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आम बोलचाल की भाषा में बाइबल

आम बोलचाल की भाषा में बाइबल

आम बोलचाल की भाषा में बाइबल

“अगर आप मानते हैं कि बाइबल, इंसानों के लिए परमेश्‍वर का संदेश है, तो इसका यह मतलब निकलता है कि परमेश्‍वर हमसे बातचीत कर रहा है। . . . अगर आपका धर्म आपकी ज़िंदगी में बदलाव ला रहा है, तो इसका मतलब है कि आपकी [बाइबल] ज़रूर आम बोलचाल की भाषा में होगी।” यह बात ऐलन डथी नाम के विद्वान ने अपनी किताब बाइबल के अलग-अलग अनुवाद: सही चुनाव कैसे करें (अँग्रेज़ी) में कही।

परमेश्‍वर के वचन से प्यार करनेवाले इस बात से पूरी तरह सहमत हैं। उन्हें इस बात का पक्का यकीन है कि “पूरा शास्त्र परमेश्‍वर की प्रेरणा से लिखा गया है और सिखाने, ताड़ना देने, टेढ़ी बातों को सीध में लाने और परमेश्‍वर के स्तरों के मुताबिक अनुशासन देने के लिए फायदेमंद है।” (2 तीमुथियुस 3:16) इसलिए बाइबल को महज़ घिसे-पिटे धार्मिक उपदेशों की किताब मान लेना सही नहीं होगा। इसके बजाय, परमेश्‍वर का यह वचन, “जीवित है और ज़बरदस्त ताकत रखता है” और हमें रोज़मर्रा ज़िंदगी की समस्याएँ सुलझाने के कारगर तरीके बताता है। (इब्रानियों 4:12) इस पवित्र किताब को पढ़नेवाले इसे समझें और इस पर अमल करें, इसके लिए ज़रूरी है कि यह आम बोलचाल की भाषा में हो। बाइबल के बारे में यह उम्मीद करना सही भी है क्योंकि इसके जिस भाग को आज ‘नया नियम’ कहा जाता है वह आम बोलचाल की यूनानी (किनी) भाषा में लिखा गया था। उस ज़माने में प्लेटो जैसे विद्वान गूढ़ यूनानी भाषा बोलते थे, मगर बाइबल गूढ़ भाषा में नहीं लिखी गयी। जी हाँ, इसकी भाषा ऐसी थी कि एक आम इंसान भी पढ़कर समझ सकता था।

इसी बात को ध्यान में रखते हुए, हाल के कुछ सालों के दौरान बहुत-सी भाषाओं में बाइबल के नए-नए अनुवाद तैयार किए गए हैं। ये अनुवाद काफी हद तक फायदेमंद साबित हुए हैं। क्योंकि इनकी मदद से पवित्र शास्त्र आम जनता तक पहुँच सका है। लेकिन जब बात अचूक और सही अनुवाद की आती है, तो इनमें से ज़्यादातर अनुवाद इस कसौटी पर खरे नहीं उतरते। इसके अलावा, इन अनुवादों में खास शब्दों या विचारों को बराबर एक ही तरह से अनुवाद नहीं किया गया। जिन विषयों पर बाइबल की शिक्षाएँ बिलकुल साफ हैं, अकसर इन अनुवादों में उन सच्चाइयों पर परदा डाल दिया गया है। जैसे, सच्चे परमेश्‍वर का नाम क्या है, मरे हुए किस हाल में हैं, इंसान के अंदर क्या कुछ ऐसा है जिसे लोग आत्मा कहते हैं।

इसलिए परमेश्‍वर के वचन से प्यार करनेवालों को यह जानकर बहुत खुशी हुई कि न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन ऑफ द क्रिस्चियन ग्रीक स्क्रिप्चर्स्‌ अब हिंदी में निकाली गयी है। आज के ज़माने की भाषा में तैयार किए गए इस अनुवाद का हिंदी में नाम है, नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र। यहोवा के साक्षियों ने इसके निकाले जाने की घोषणा सन्‌ 2008-09 के ज़िला अधिवेशनों में की थी। यह अनुवाद झूठी शिक्षाओं की बेड़ियों से पूरी तरह आज़ाद है। इसमें बाइबल के शब्दों का जिस हद तक सही-सही अनुवाद किया गया है, उस हद तक

हिंदी भाषा के किसी भी अनुवाद में नहीं किया गया। इसलिए इस अनुवाद की मदद से वे लोग भी बाइबल की गहरी समझ हासिल कर सकते हैं, जिन्हें प्राचीन भाषाओं का ज्ञान नहीं है। मगर आप शायद सोचें, इस बेहतरीन अनुवाद को तैयार करने की ज़िम्मेदारी किसके कंधों पर रखी गयी थी?

