी को सफल बनाने के लिए सात सिद्धांत में लिखा है कि अगर पति-पत्नी एक-दूसरे की इज़्ज़त करेंगे, तो वे “ना सिर्फ बड़ी-बड़ी चीज़ों में बल्कि हर दिन की छोटी-छोटी चीज़ों में भी” अपना प्यार ज़ाहिर कर पाएँगे।

  • एक खोज दिखाती है कि जो बच्चे दूसरों का आदर करते हैं, वे अपने बारे में अच्छा महसूस करते हैं, उनका मम्मी-पापा के साथ एक अच्छा रिश्‍ता होता है, वे खुश रहते हैं और उन्हें मानसिक समस्याएँ भी बहुत कम होती हैं।

आप यह कैसे कर सकते हैं?

पूरा परिवार मिलकर बात कीजिए। पहला, अपने जीवन-साथी के साथ मिलकर पक्का कीजिए कि परिवार में सबको पता हो कि आदर करना क्यों ज़रूरी है। दूसरा, लिखिए कि हर सदस्य को कैसे पेश आना चाहिए और कैसे नहीं। तीसरा, जो बातें आपने लिखी हैं उन पर पूरा परिवार मिलकर बात कीजिए ताकि सभी को पता हो कि दूसरों को आदर देने के लिए उन्हें क्या करना है।

“सलाह-मशविरा न करने से योजनाएँ नाकाम हो जाती हैं, लेकिन बहुतों की सलाह से कामयाबी मिलती है।” —नीतिवचन 15:22.

एक अच्छी मिसाल रखिए। क्या आपके परिवारवालों से गलती हो जाने पर आप उन्हें सुनाते रहते हैं? जब वे किसी मामले में अपनी राय देते हैं तो क्या आप उनका मज़ाक उड़ाते हैं? जब वे कुछ बोल रहे होते हैं, तो क्या आप उन्हें बीच में ही टोक देते हैं या उनकी बातों पर कोई ध्यान नहीं देते? याद रखिए, पहले आपको दूसरों को आदर देना चाहिए।

सुझाव: अपने जीवन-साथी और बच्चों को तब भी आदर देने की कोशिश कीजिए, जब आपको लगे कि वे इसके लायक नहीं हैं।

“खुद आगे बढ़कर दूसरों का आदर करो।”—रोमियों 12:10.

सहमत ना होने पर भी झगड़िए मत। परिवार के किसी सदस्य से अपनी बात कहते वक्‍त ऐसा मत कहिए, “तुम हमेशा ऐसा करते हो” या “तुम कभी नहीं सुनते हो” या “तुमसे तो बात करना ही बेकार है।” ऐसा कहने से उसे बुरा लग सकता है और छोटी-सी अनबन बड़े झगड़े में बदल सकती है।

“नरमी से जवाब देने पर क्रोध शांत हो जाता है, लेकिन चुभनेवाली बात से गुस्सा भड़क उठता है।”—नीतिवचन 15:1.

हमारी कोशिशें

हम यहोवा के साक्षी हर परिवार के सदस्यों को बढ़ावा देते हैं कि वे एक-दूसरे का आदर करें। इस बारे में हमारे कई लेखों, किताबों-पत्रिकाओं और वीडियो में बताया गया है। और हम ये सभी प्रकाशन मुफ्त में उपलब्ध कराते हैं।

पति-पत्नियों के लिए: परिवार के लिए मदद भाग में कई लेख दिए गए हैं, जिन्हें पढ़कर पति-पत्नी बहुत कुछ सीख सकते हैं, जैसे . . .

  • अच्छे सुननेवाले कैसे बनें

  • समस्याओं को कैसे सुलझाएँ

  • बहस करना कैसे बंद करें

(jw.org पर खोजिए बक्स में “परिवार के लिए मदद” टाइप करें)

माता-पिताओं के लिए: परिवार के लिए मदद भाग में कई लेख दिए गए हैं जिन्हें पढ़कर माता-पिता अपने बच्चों को बहुत कुछ सिखा सकते हैं, जैसे . . .

  • मम्मी-पापा की बात मानना

  • घर के कामों में हाथ बँटाना

  • “प्लीज़” और “थैक्यूँ” बोलना

(jw.org पर खोजिए बक्स में “बच्चों की परवरिश” और “जब बच्चे बड़े होने लगें” टाइप करें)

सजग होइए! अंक 2, 2019 के लेख, “बच्चों के लिए छः अहम सीख” और सजग होइए! अंक 2, 2018 के लेख, “12 सुझाव आज़माएँ, अपने परिवार को सुखी बनाएँ,” पेज 8-11 भी पढ़ें। (jw.org पर खोजिए बक्स में इन लेखों के शीर्षक टाइप करें)

नौजवानों के लिए: नौजवानों के लिए मदद भाग में कई लेख, वीडियो और अभ्यास दिए गए हैं जिनकी मदद से बच्चे और नौजवान बहुत कुछ सीख सकते हैं, जैसे . . .

  • मम्मी-पापा और भाई-बहनों के साथ कैसे अच्छा रिश्‍ता बनाएँ

  • मम्मी-पापा से उनके नियमों के बारे में कैसे आदर से बात करें

  • मम्मी-पापा का भरोसा कैसे जीतें

(jw.org पर खोजिए बक्स में “नौजवानों के लिए मदद” टाइप करें)

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