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युद्ध के शिकार पहले कोई और थे अब कोई और

युद्ध के शिकार पहले कोई और थे अब कोई और

युद्ध के शिकार पहले कोई और थे अब कोई और

संयुक्‍त राष्ट्र के रेडियो कार्यक्रम “पर्सपैक्टिव” में बताया गया था कि “पुराने ज़माने के युद्धों से आजकल के युद्धों में काफी फर्क है . . . आजकल सैनिकों से ज़्यादा आम जनता युद्ध का शिकार” बन रही है। उदाहरण के लिए, पहले विश्‍व-युद्ध में सिर्फ 5 प्रतिशत आम जनता शिकार हुई थी। मगर दूसरे विश्‍व-युद्ध के दौरान यह संख्या बढ़कर 48 प्रतिशत हो गई। और आज “90 प्रतिशत आम जनता युद्ध का शिकार होती है, जिसमें ज़्यादातर बच्चे, औरतें, और बड़े-बुज़ुर्ग होते हैं।”

ओलारा ओटूनू, संयुक्‍त राष्ट्र के सॆक्रेटरी-जनरल का खास प्रतिनिधि है, वह युद्ध के शिकार बच्चों का विभाग सँभालता है। उसके मुताबिक “1987 से लेकर अब तक युद्धों में करीब 20 लाख मासूम बच्चे मारे गए हैं।” यानी पिछले 12 से भी ज़्यादा सालों से, हर दिन 450 से ज़्यादा बच्चे युद्ध की वेदी पर बलि चढ़े! इसके अलावा, वह बताता है कि उस दौरान 60 लाख से भी ज़्यादा बच्चे या तो बुरी तरह घायल हुए या फिर ज़िंदगी-भर के लिए अपाहिज बन गए।

ओटूनू कहता है कि युद्ध में शिकार होनेवाले बच्चों की बढ़ती संख्या तभी रोकी जा सकती है जब संयुक्‍त राष्ट्र कुछ खास इलाकों में युद्ध पर रोक लगा दे। संयुक्‍त राष्ट्र का रेडियो कार्यक्रम बताता है, “स्कूल, अस्पताल और खेल-कूद की जगहों को युद्ध के खतरे से आज़ाद होना चाहिए क्योंकि वहाँ बहुत बच्चे होते हैं।” वह आगे बताता है कि अगर संयुक्‍त राष्ट्र चाहता है कि आम जनता युद्ध का शिकार न हो, तो सबसे बढ़िया तरीका है कि “युद्ध को होने न दिया जाए।” कितनी सच बात है, न कोई युद्ध होगा और न कोई युद्ध का शिकार होगा। लेकिन क्या कभी ऐसा हो सकता है?

ज़्यादातर लोग मानते हैं कि ऐसा कभी नहीं हो सकता। क्यों? क्योंकि उनका कहना है कि युद्ध तो बरसों से होते रहे हैं। लेकिन परमेश्‍वर का वचन, बाइबल वादा करती है कि परमेश्‍वर यहोवा ज़रूर युद्ध को मिटा देगा। इसके बारे में बाइबल कहती है, “वह पृथ्वी की छोर तक लड़ाइयों को मिटाता है।” (भजन 46:9) यह कब होगा? और हम पूरे विश्‍वास से क्यों कह सकते हैं कि पूरी दुनिया में शांति लाने का परमेश्‍वर का वादा ज़रूर पूरा होगा? अगर आप इन सवालों का जवाब पाना चाहते हैं तो इस पत्रिका के प्रकाशकों को ज़रूर लिखिए। इसके लिए अपनी सहूलियत के मुताबिक पेज 5 पर दिए किसी भी पते पर लिखिए या यहोवा के साक्षियों के नज़दीकी किंगडम हॉल से संपर्क कीजिए। यहोवा के साक्षी बिना पैसा लिए आपको इन सवालों का साफ-साफ जवाब जानने में मदद करेंगे।

[पेज 31 पर चित्र का श्रेय]

UN PHOTO 156450/J. Isaac