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अगर कोई मुझे “हुक अप” के लिए बुलाए, तो मैं क्या करूँ?

अगर कोई मुझे “हुक अप” के लिए बुलाए, तो मैं क्या करूँ?

युवा लोग पूछते हैं . . .

अगर कोई मुझे “हुक अप” के लिए बुलाए, तो मैं क्या करूँ?

“बच्चे हुक अप इसलिए करते हैं क्योंकि वे बस यह देखना चाहते हैं कि क्या वे सेक्स करने की हद तक जा सकते हैं और यह भी कि वे कितनों के साथ ऐसा कर सकते हैं।”—पॆनी। *

“लड़के इसके बारे में एकदम खुल्लम-खुल्ला बात करते हैं। वे शेखी बघारते हैं कि एक गर्लफ्रेंड के होते हुए भी वे दूसरी कई लड़कियों के साथ लैंगिक संबंध रखते हैं।”—एड्‌वर्ड।

“जिन लड़कों ने मुझे हुक अप करने का न्यौता दिया, उन्होंने सीधे आकर मुझसे पूछा। बार-बार मना करने पर भी वे नहीं मानते।”—ईडा।

कु छ देशों में इसे ‘हुक अप’ कहा जाता है, जबकि दूसरे देशों में यह दूसरे नाम से जाना जाता है। मिसाल के लिए, जापान की एक जवान लड़की आकीको बताती है कि इसे यहाँ ‘टेक-आउट्‌स’ कहा जाता है। वह कहती है: “इसी से जुड़ा एक और शब्द है, सेफ्रे जिसका मतलब है ‘सेक्स फ्रेंड’ (या सेक्स के लिए दोस्त)। यानी दो लोगों के बीच दोस्ती सिर्फ लैंगिक संबंध रखने के लिए होती है।”

नाम चाहे जो भी हो, मतलब तो एक ही है। वह है, एक बार की सेक्स मुलाकात। ये मुलाकातें ऐसे जवानों के बीच होती हैं, जो बाद में एक-दूसरे से बातचीत करने तक का भी इरादा नहीं रखते। * कुछ जवान तो इतराते हुए कहते हैं कि उनके पास “बड़े काम के दोस्त” हैं। यानी उनकी ऐसे लोगों के संग जान-पहचान है, जिनके साथ वे जब चाहे सेक्स कर सकते हैं और साथ ही, जीवन-भर साथ निभाने के “झमेले” में पड़ने से भी दूर रह सकते हैं। इक्कीस साल की एक लड़की कहती है: “हुक अप का मतलब है, अपनी हवस झटपट पूरी करना। आपको जो चाहिए वह मिल जाता है फिर आप वहाँ से चलते बन सकते हैं।”

एक मसीही होने के नाते, आपको ‘व्यभिचार से भागने’ की ज़रूरत है। * (1 कुरिन्थियों 6:18, NHT) अगर आप इस बात को अपने मन में अच्छी तरह बिठा लें, तो ज़ाहिर है कि आप ऐसे सभी हालात से दूर रहने की कोशिश करेंगे जिनमें आपके कदम बहक सकते हैं। लेकिन कई बार समस्या खुद चलकर आपके पास आती है। सिंडी कहती है: “स्कूल में कई लड़कों ने मुझसे हुक अप करने के लिए कहा।” ऐसा सिर्फ स्कूल-कॉलेजों में ही नहीं, बल्कि नौकरी की जगहों पर भी हो सकता है। मारग्रेट कहती है: “मेरे मैनेजर ने मुझे हुक अप करने का न्यौता दिया। वह तो इस कदर मेरे पीछे पड़ गया था कि मुझे वह नौकरी छोड़नी पड़ी!”

दूसरी तरफ, अगर “हुक अप” करने के लिए आपका मन भी ललचाए, तो चौंकिए मत। बाइबल कहती है: “मन तो सब वस्तुओं से अधिक धोखा देनेवाला होता है, उस में असाध्य रोग लगा है।” (यिर्मयाह 17:9) लूर्डेस नाम की एक लड़की ने इस बात को सोलह आने सच पाया। वह कबूल करती है: “जिस लड़के ने मुझसे सेक्स के लिए कहा था, उसे मैं पसंद करती थी।” जेन के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। वह कहती है: “मैं उसे दिल से चाहने लगी थी। इसलिए उसे ना कहना, मेरे लिए सबसे मुश्‍किल काम था।” एड्‌वर्ड, जिसका ज़िक्र पहले भी किया गया था, कबूल करता है कि पवित्र चालचलन बनाए रखना, लोहे के चने चबाने के बराबर है। वह कहता है: “कई लड़कियों ने मेरे आगे सेक्स की पेशकश रखी और एक मसीही होने के नाते उनकी पेशकश को ठुकराना मेरे लिए किसी संघर्ष से कम नहीं। वाकई ना कहना, हरगिज़ आसान नहीं!”