परमेश्‍वर की महिमा करनेवाले अनुवादक

नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र हिंदी पढ़नेवालों के लिए भले ही नया हो, मगर सच तो यह है कि अँग्रेज़ी भाषा में यह अनुवाद सन्‌ 1950 से मौजूद है। उस वक्‍त यह अँग्रेज़ी अनुवाद वॉच टावर बाइबल एंड ट्रैक्ट सोसाइटी ने निकाला था, जो बरसों से बाइबलें छापने और बाँटने का काम करनेवाली एक अंतर्राष्ट्रीय बाइबल सोसाइटी है। यह अनुवाद कई मायनों में बेजोड़ साबित हुआ है। इसका नाम ही इसकी एक मिसाल है, नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र। सदियों से बाइबल दो भागों में बाँटी जाती है और इन्हें “पुराना नियम” और “नया नियम” कहा जाता है। मगर परंपरा से हटकर इस अनुवाद को अलग नाम दिया गया। इसके अलावा, सितंबर 15, 1950 की वॉचटावर में इस अनुवाद की एक और खासियत बतायी गयी: “अनुवादक दल के सदस्यों ने अपनी पहचान गुप्त रखने की ख्वाहिश ज़ाहिर की है . . . उन्होंने खास तौर पर यह इच्छा ज़ाहिर की है कि उनके जीते-जी या मौत के बाद इस अनुवाद के साथ उनके नाम प्रकाशित न किए जाएँ। इस अनुवाद का मकसद जीवित, सच्चे परमेश्‍वर का नाम बुलंद करना है।”

सन्‌ 1961 में, अँग्रेज़ी भाषा में पूरी बाइबल निकाली गयी थी और इसका नाम था न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन ऑफ द होली स्क्रिप्चर्स्‌। हालाँकि आज भी इसके अनुवादकों के नाम गुप्त हैं, फिर भी इस बात में कोई शक नहीं कि उनका इरादा परमेश्‍वर की महिमा करना था और उन्होंने अनुवाद का यह काम पूरी लगन के साथ तन-मन से किया। सन्‌ 1984 के संस्करण में शुरू का लेख “दो शब्द” कहता है: “पवित्र शास्त्र का अनुवाद करने का मतलब है, यहोवा परमेश्‍वर के विचारों और उसकी बातों को किसी और भाषा में पेश करना। . . . इस बाइबल का अनुवाद करनेवाले, परमेश्‍वर का भय मानते हैं और उससे बेहद प्यार करते हैं। वे जानते हैं कि पवित्र शास्त्र का रचनाकार खुद परमेश्‍वर है। इसलिए उसके सामने उनकी यह खास ज़िम्मेदारी बनती है कि वे उसके विचारों और उसके शब्दों का सही-सही अनुवाद करने में कोई कसर न छोड़ें।”

इस अनुवाद को तैयार करनेवाली कमेटी के लोग यही चाहते थे कि एक बेहतरीन अनुवाद तैयार करें, फिर भी क्या वे इस काम की ज़िम्मेदारी उठाने की काबिलीयत रखते थे? कुछ विद्वान अँग्रेज़ी भाषा के इस अनुवाद से खुश नहीं थे। उनका कहना था कि जिस बाइबल के अनुवादकों के नाम और उनकी शैक्षिक योग्यताओं को राज़ रखा गया है, उनका काम नौसीखियों का काम समझकर फौरन ठुकरा देना चाहिए। लेकिन इस बारे में सभी विद्वान ऐसी बेतुकी राय नहीं रखते। ऐलन एस. डथी ने लिखा: “अगर हमें मालूम हो कि किसी बाइबल के अनुवादक या प्रकाशक कौन थे, तो क्या इस जानकारी से हम तय कर पाएँगे कि वह अनुवाद अच्छा है या खराब? ऐसा ज़रूरी नहीं है। कोई अनुवाद अच्छा है या नहीं, यह तय करने का सिर्फ एक ही तरीका है, आप उस अनुवाद की जाँच करें, न कि यह देखें कि अनुवाद किसने किया है।” *

इस अनुवाद के पढ़नेवाले हज़ारों लोगों ने ठीक ऐसा ही किया है। आज की तारीख में, दुनिया भर में नयी दुनिया अनुवाद की पूरी बाइबल या इसके कुछ हिस्सों की 15,40,00,000 से ज़्यादा कॉपियाँ, 77 भाषाओं में छापी गयी हैं। इस अनुवाद को पढ़नेवाले ज़्यादातर लोगों ने इसकी जाँच करने पर क्या पाया है?

