1 क्या हमारी तकलीफों के लिए ईश्वर ज़िम्मेदार है?
यह जानना क्यों ज़रूरी है?
आज कई लोग अपनी तकलीफों के लिए ईश्वर को ज़िम्मेदार मानते हैं और उस पर से उनका भरोसा उठ गया है।
ज़रा सोचिए
कई धर्म गुरु किसी-न-किसी तरह से सिखाते हैं कि हमारी तकलीफों के लिए ईश्वर ज़िम्मेदार है। उदाहरण के लिए वे कहते हैं:
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प्राकृतिक विपत्तियाँ लाकर ईश्वर हमें सज़ा देता है।
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जब ईश्वर को फरिश्तों की ज़रूरत होती है, तो वह बच्चों को अपने पास बुला लेता है।
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ईश्वर युद्धों का समर्थन करता है, जो देखा जाए तो दुख-तकलीफों की एक बड़ी वजह है।
क्या ये बातें वाकई सच हैं? कहीं ऐसा तो नहीं कि ईश्वर ने धर्म गुरुओं को ठुकरा दिया है क्योंकि वे उसके बारे में झूठी बातें सिखाते हैं?
ज़्यादा जानने के लिए
jw.org पर बाइबल का अध्ययन क्यों करें? वीडियो देखें।
बाइबल क्या बताती है?
ईश्वर हम पर दुख-तकलीफें नहीं लाता।
अगर ऐसा होता, तो बाइबल में ईश्वर के बारे में आगे बतायी बातें नहीं कही जातीं:
“[परमेश्वर] जो कुछ करता है न्याय के मुताबिक करता है। . . . वह नेक और सीधा-सच्चा है।”—व्यवस्थाविवरण 32:4.
“ऐसा हो ही नहीं सकता कि सच्चा परमेश्वर दुष्ट काम करे, यह मुमकिन नहीं कि सर्वशक्तिमान बुरे काम करे।”—अय्यूब 34:10.
“सर्वशक्तिमान अन्याय नहीं करता।”—अय्यूब 34:12.
ईश्वर ऐसे धर्मों को ठुकरा देता है, जो उसके बारे में झूठ सिखाते हैं।
वह उन धर्मों को ठुकरा देता है, जो यह सिखाते हैं कि ईश्वर हम पर तकलीफें लाता है। उन धर्मों को भी जो युद्ध और हिंसा का बढ़ावा देते हैं।
“भविष्यवक्ता मेरे [यानी परमेश्वर के] नाम से झूठी भविष्यवाणी कर रहे हैं। मैंने न तो उन्हें भेजा, न उन्हें आज्ञा दी और न ही उनसे बात की। वे तुम लोगों को झूठे दर्शन सुनाते हैं . . . और मन में छल की बातें गढ़कर सुनाते हैं।”—यिर्मयाह 14:14.
यीशु ने धर्म में हो रहे पाखंड को धिक्कारा।
“जो मुझे ‘हे प्रभु, हे प्रभु’ कहते हैं, उनमें से हर कोई स्वर्ग के राज में दाखिल नहीं होगा, मगर सिर्फ वही दाखिल होगा जो स्वर्ग में रहनेवाले मेरे पिता की मरज़ी पूरी करता है। उस दिन बहुत-से लोग मुझसे कहेंगे, ‘हे प्रभु, हे प्रभु, क्या हमने तेरे नाम से भविष्यवाणी नहीं की और तेरे नाम से, लोगों में समाए दुष्ट स्वर्गदूतों को नहीं निकाला और तेरे नाम से बहुत-से शक्तिशाली काम नहीं किए?’ तब मैं उनसे साफ-साफ कह दूँगा: मैं तुम्हें नहीं जानता। अरे दुष्टो, दूर हो जाओ मेरे सामने से!”—मत्ती 7:21-23.