अगर आपने भी लूर्डेस, जेन और एड्‌वर्ड की तरह महसूस किया है, मगर फिर भी वही किया है जो यहोवा परमेश्‍वर की नज़र में सही है, तो हम आपको शाबाशी देना चाहते हैं। आपको शायद यह जानकर तसल्ली मिले कि प्रेरित पौलुस को भी लगातार अपनी गलत इच्छाओं से जूझना पड़ा था।—रोमियों 7:21-24.

अगर आपको “हुक अप” के लिए बुलाया जाए, तो आपको बाइबल के किन सिद्धांतों को याद रखना चाहिए?

जानिए कि मज़े के लिए लैंगिक संबंध रखना क्यों गलत है

बाइबल कहती है कि जिसके साथ आपकी शादी नहीं हुई है, उसके साथ लैंगिक संबंध रखना पाप है। यह पाप इतना गंभीर है कि जो लोग इसमें पड़ते हैं, वे “परमेश्‍वर के राज्य के वारिस न[हीं] होंगे।” (1 कुरिन्थियों 6:9,10) अगर आप मज़े के लिए लैंगिक संबंध रखने के लिए लुभाए जाने का विरोध करना चाहते हैं, तो आपको खुद इस बारे में यहोवा का नज़रिया अपनाना होगा। नैतिक शुद्धता बनाए रखने का फैसला, आपका अपना फैसला होना चाहिए।

“मुझे पूरा विश्‍वास है कि यहोवा का दिखाया मार्ग ही जीने का सबसे बढ़िया मार्ग है।”—कैरन, कैनडा।

“जब एक इंसान पल-भर के मज़े के लिए यहोवा के नैतिक नियमों को ताक पर रख देता है, तो वह बहुत कुछ खो देता है।”—विवीयन, मेक्सिको।

“कभी मत भूलिए कि आप किसी के बेटे या बेटी हैं, कई लोगों के दोस्त हैं और कलीसिया का एक हिस्सा भी हैं। इसलिए अगर आप इस परीक्षा में हार गए, तो आप उन सभी लोगों का दिल तोड़ देंगे!”—पीटर, ब्रिटेन।

प्रेरित पौलुस ने लिखा: “यह परखो, कि प्रभु को क्या भाता है?” (इफिसियों 5:10) इस तरह, एक बार जब आप व्यभिचार के बारे में यहोवा का नज़रिया अपना लेंगे, तो फिर आप “बुराई से घृणा” करेंगे, इसके बावजूद कि आपके असिद्ध शरीर को शायद इसमें कोई बुराई नज़र न आए।—भजन 97:10.

पढ़ने के लिए सुझाव: उत्पत्ति 39:7-9. गौर कीजिए कि लैंगिक काम के लिए लुभाए जाने पर, यूसुफ ने कैसे हिम्मत के साथ उसे ठुकरा दिया। साथ ही, यह भी देखिए कि किस बात ने उसे ऐसा करने की ताकत दी।

अपने विश्‍वासों पर गर्व कीजिए

जवान लोगों का बड़े गर्व के साथ अपने विश्‍वास की पैरवी करना और उसके पक्ष में गवाही देना, कोई नयी बात नहीं है। एक मसीही होने के नाते, आपको अच्छा चालचलन बनाए रखने के ज़रिए परमेश्‍वर का नाम रोशन करने का खास सम्मान मिला है। आपने शादी से पहले किसी के साथ लैंगिक संबंध न रखने का जो पक्का इरादा किया है, उस बात पर शर्मिंदगी महसूस मत कीजिए।

“शुरू में ही साफ-साफ बता दीजिए कि आप ऊँचे नैतिक सिद्धांतों पर चलनेवाले हैं।”—ऐलन, जर्मनी।

“अपने विश्‍वासों के बारे में शर्मिंदा महसूस मत कीजिए।”—एस्तर, नाइजीरिया।

“अगर आप अपने दोस्तों से कुछ ऐसा कहेंगे कि ‘मेरे मम्मी-डैडी मुझे डेटिंग करने की इजाज़त नहीं देते,’ तो वे हुक अप के बारे में आपके नज़रिए को हरगिज़ गंभीरता से नहीं लेंगे। इसके बजाय, आपको उन्हें साफ-साफ बताने की ज़रूरत है कि आपको डेटिंग करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।”—जैनेट, दक्षिण अफ्रीका।

“हाई स्कूल में जिन लड़कों के साथ मैं पढ़ती थी, वे जानते थे कि मैं कौन हूँ। इसलिए उन्हें मालूम था कि मुझसे पूछना वक्‍त की बरबादी होगी।”—विकी, अमरीका।

अगर आप अपने विश्‍वासों के पक्ष में खड़े होंगे, तो इससे ज़ाहिर होगा कि आप एक प्रौढ़ मसीही बनने की तरफ तरक्की कर रहे हैं।—1 कुरिन्थियों 14:20.