अनुवाद जो परमेश्‍वर का नाम पवित्र करता है

मत्ती 6:9 में, यीशु ने अपने चेलों को यह प्रार्थना करना सिखाया था: “हे हमारे पिता तू जो स्वर्ग में है, तेरा नाम पवित्र किया जाए।” लेकिन बाइबल के ज़्यादातर अनुवादों में से परमेश्‍वर का नाम निकाल दिया गया है और उसे सिर्फ “परमेश्‍वर” या “प्रभु” कहकर बेनाम रखा गया है। लेकिन जब बाइबल लिखी गयी थी, तब उसमें परमेश्‍वर का नाम दिया गया था। मूल इब्रानी शास्त्र में तकरीबन 7,000 बार परमेश्‍वर का नाम “यहोवा” बताया गया था। (निर्गमन 3:15; भजन 83:18) बाद के सालों में यहूदियों के अंधविश्‍वास की वजह से उनमें यह डर बैठ गया कि परमेश्‍वर का नाम इस्तेमाल करने से उन पर मुसीबत आएगी, इसलिए उन्होंने यह नाम लेना छोड़ दिया। यीशु के प्रेषितों की मौत के बाद, मसीही मंडली पर भी इस अंधविश्‍वास का असर होने लगा। (प्रेषितों 20:29, 30; 1 तीमुथियुस 4:1) इसलिए यूनानी शास्त्र में जहाँ-जहाँ परमेश्‍वर यहोवा का नाम था, वहाँ नकलें बनानेवालों ने यूनानी शब्द किरियॉस और थियॉस डाल दिया। किरियॉस का मतलब है “प्रभु” और थियॉस का मतलब है “परमेश्‍वर।”

लेकिन खुशी की बात है कि नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र (नए नियम) में यहोवा नाम वापस लाने का एक बड़ा कदम उठाया गया है। इस अनुवाद में यह नाम 237 बार आता है। अनुवादकों ने अपनी मरज़ी से, जहाँ उन्हें सही लगा वहाँ यह नाम नहीं डाला, बल्कि ठोस सबूतों के आधार पर ध्यान से खोजबीन और अध्ययन करने के बाद उन्होंने ऐसा किया है। मिसाल के लिए, लूका 4:18 में यशायाह 61:1 का हवाला दिया गया है। मूल इब्रानी पाठ में यशायाह की इस आयत में “यहोवा” नाम आता है। * इसलिए नयी दुनिया अनुवाद में लूका 4:18 का अनुवाद सही तरह से यूँ किया गया है: “यहोवा की पवित्र शक्‍ति मुझ पर है, क्योंकि उसने गरीबों को खुशखबरी सुनाने के लिए मेरा अभिषेक किया है।”

आयतों का इस तरह सही अनुवाद करने से पढ़नेवालों को यहोवा परमेश्‍वर और उसके इकलौते बेटे यीशु मसीह के बीच फर्क समझने में मदद मिलती है। मिसाल के लिए, ज़्यादातर अनुवादों में मत्ती 22:44 में लिखा है: “प्रभु ने, मेरे प्रभु से कहा।” लेकिन इससे यह साफ नहीं है कि कौन किससे कह रहा है। असल में यह आयत भजन 110:1 का हवाला है जहाँ मूल इब्रानी पाठ में परमेश्‍वर का नाम लिखा है। इसलिए नयी दुनिया अनुवाद में मत्ती 22:44 कहता है: “यहोवा ने मेरे प्रभु से कहा: ‘मेरी दायीं तरफ बैठ जब तक कि मैं तेरे दुश्‍मनों को तेरे पैरों तले न कर दूँ।’” बाइबल में यहोवा परमेश्‍वर और उसके बेटे के बीच बताया गया फर्क समझना, सिर्फ एक किताबी जानकारी नहीं है, जिसका हमारी ज़िंदगी से कोई लेना-देना न हो। (मरकुस 13:32; यूहन्‍ना 8:17, 18; 14:28) दरअसल, इस सच्चाई को समझने पर हमारी ज़िंदगी निर्भर करती है। क्योंकि प्रेषितों 2:21 कहता है: “जो कोई यहोवा का नाम पुकारेगा, वह उद्धार पाएगा।”

