इतिहास की सबसे खास तारीख
इतिहास की सबसे खास तारीख
यह वह तारीख थी जब यीशु मसीह की मौत हुई थी। उसकी मौत क्यों इतनी अहमियत रखती है? इसके कई कारण हैं।
यीशु ने मरते दम तक वफादार रहकर यह साबित कर दिखाया कि इंसान, परमेश्वर की तरफ अपनी खराई बनाए रख सकता है।
मसीह की मौत से कुछ इंसानों को स्वर्ग में उसके साथ राज करने का मौका भी मिला है। इतना ही नहीं, इससे अनगिनत लोगों के लिए धरती पर फिरदौस में हमेशा की ज़िंदगी पाने का रास्ता खुल गया है।
यीशु ने अपनी मौत से पहले की शाम को, अपनी इंसानी ज़िंदगी के बलिदान की निशानी के तौर पर अखमीरी रोटी और लाल दाखमधु का इस्तेमाल किया। इसके बाद उसने अपने चेलों से कहा: “मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।” (लूका 22:19) क्या आप इस खास घटना की यादगार मनाएँगे?
यहोवा के साक्षी, तहेदिल से आपको न्यौता दे रहे हैं कि आप भी उनके साथ, यीशु की मौत के स्मारक समारोह में हाज़िर हों। इस साल यह स्मारक बुधवार, 12 अप्रैल को सूर्यास्त के बाद मनाया जाएगा। यहोवा के साक्षियों का जो राज्य घर आपके लिए नज़दीक पड़ता है, वहाँ आप इस समारोह के लिए हाज़िर हो सकते हैं। कृपया अपने इलाके के साक्षियों से पता कीजिए कि स्मारक ठीक कब और कहाँ मनाया जाएगा। (g 3/06)