पढ़ने के लिए सुझाव: नीतिवचन 27:11. यह देखने की कोशिश कीजिए कि आप अपने कामों से कैसे यहोवा के नाम को पवित्र कर सकते हैं, जो कि आज तक का सबसे ज़रूरी मुद्दा है!

अटल बने रहिए!

‘ना’ कहना बेहद ज़रूरी है। लेकिन कुछ लोग शायद आपके इस ‘ना’ का यह मतलब निकालें कि आप नखरे दिखा रहे हैं।

“ना कहने से कुछ लड़कों को लग सकता है कि आप उन्हें चुनौती दे रही हैं, या यह एक ऐसी बाधा है जिसे किसी भी हाल में उन्हें पार करना है। फिर क्या, वे हाथ धोकर आपके पीछे पड़ जाते हैं।”—लॉरन, कैनडा।

“आपके कपड़ों से, बात करने के लहज़े से, आप किससे बात करते हैं और दूसरे के साथ कैसे पेश आते हैं, इन सभी बातों से साफ झलकना चाहिए कि आपके ना का मतलब ना है।”—जॉय, नाइजीरिया।

“आपको अटल इरादे के साथ और ज़ोरदार तरीके से, साफ शब्दों में इनकार करना चाहिए।”—डैनियल, ऑस्ट्रेलिया।

“दृढ़ रहिए! जब एक लड़के ने मुझे सेक्स के लिए फुसलाते हुए अपना हाथ मेरे कंधे पर रखा, तो मैंने उससे कहा, ‘अपना हाथ हटाओ!’ और मैं वहाँ से ऐसा चेहरा बनाकर निकल गयी जिससे उसे साफ पता चल गया कि मैं इसके सख्त खिलाफ हूँ।”—ऐलन, ब्रिटेन।

“यह सहमकर या सिर झुकाकर बोलने का वक्‍त नहीं है। इसके बजाय, आपको सीधे उनके मुँह पर बोलना चाहिए कि आपको इसमें न तो अभी दिलचस्पी है और ना ही कभी होगी!”—जीन, स्कॉटलैंड।

“एक लड़का मुझे लगातार तंग कर रहा था। वह कभी मुझे सेक्स के लिए बुलावा देता, तो कभी ताने कसता। एक वक्‍त ऐसा आया जब मुझे उसके साथ कुछ ज़्यादा ही सख्ती बरतनी पड़ी, तब कहीं जाकर उससे पीछा छूटा।”—क्वॉनीता, मेक्सिको।

“आपको साफ लफ्ज़ों में कहने की ज़रूरत है कि आप उनके साथ कभी-भी लैंगिक संबंध नहीं रखेंगे। ऐसे लड़कों से कभी तोहफे कबूल मत कीजिए जो आपको रिझाने की कोशिश करते हैं। वरना, वे इसका फायदा उठाकर आपके साथ सेक्स करने की माँग कर सकते हैं।”—लॉरा, ब्रिटेन।

अगर आप अपने इरादे पर अटल बने रहें, तो यहोवा आपकी मदद ज़रूर करेगा। भजनहार दाऊद खुद अपने तजुरबे से यहोवा के बारे में कह सका: “किसी वफादार के साथ तू वफादारी से पेश आएगा।”—भजन 18:25, NW.

पढ़ने के लिए सुझाव: 2 इतिहास 16:9. गौर कीजिए कि यहोवा उन लोगों की मदद करने के लिए कितना बेताब है, जिनका मन उसकी ओर निष्कपट है।

दूर की सोचिए

बाइबल कहती है: “चतुर मनुष्य विपत्ति को आते देखकर छिप जाता है; परन्तु भोले लोग आगे बढ़कर दण्ड भोगते हैं।” (नीतिवचन 22:3) आप इस सलाह को कैसे मान सकते हैं? दूर की सोचने की अपनी काबिलीयत का इस्तेमाल करके!

