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बागबानी करना आपके लिए अच्छा है

बागबानी करना आपके लिए अच्छा है

बागबानी करना आपके लिए अच्छा है

क्या आपको बागबानी करने का शौक है? इससे न सिर्फ आपका मन बहलेगा बल्कि यह आपके लिए फायदेमंद भी है। लंदन के इंडिपेंडेन्ट अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक खोजकर्ताओं ने इसके सबूत ढूँढ़ निकाले हैं कि “बागबानी करना आपकी सेहत के लिए अच्छा है। इससे आपका तनाव और ब्लड प्रेशर कम होता है, यहाँ तक कि आपकी उम्र भी लंबी होती है।”

लेखिका गे सर्च कहती हैं कि “दिन-भर की दौड़-धूप और तनाव के बाद शाम को घर आकर अपने बागीचे में वक्‍त बिताने से बहुत सुकून मिलता है।” बागबानी करना न सिर्फ फायदेमंद और दिलचस्प काम है, बल्कि इससे जितनी कसरत होती है उतनी जिमखाना जाने से भी नहीं होती। वह कैसे? सर्च के मुताबिक, “खुदाई करने और पाँचा चलाने जैसे काम अच्छी कसरत हैं। इन कामों से जितनी कैलोरी खर्च होती हैं, उतनी तो साइकिल चलाने से भी नहीं होतीं।”

बागीचे की देखभाल करने से खासकर बुज़ुर्गों को फायदा होता है। नयी कली के खिलने या नया अंकुर फूटने का इंतज़ार करने से उन्हें जीने की एक उम्मीद मिलती है। इसके अलावा, रॉयल बागबानी संस्था की डॉ. ब्रिजिड बोर्डमन कहती हैं कि “बाग-बगीचे, [बुढ़ापे के साथ आनेवाली] तकलीफों और निराशाओं से राहत पहुँचाने का काम करते हैं।” जैसे-जैसे उम्र ढलने लगती है, वे दूसरों पर निर्भर होने लगते हैं और इसी का गम अकसर बुज़ुर्गों को मायूस कर देता है। मगर बागबानी करने से उन्हें यह तसल्ली मिलती है कि उनकी ज़िंदगी अब भी उन्हीं के हाथ में है। वह कैसे? डॉ. बोर्डमन कहती हैं: “जब हम खुद यह तय करते हैं कि बागीचे में कौन-सा पौधा लगाना चाहिए, बागीचा दिखने में कैसा होना चाहिए और इसकी देखभाल कैसे की जानी चाहिए, तो हमें यह एहसास होता है कि हम अपनी ज़िंदगी के मालिक हैं। इतना ही नहीं, दूसरों का खयाल रखने की हमारे अंदर जो ज़रूरत है, वह भी पूरी होती है।”

मानसिक समस्याओं से पीड़ित लोगों को अकसर खूबसूरत और शांत माहौल में काम करने से सुकून मिलता है। इसके अलावा, दूसरों के लिए फल-फूल उगाने से उनमें दोबारा आत्म-विश्‍वास और आत्म-सम्मान बढ़ता है।

लेकिन बाग की हरियाली से सिर्फ बागबानों को ही फायदा नहीं होता। यूनिवर्सिटी ऑफ टैक्सस के प्रोफेसर, रॉजर उलरिख ने एक परीक्षण किया। उसने कुछ लोगों को दवाइयाँ देकर उनका तनाव बढ़ाया। फिर उनमें से कुछ लोगों को ऐसी जगह ले जाया गया जहाँ हरियाली और चारों तरफ पेड़-ही-पेड़ हैं। उसने उनके दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर से पता लगाया कि वे उन लोगों के मुकाबले ज़्यादा जल्दी ठीक हो गए थे, जिन्हें हरियाली से दूर रखा गया था। इसी से मिलती-जुलती एक जाँच से यह पाया गया कि मरीज़ों को ऑपरेशन के बाद ठीक होने के लिए ऐसे कमरे में रखने से ज़्यादा फायदा हुआ है, जहाँ खिड़कियों से पेड़ दिखायी देते हैं। ये मरीज़, दूसरे मरीज़ों के मुकाबले “जल्दी ठीक हुए, घर जल्दी गए, इन्हें दर्द से राहत पाने के लिए कम दवाइयों की ज़रूरत पड़ी और इन्होंने शिकायत भी कम की।” (g05 4/22)