सही और समझने में आसान

नयी दुनिया अनुवाद की कुछ और भी खासियतें हैं। अँग्रेज़ी नयी दुनिया अनुवाद वेस्टकॉट और हॉर्ट नाम के विद्वानों के यूनानी मूल-पाठ से तैयार किया गया है। यह यूनानी शास्त्र का सबसे बेहतरीन और भरोसेमंद मूल-पाठ है। मूल यूनानी पाठ का सही-सही, शब्द-ब-शब्द और जहाँ तक मुमकिन हो सके, नए ज़माने की सरल भाषा में अनुवाद करने के लिए कड़ी मेहनत की गयी और हर छोटी-बड़ी बारीकी का ध्यान रखा गया। ऐसा करने की वजह से इस अनुवाद में बाइबल के मूल लेखों की सुंदर शैली और भाषा की मिठास बरकरार रही है। इतना ही नहीं, बाइबल की समझ पाने के मामले में हमें एक खज़ाना हासिल हुआ है।

मिसाल के लिए रोमियों 13:1 पर गौर कीजिए। यहाँ प्रेषित पौलुस ने मसीहियों को उकसाया कि वे “उच्च-अधिकारियों” यानी दुनियावी सरकारों के ‘अधीन रहें।’ बहुत-से अनुवादों में लिखा है कि ये सरकारें ‘परमेश्‍वर की ठहरायी हुई हैं’ या इन्हें “परमेश्‍वर ने नियत किया है।” (हिंदी ओ.वी.; ईज़ी-टू-रीड वर्शन) दुनिया के कुछ राजाओं ने ऐसे अनुवादों का हवाला देकर अपनी तानाशाही को जायज़ ठहराने की कोशिश की है। लेकिन नयी दुनिया अनुवाद में, जो अपने शब्द-ब-शब्द और बिलकुल सही अनुवाद के लिए जाना जाता है, इस आयत का अनुवाद यूँ किया गया है: “मौजूदा अधिकारियों को परमेश्‍वर ने ही उनके मातहत पदों पर रहने दिया है।” * इससे यह समझा जा सकता है कि दुनिया पर हुकूमत करनेवालों को परमेश्‍वर नहीं चुनता। इसके बजाय, वह उन्हें एक-दूसरे के मातहत अलग-अलग पदों पर रहने की सिर्फ इजाज़त देता है। मगर हुकूमत करनेवाले ये सभी परमेश्‍वर के नीचे हैं।

यूनानी भाषा के क्रियापदों के मतलब में जो ज़रा-सा फर्क है, उन बारीकियों का भी नयी दुनिया अनुवाद में सही-सही अनुवाद करने की कोशिश की गयी है। आजकल की ज़्यादातर भाषाओं में कुछ क्रियापदों को मिलाकर किसी काम के होने का वक्‍त बताया जाता है, जैसे—हो चुका है (भूतकाल), हो रहा है (वर्तमानकाल) या भविष्य (भविष्यकाल) में होनेवाला है। लेकिन यूनानी भाषा में क्रियापदों से यह भी ज़ाहिर होता है कि कोई काम कुछ पल का है, पूरा हो चुका है या अभी-भी जारी है। इसकी एक मिसाल के लिए, मत्ती 6:33 में यीशु के शब्दों पर गौर कीजिए। इस आयत में “खोज” के लिए इस्तेमाल किए गए यूनानी क्रियापद का मतलब एक ऐसा काम है जो जारी रहता है। इसलिए नयी दुनिया अनुवाद में इस आयत से यीशु के शब्दों का पूरा मतलब उभरकर सामने आता है: “इसलिए, तुम पहले उसके राज और उसके स्तरों के मुताबिक जो सही है उसकी खोज में लगे रहो और ये बाकी सारी चीज़ें भी तुम्हें दे दी जाएँगी।” उसी तरह, मत्ती 7:7 का अनुवाद यूँ किया गया है: “माँगते रहो और तुम्हें दे दिया जाएगा; ढूँढ़ते रहो और तुम पाओगे; खटखटाते रहो और तुम्हारे लिए खोला जाएगा।”—रोमियों 1:32; 6:2; गलातियों 5:15 भी देखिए।

