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सजग होइए! पढ़नेवालों को

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सजग होइए! पढ़नेवालों को

सजग होइए! के इस अंक से पत्रिका में कुछ बदलाव किए जा रहे हैं। हालाँकि कुछ लेख पहले से अलग होंगे, मगर काफी कुछ पहले जैसा ही रहेगा।

सजग होइए! का मकसद आज भी वही है जो बरसों से रहा है। जैसा कि पेज 4 पर समझाया गया है, “सजग होइए! का यह मकसद है कि परिवार का हर सदस्य इसको पढ़कर फायदा उठाए।” हमेशा की तरह आगे भी सजग होइए! दुनिया की घटनाओं की जाँच-परख करेगी, देश-देश के लोगों के बारे में बताएगी, सृष्टि के अजूबों का ब्यौरा देगी, सेहत के बारे में चर्चा करेगी और जिन्हें वैज्ञानिक मामलों पर खास मालुमात नहीं है, उन्हें ऐसे विषयों से वाकिफ कराएगी। इस तरह यह पत्रिका अपने पाठकों को जानकारी देती रहेगी, और दुनिया में हो रही घटनाओं के बारे में उन्हें सतर्क करती रहेगी।

अगस्त 22, 1946 के अंक में सजग होइए! (अँग्रेज़ी) ने यह वादा किया था: “इस पत्रिका का सबसे बड़ा लक्ष्य होगा सच्चाई की तरफ अपनी खराई बनाए रखना।” वाकई, सजग होइए! की हमेशा से यही कोशिश रही है कि किसी भी मामले पर सच्ची जानकारी पेश करे। इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए हर लेख की अच्छी तरह से खोजबीन और बारीकी से जाँच की जाती है ताकि जानकारी बिलकुल सही हो। मगर इसके अलावा, एक और बेहद खास तरीके से इस पत्रिका ने “सच्चाई की तरफ अपनी खराई” बनाए रखी है।

सजग होइए! पत्रिका ने हमेशा अपने पढ़नेवालों का ध्यान बाइबल की तरफ खींचा है। मगर इस महीने के अंक से सजग होइए! में बाइबल पर आधारित लेख पहले से ज़्यादा होंगे। (यूहन्‍ना 17:17) इतना ही नहीं, सजग होइए! में आगे भी ऐसे लेख प्रकाशित किए जाएँगे जो दिखाएँगे कि आज ज़िंदगी में मकसद और कामयाबी पाने के लिए बाइबल की कारगर सलाहें कैसे हमारी मदद कर सकती हैं। मिसाल के लिए, “युवा लोग पूछते हैं . . .” और “बाइबल का दृष्टिकोण” ये लेख आगे भी पेश किए जाएँगे, जिनमें बाइबल से काफी निर्देश दिए जाते हैं। इनके अलावा, सजग होइए! आगे भी अपने पढ़नेवालों का ध्यान बाइबल में बताए इस वादे की तरफ खींचती रहेगी कि बहुत जल्द इस बुरे संसार का नाश किया जाएगा और उसकी जगह एक नयी दुनिया आएगी जहाँ इंसान अमन-चैन से रहेंगे।—प्रकाशितवाक्य 21:3, 4.

पत्रिका में और क्या अलग होगा? सजग होइए! पत्रिका 82 भाषाओं में छापी जाती है। इनमें से ज़्यादातर भाषाओं में यह अब तक अर्ध-मासिक थी, मगर इस अंक से यह उन भाषाओं में मासिक पत्रिका होगी। * सन्‌ 1946 से लगातार प्रकाशित होनेवाला लेख “विश्‍व-दर्शन” आगे भी हर अंक में प्रकाशित होगा मगर अब यह दो पेज के बजाय एक ही पेज का होगा। अँग्रेज़ी भाषा की इस पत्रिका में पेज 31 पर हम एक और दिलचस्प लेख शुरू कर रहे हैं जो अब से हर अंक में होगा। इस लेख का शीर्षक है “आप क्या जवाब देंगे?” यह लेख किस बारे में है और आप इसका कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं?

तीन महीने में एक बार छपनेवाले कुछ अंकों में यह भाग होगा “आप क्या जवाब देंगे?” इसमें दिए कुछ सवाल बच्चों को दिलचस्प लगेंगे; जबकि दूसरे सवाल बाइबल का अच्छा ज्ञान रखनेवालों की याददाश्‍त को परखेंगे। “इतिहास में कब हुआ?” शीर्षक के तहत आप समय की एक तालिका बना पाएँगे, जिसमें आप लिख सकेंगे कि बाइबल का फलाँ किरदार, किस दौर का था और बाइबल में बतायी खास घटनाएँ किन तारीखों पर घटी थीं। “इस अंक से” शीर्षक के तहत दिए सवालों के जवाब उसी अंक में पाए जा सकते हैं, मगर बाकी सवालों के जवाब, उसी पेज पर उल्टे लिखे होंगे। पत्रिका में दिए जवाबों को पढ़ने से पहले, क्यों ना आप थोड़ी-बहुत खोजबीन करें और फिर सीखी हुई बातें दूसरों के साथ बाँटें? अपने परिवार या दोस्तों के साथ बाइबल के विषयों पर चर्चा करने के लिए भी, “आप क्या जवाब देंगे?” इस नए भाग का आप इस्तेमाल कर सकते हैं।

कुछ 60 साल पहले सजग होइए! (अँग्रेज़ी) ने यह वादा किया था: “जहाँ तक इस पत्रिका में चर्चा किए जानेवाले विषयों की बात है, तो यह पत्रिका जानकारी को इस तरह पेश करेगी ताकि दुनिया के सभी हिस्सों में रहनेवालों को फायदा हो, न कि सिर्फ एक इलाके में रहनेवालों को। इस तरह यह सभी देशों के नेकदिल लोगों के लिए दिलचस्प पत्रिका साबित होगी। . . . इस पत्रिका में ऐसी जानकारी पेश की जाएगी . . . जिसे हर उम्र के ज़्यादा-से-ज़्यादा लोग पढ़ना पसंद करेंगे, उससे फायदा पाएँगे और उनका ज्ञान बढ़ेगा।” दुनिया-भर में यह पत्रिका पढ़नेवाले इस बात को कबूल करते हैं कि सजग होइए! ने अपना यह वादा पूरा किया है। हम आपको यकीन दिलाते हैं कि यह पत्रिका आगे भी ऐसा ही करती रहेगी। (1/06)

प्रकाशक

[फुटनोट]

^ पैरा. 6 कुछ भाषाओं में सजग होइए! तीन महीने में एक बार प्रकाशित होती है और इस लेख में बताए गए बदलाव शायद उन सभी भाषाओं में न हों।

[पेज 3 पर तसवीरें]

सन्‌ 1919 में यह पत्रिका “द गोल्डन एज” के नाम से जानी जाती थी, फिर सन्‌ 1937 में इसका नाम बदलकर “कन्सोलेशन” रखा गया और सन्‌ 1946 में इसे “सजग होइए!” नाम दिया गया

[पेज 4 पर तसवीरें]

सजग होइए! ने लंबे समय से अपने पढ़नेवालों का ध्यान बाइबल की तरफ खींचा है

[चित्रों का श्रेय]

बंदूकें: U.S. National Archives photo; भूखा बच्चा: WHO photo by W. Cutting