“ऐसे लोगों से जितना हो सके, दूरी बनाए रखिए जो इस तरह की गंदी बातें करते हैं।”—नाओमी, जापान।

“ऐसी सोहबत और हालात से बचे रहिए जो खतरनाक साबित हो सकते हैं। मिसाल के लिए, मैं ऐसे कुछ लोगों को जानती हूँ, जो शराब के नशे में आकर गलत काम कर बैठे हैं।”—ईशा, ब्राज़ील।

“खुद के बारे में जानकारी मत दीजिए, जैसे आपका पता या फोन नंबर।”—डायना, ब्रिटेन।

“अपनी क्लास के हर साथी से गले मत मिलिए।”—एस्तर, नाइजीरिया।

“अपने पहनावे पर ध्यान दीजिए। आपके कपड़े ऐसे नहीं होने चाहिए जिनसे दूसरों के मन में गंदे विचार पैदा हों।”—हाइडी, जर्मनी।

“अपने माँ-बाप के साथ अच्छा रिश्‍ता बनाए रखिए और उन्हें ऐसे हालात के बारे में खुलकर बताइए। इससे आपकी बड़ी हिफाज़त होगी।”—आकीको, जापान।

खुद की जाँच कीजिए कि आपकी बोली, चालचलन और दोस्त कैसे हैं, साथ ही कि आप अकसर कैसी जगहों पर जाते हैं। फिर अपने आपसे पूछिए, ‘कहीं मैं खुद को ऐसे हालात में तो नहीं डाल रहा/ही हूँ या अनजाने में किसी को गलत पैगाम तो नहीं दे रहा/ही हूँ, जिससे दूसरों को मुझे लैंगिक संबंध रखने का न्यौता देने का बढ़ावा मिले?’

पढ़ने के लिए सुझाव: उत्पत्ति 34:1,2. देखिए कि दीना नाम की लड़की को गलत जगह पर होने की वजह से क्या-क्या अंजाम भुगतने पड़े।

याद रखिए, सिर्फ मज़े के लिए लैंगिक संबंध रखना, परमेश्‍वर की नज़र में कोई मज़ाक की बात नहीं है। और ना ही यह आपके लिए कोई मामूली बात होनी चाहिए। बाइबल कहती है: ‘किसी व्यभिचारी, या अशुद्ध जन की, मसीह और परमेश्‍वर के राज्य में मीरास [‘उत्तराधिकार,’ NHT] नहीं।’ (इफिसियों 5:5) अगर आप ठान लें कि आप वही करेंगे जो सही है, तो आप एक शुद्ध विवेक और खुद का आत्म-सम्मान बनाए रख पाएँगे। जैसे कारली नाम की एक लड़की कहती है: “आप खुद को किसी ऐसे इंसान के हवाले क्यों करें, जो सिर्फ अपनी शारीरिक भूख मिटाने के लिए आपका ‘इस्तेमाल’ करना चाहता है? यहोवा के सामने शुद्ध बने रहने के लिए आपने इतनी मेहनत की है, इसलिए उस शुद्धता की हिफाज़त कीजिए!” (3/07)

“युवा लोग पूछते हैं . . .” के और भी लेख, वेब साइट www.watchtower.org/ype पर उपलब्ध हैं

[फुटनोट]

^ पैरा. 3 इस लेख में नाम बदल दिए गए हैं।

^ पैरा. 7 इसमें लैंगिक अंगों से खेलना और कामुकता जगाने के लिए चूमना भी शामिल हो सकता है।

^ पैरा. 8 व्यभिचार में ये बातें शामिल हैं: नाजायज़ संबंध, मुख मैथुन, गुदा मैथुन, समलैंगिक संबंध, दूसरे व्यक्‍ति का हस्तमैथुन और दो लोगों के बीच, जो पति-पत्नी नहीं हैं, दूसरे गंदे काम जिनमें जननांगों का गलत इस्तेमाल किया जाता है।

इस बारे में सोचिए

◼ हालाँकि असिद्ध शरीर को नाजायज़ संबंध रखना आकर्षक लग सकता है, फिर भी यह गलत क्यों है?

◼ अगर कोई आपको बस मज़े के लिए लैंगिक संबंध रखने का न्यौता दे, तो आप क्या करेंगे?