नयी दुनिया अनुवाद में पूरी एहतियात बरती गयी है कि बाइबल के कई खास शब्दों का हर जगह एक ही तरह से अनुवाद किया जाए और इसमें फेर-बदल न हो। मिसाल के लिए, यूनानी शब्द स्टवरोस का बुनियादी मतलब है, सीधा खंभा। इसलिए इस शब्द का हर जगह “यातना की सूली” अनुवाद किया गया है, जिससे पढ़नेवाला यह साफ समझ सकता है कि यीशु को लकड़ी के एक सीधे खंभे या सूली पर चढ़ाकर मार डाला गया था, न कि दो लकड़ियों से बने क्रूस पर।—मत्ती 27:40; यूहन्‍ना 19:17; फिलिप्पियों 2:8; इब्रानियों 12:2.

पूरी दुनिया में परमेश्‍वर का वचन उपलब्ध कराना

हिंदी में मसीही यूनानी शास्त्र का उपलब्ध कराया जाना सिर्फ एक शुरूआत है। कुछ वक्‍त के अंदर पूरी बाइबल का अनुवाद तैयार करने की योजनाएँ बनायी गयी हैं। लेकिन, क्या पढ़नेवाले इस बात का यकीन रख सकते हैं कि इस हिंदी बाइबल में अँग्रेज़ी न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन की तरह ही बिलकुल सही अनुवाद किया गया है और खास शब्दों का हर जगह एक ही तरह से अनुवाद किया गया है?

जी हाँ, बिलकुल यकीन रख सकते हैं क्योंकि अनुवाद का यह काम यहोवा के साक्षियों के शासी निकाय की निगरानी में हुआ है। शासी निकाय ने यह फैसला किया कि बाइबल अनुवाद का काम किसी एक अनुवादक को नहीं बल्कि अनुवादकों की टीम को सौंपा जाए। इसलिए, दुनिया के कई देशों में बाइबल अनुवादकों की टीम बनायी गयीं। इनकी मदद करने के लिए यहोवा के साक्षियों के मुख्यालय, ब्रुकलिन, न्यू यॉर्क में एक पूरा विभाग बनाया गया है। इस विभाग का नाम है ‘अनुवाद सेवा विभाग’ (ट्रांस्लेशन सर्विसेस)। यह विभाग, बाइबल अनुवाद से जुड़े ढेरों सवालों के जवाब देता है और इस बात का ध्यान रखता है कि अलग-अलग भाषाओं में तैयार की गयीं नयी दुनिया अनुवाद बाइबलें एक-दूसरे से मेल खाएँ। इसके अलावा, बाइबल अनुवादकों की मदद के लिए एक कंप्यूटर प्रोग्राम भी तैयार किया गया है जो बेहद फायदेमंद साबित हुआ है। मगर कंप्यूटर से सिर्फ तकनीकी मदद मिलती है। अनुवाद का काम बिना कड़ी मेहनत के नहीं किया जा सकता। बाइबल अनुवादक टीम के सामने यह लक्ष्य रखा जाता है कि वे अपनी भाषा में न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन का ऐसा अनुवाद तैयार करें, जो अँग्रेज़ी अनुवाद की तरह बिलकुल सही हो और जिसमें खास शब्दों का, जहाँ तक मुमकिन हो, हर जगह एक ही तरह से अनुवाद किया जाए। इस उम्दा लक्ष्य को पाने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम में अनुवादकों के लिए कई सहूलियतें हैं। मिसाल के लिए, इस प्रोग्राम से वे देख सकते हैं कि किस इब्रानी या यूनानी शब्द के लिए कौन-सा अँग्रेज़ी शब्द इस्तेमाल किया गया है। इससे अनुवादकों को अपनी भाषा में सही शब्द चुनने में काफी मदद मिलती है।

