मैं बेहोश क्योंहो जाता हूँ?
मैं बेहोश क्योंहो जाता हूँ?
डॉक्टर मेरी आँखों के दबाव का चेकअप करना चाहते थे और इसके लिए उन्हें एक औज़ार से मेरी पुतलियों को छूना था। मैं जानता था कि उनके ऐसा करने पर मैं बेहोश हो जाऊँगा। मेरे साथ ऐसा हर बार होता है। तब भी, जब मैं नर्स को मेरे शरीर से खून निकालते देखता हूँ। कभी-कभी तो चोटों की बात छेड़ते ही मुझे बेहोशी आ जाती है।
कनाडा की एक रिपोर्ट कहती है कि हममें से 3 प्रतिशत लोग ऊपर बताए हालात में अकसर बेहोश हो जाते हैं। अगर मेरी तरह आपको भी यह शिकायत है, तो शायद आपने भी बेहोशी से बचने की कई नाकाम कोशिशें की होंगी। हो सकता है, सबके सामने बेहोश होने से बचने के लिए आपने बाथरूम की तरफ जाने की कोशिश की हो। मगर मेरी मानिए, ऐसा करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है। आप रास्ते में अचानक गश खाकर गिर सकते हैं और आपको चोट लग सकती है। कई बार बेहोश होने से तंग आकर मैंने तय कर लिया कि इसकी वजह मैं मालूम करके ही रहूँगा।
मैंने एक अच्छे डॉक्टर से बात की और कुछ किताबें भी पढ़ीं। तब जाकर मुझे पता चला कि इस तरह के दौरे को वासोवेगल रिएक्शन कहते हैं। माना जाता है कि यह रिएक्शन इसलिए होता है, क्योंकि हमारे शरीर के अंगों तक खून पहुँचानेवाली स्नायु प्रणाली ठीक से काम नहीं कर पाती। जैसे, जब आप बैठे होते हैं और अचानक खड़े हो जाते हैं, तो उस वक्त यह प्रणाली आपके शरीर में बराबर खून नहीं पहुँचा पाती।
कुछ हालात में यह प्रणाली अपने-आप आपके मस्तिष्क को यह संदेश भेजती है कि आप लेटे हुए हैं, जबकि असल में आप बैठे या खड़े होते हैं। ऐसा तब भी हो सकता है, जब आप खून देखते हैं, या अपनी आँखों की जाँच करवाते हैं। सबसे पहले तो चिंता की वजह से आपका दिल तेज़ी से धड़कने लगता है। फिर एकाएक आपकी नब्ज़ धीमी पड़ जाती है और टाँगों में मौजूद खून की नलियाँ फैल जाती हैं। नतीजा, ज़्यादातर खून आपकी टाँगों में चला जाता है और सिर में खून का बहाव कम होने लगता है। इस वजह से आपके मस्तिष्क को कम ऑक्सीजन मिलता है और देखते-ही-देखते आप गश खाकर गिर पड़ते हैं। इससे बचने के लिए आप क्या कर सकते हैं?
जब आपका खून निकाला जाता है, तब आप अपना मुँह दूसरी तरफ फेर सकते हैं या इस दौरान लेटे रह सकते हैं। जैसे कि ऊपर बताया गया है, आप अकसर उन खतरों को पहचान सकते हैं, जो वासोवेगल रिएक्शन के शुरू होने की चेतावनी देते हैं। इससे अकसर आपको बेहोशी से बचने के लिए कुछ कदम उठाने का समय मिलता है। कई डॉक्टर सुझाव देते हैं कि ऐसा होते ही आप लेट जाएँ और अपनी टाँगों को कुर्सी या दीवार के सहारे ऊपर रखें। इससे ज़्यादातर खून टाँगों में नहीं जाएगा और आप पूरी तरह बेहोश होने से बच सकेंगे। और कुछ ही मिनटों में आप अच्छा महसूस करने लगेंगे।
मुझे इस जानकारी से काफी मदद मिली है। अगर आपको भी इससे मदद मिलती है, तो आप उन खतरों को पहचान पाएँगे, जो वासोवेगल रिएक्शन के शुरू होने की चेतावनी देते हैं। तब आप फौरन ज़रूरी कदम उठा सकेंगे और वासोवेगल रिएक्शन को शुरू होने से पहले ही रोक सकेंगे।—भेंट। (g 4/07)
[पेज 14 पर बड़े अक्षरों में लेख की खास बात]
मेडिकल टेस्ट के दौरान लेटे रहना मददगार साबित हो सकता है