एक यादगार शाम
एक यादगार शाम
समारोह में ज़रूर आइए—गुरुवार, 9 अप्रैल, 2009
अपनी ज़िंदगी की आखिरी शाम को यीशु मसीह ने अपनी मौत के स्मारक की शुरूआत की थी। उसने दाखमधु और अखमीरी रोटी को निशानी के तौर पर इस्तेमाल करते हुए आज्ञा दी: “मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।”—लूका 22:19.
यहोवा के साक्षी तहेदिल से आपको न्यौता देते हैं कि आप उनके साथ मिलकर यह सालाना स्मारक मनाएँ। यह समारोह कहाँ, किस दिन और ठीक कितने बजे होगा, इस जानकारी के लिए कृपया अपने इलाके के यहोवा के साक्षियों से पता करें। (g 3/09)