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सातवाँ राज़ बुनियाद मज़बूत रखें

सातवाँ राज़ बुनियाद मज़बूत रखें

सातवाँ राज़ बुनियाद मज़बूत रखें

इसका क्या मतलब है। अगर किसी परिवार में आपसी रिश्‍ते बहुत मज़बूत हैं, तो यह मज़बूती अपने-आप नहीं आ जाती। ठीक जैसे एक मकान की मज़बूती के लिए ज़रूरी है कि उसकी बुनियाद पक्की हो, ताकि वह बरसों-बरस टिका रहे, वैसे ही परिवार में रिश्‍तों की मज़बूती के लिए भी पक्की बुनियाद ज़रूरी है। कामयाब परिवारों में मज़बूत रिश्‍ते ऐसे मार्गदर्शन पर टिके होते हैं, जो वाकई बहुत फायदेमंद होता है।

यह क्यों ज़रूरी है। पारिवारिक जीवन पर सलाह देनेवाली किताबों, पत्रिकाओं और टीवी कार्यक्रमों की कोई कमी नहीं है। शादी की समस्याओं पर सलाह देनेवाले कुछ सलाहकार, परेशान जोड़ों को साथ रहने की हिदायत देते हैं, जबकि दूसरे उन्हीं जोड़ों को अलग होने की सलाह देते हैं। ऐसे मामलों की जाँच करनेवाले विशेषज्ञ भी वक्‍त के साथ अपनी राय बदलते हैं। मिसाल के लिए, एक जानी-मानी चिकित्सक (थेरपिस्ट) की बात लीजिए, जो खास तौर पर किशोर बच्चों की समस्याओं को सुलझाने की कोशिश करती है। सन्‌ 1994 में उसने लिखा कि अपने करियर की शुरूआत में वह मानती थी कि “अगर माँ-बाप में से कोई एक बच्चे के साथ रहता है और खुश है, तो यह बच्चे के लिए ज़्यादा अच्छा है, बजाय इसके कि माँ-बाप दोनों साथ रहें मगर एक-दूसरे से खुश न हों। मेरा मानना था कि पति-पत्नी में अगर निभती नहीं है, तो ऐसे रिश्‍ते को झेलने से अच्छा है तलाक ले लिया जाए।” मगर, बीस साल के तजुरबे के बाद उसकी राय बदल चुकी है। वह कहती है: “तलाक बहुत-से बच्चों को अंदर तक तोड़ देता है।”

लोगों की राय बदलती रहती है। मगर सबसे बेहतरीन सलाह जो दी जाती है, वह कहीं-न-कहीं परमेश्‍वर के वचन बाइबल में पाए जानेवाले सिद्धांतों से जुड़ी होती है। इस पत्रिका के पेज 3-8 पर दिए इन लेखों को पढ़ते वक्‍त आपने गौर किया होगा कि पन्‍ने के ऊपरी हिस्से में बाइबल का एक सिद्धांत दिया गया है। इन सिद्धांतों ने बहुत-से परिवारों को सच्ची कामयाबी हासिल करने में मदद दी है। दूसरे परिवारों की तरह ये भी समस्याओं का सामना करते हैं। मगर फर्क यह है कि बाइबल से उन्हें शादी-शुदा ज़िंदगी और पारिवारिक जीवन के लिए मार्गदर्शन की पक्की बुनियाद मिली है। बाइबल के बारे में यह उम्मीद करना सही भी है, क्योंकि इस किताब की रचना करनेवाला यहोवा परमेश्‍वर है जिसने परिवार के इंतज़ाम की शुरूआत की थी।—2 तीमुथियुस 3:16, 17.

सुझाव। पेज 3 से 8 के ऊपरी हिस्से में दिए गए शास्त्रवचनों की एक लिस्ट बनाइए। इसमें बाइबल की वे आयतें भी लिखिए जिनसे आपको मदद मिली है। यह लिस्ट ऐसी जगह रखिए जहाँ यह आपको आसानी से मिल सके और अकसर इसे देखिए।

पक्का फैसला कीजिए। ठान लीजिए कि आप अपने परिवार में बाइबल के सिद्धांतों पर अमल करते रहेंगे। (g09 10)

[पेज 8, 9 पर तसवीर]

बाइबल के सिद्धांतों की पक्की बुनियाद पर टिका आपका परिवार हर तूफान का डटकर सामना कर सकता है