[पेज 27 पर बक्स]

◼ बाइबल बताती है कि जो इंसान व्यभिचार करता है, वह “अपनी ही देह के विरुद्ध पाप करता है।” (1 कुरिन्थियों 6:18) वह किन-किन तरीकों से अपने शरीर के खिलाफ पाप करता है? इस बारे में सोचिए और उन्हें नीचे लिखिए।

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सुराग: ऊपर दिए सवाल का जवाब पाने के लिए, आप प्रहरीदुर्ग पत्रिका के इन अंकों की मदद ले सकते हैं: जुलाई 1,2006, पेज 20, पैराग्राफ 14 और जून 15,2002, पेज 21, पैराग्राफ 17. यह पत्रिका यहोवा के साक्षी प्रकाशित करते हैं।

[पेज 29 पर बक्स]

माता-पिताओं के लिए एक पैगाम

“मेरी क्लास के एक लड़के ने मुझे अपने साथ ‘हुक अप’ करने के लिए कहा। पहले तो मैं इसका मतलब नहीं समझ पायी, मगर बाद में मुझे पता चला कि वह क्या चाहता है। उस वक्‍त मैं सिर्फ 11 साल की थी।””—लीआ।

ऊपर बतायी मिसाल दिखाती है कि आजकल छोटे बच्चों को पहली बार सेक्स के बारे में गलत तरीके से बताया जा रहा है। बहुत अरसों पहले, बाइबल में भविष्यवाणी की गयी थी कि “अन्तिम दिनों में कठिन समय आएंगे,” जब लोग “असंयमी” और “परमेश्‍वर के नहीं बरन सुखविलास ही के चाहनेवाले होंगे।” (2 तीमुथियुस 3:1,3,4) और ‘हुक अप’ का चलन, जिसके बारे में जवानों के लिए तैयार किए गए लेख में बताया गया है, उन बहुत-से चिन्हों में से एक है जो साफ दिखाते हैं कि यह भविष्यवाणी आज पूरी हो रही है।

आप माता-पिता जिस माहौल में पले-बढ़े थे, उसमें और आज की दुनिया में ज़मीन-आसमान का फर्क है। मगर फिर भी, कुछ हद तक आज भी वही समस्याएँ हैं जिनका आपने सामना किया था। इसलिए जब आप अपने बच्चों को बिगड़े हुए माहौल से घिरा हुआ पाते हैं, तो हद-से-ज़्यादा परेशान मत होइए और ना ही घबराइए। इसके बजाय, ठान लीजिए कि आप अपने बच्चों को प्रेरित पौलुस की सलाह पर चलने में मदद देंगे, जो उसने करीब 2,000 साल पहले मसीहियों को दी थी। उसने कहा: “परमेश्‍वर के सारे हथियार बान्ध लो; कि तुम शैतान की युक्‍तियों के साम्हने खड़े रह सको।” (इफिसियों 6:11) दरअसल, आज बहुत-से मसीही जवान एक बुरे माहौल में जीते हुए भी, सही काम करने के लिए काफी संघर्ष कर रहे हैं, जो वाकई काबिले-तारीफ है! आप अपने बच्चों को भी इस तरह संघर्ष करने में कैसे मदद दे सकते हैं?

मदद देने का एक तरीका है, इस लेख में दी जानकारी का इस्तेमाल करके अपने बेटे या अपनी बेटी के साथ बातचीत शुरू करना। “पढ़ने के लिए सुझाव” भाग में आयतों के ऐसे हवाले दिए गए हैं, जो बच्चे को गहराई से सोचने का बढ़ावा दे सकते हैं। कुछ आयतों में ऐसे सच्चे लोगों की मिसालें दर्ज़ हैं, जिन्होंने सही काम करने का अटल फैसला किया और परमेश्‍वर की आशीष पायी, जबकि दूसरों ने परमेश्‍वर के नियमों को ताक पर रख दिया और बुरे अंजाम भुगते। “पढ़ने के लिए सुझाव” भाग के तहत बाकी आयतों में कुछ सिद्धांत दिए गए हैं, जो आपके बच्चों को यह समझने में मदद दे सकते हैं कि परमेश्‍वर के नियमों के मुताबिक जीना, उनके और आपके लिए एक बड़े सम्मान की बात है। तो क्यों न आप अभी उनके साथ इस लेख पर चर्चा करें?

परमेश्‍वर के स्तरों को मानकर चलने से हमेशा हमारी भलाई होती है। (यशायाह 48:17,18) मगर उनके खिलाफ जाने से हमें दुःख के सिवा और कुछ नहीं मिलता। सजग होइए! के प्रकाशक दुआ करते हैं कि आप अपने बच्चों के दिल में परमेश्‍वर के नियमों और सिद्धांतों को बिठाने के लिए जो मेहनत करते हैं, उस पर यहोवा की आशीष हो।—व्यवस्थाविवरण 6:6,7.

[पेज 28 पर तसवीर]

आपको साफ लफ्ज़ों में कहने की ज़रूरत है कि आप उनके साथ कभी लैंगिक संबंध नहीं रखेंगे