ये सारे इंतज़ाम किस हद तक कामयाब रहे हैं, यह नतीजों से साफ देखा जा सकता है। हम आपसे गुज़ारिश करते हैं कि आप नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र की अपनी कॉपी की गौर से जाँच-परख करें। इस पत्रिका के प्रकाशकों से आपको इसकी कॉपी मिल सकती है। इस अनुवाद में ऐसी कई खास बातें हैं जो आपको अच्छी लगेंगी: इसके अक्षर बिलकुल साफ और पढ़ने में आसान हैं, पन्‍नों के ऊपरी हिस्से में शीर्षक दिए हैं, जिनकी मदद से आप जानी-पहचानी आयतें आसानी से ढूँढ़ सकते हैं; साथ ही, कई जगहों के नक्शे और बेहतरीन जानकारी देनेवाले अतिरिक्‍त लेख भी हैं। सबसे खास बात यह है कि आप इस बाइबल को इस यकीन के साथ पढ़ सकते हैं कि इसमें परमेश्‍वर के वचनों का आम बोलचाल की भाषा में बिलकुल सही-सही अनुवाद किया गया है।

[फुटनोट]

^ गौर करने लायक बात है, न्यू अमेरिकन स्टैन्डर्ड बाइबल के रेफ्रेंस एडिशन (1971) के ऊपरी कवर पर ऐसा ही कुछ लिखा गया था: “हमारा यह मानना है कि परमेश्‍वर का वचन अपने बलबूते पर खड़ा रहने के काबिल है और इसे किसी इंसान की सिफारिश की ज़रूरत नहीं है। इसलिए हमने इस अनुवाद के लिए सिफारिश के तौर पर किसी विद्वान का नाम नहीं दिया।”

^ यह बात सच है कि बाइबल के ‘नए नियम’ के लेखकों ने इब्रानी शास्त्र के हवाले देते वक्‍त सेप्टुआजेंट अनुवाद इस्तेमाल किया था। सेप्टुआजेंट इब्रानी शास्त्र का यूनानी भाषा में अनुवाद था। सेप्टुआजेंट की बाद की नकलों में परमेश्‍वर का नाम नहीं पाया जाता, इसलिए कई विद्वान यह दलील देते हैं कि मसीही यूनानी शास्त्र में भी यह नाम नहीं होना चाहिए। मगर सेप्टुआजेंट की मौजूदा सबसे पुरानी पांडुलिपियों में यहोवा नाम है और यह इब्रानी भाषा के चार अक्षरों में लिखा हुआ है। यह सबूत इस बात का समर्थन करता है कि यूनानी शास्त्र में यहोवा नाम वापस डाला जाना चाहिए।

^ जी. ऐबट-स्मिथ का मैनुअल ग्रीक लैक्सिकॉन ऑफ द न्यू टेस्टामेंट और लिड्डल और स्कॉट का ग्रीक-इंग्लिश लैक्सिकॉन देखिए। ये शब्दकोश और दूसरे भरोसेमंद सूत्र दिखाते हैं कि इस यूनानी शब्द का शाब्दिक अर्थ है “एक क्रम में लगाना, अपनी-अपनी जगह पर व्यवस्थित रखना।”

[पेज 16 पर तसवीर]

नयी दुनिया अनुवाद मसीही यूनानी शास्त्र

[पेज 16 पर तसवीर]

प्रेषित पौलुस की तरह बाइबल के दूसरे लेखकों ने इसे आम बोलचाल की भाषा में लिखा

[पेज 18 पर तसवीर]

नयी दुनिया अनुवाद की खासियतें:

[पेज 18 पर तसवीर]

ईसवी सन्‌ चौथी सदी के कोडेक्स साइनाइटिकस में 1 तीमुथियुस 3:16.

[पेज 18 पर तसवीर]

मूल यूनानी पाठ का सही-सही, शब्द-ब-शब्द और जहाँ तक मुमकिन हो सके, नए ज़माने की सरल भाषा में अनुवाद करने के लिए कड़ी मेहनत की गयी और हर छोटी-बड़ी बारीकी का ध्यान रखा गया

[पेज 18 पर तसवीर]

बड़े आकार के अक्षरों की वजह से इसे पढ़ना अच्छा लगता है

[पेज 19 पर तसवीर]

पन्‍नों के ऊपर दिए शीर्षकों की मदद से जानी-पहचानी आयतें ढूँढ़ना आसान हो जाता है

[पेज 19 पर तसवीर]

कई जगहों की जानकारी देनेवाले नक्शे, बाइबल में बताए इलाकों की समझ पाने में मदद करते हैं

[पेज 20 पर तसवीर]

“नयी दुनिया अनुवाद” की आसान भाषा दूसरों को बाइबल सिखाने में हमें बहुत मदद देती है