कीड़ों के लिए पका-पकाया खाना
कीड़ों के लिए पका-पकाया खाना
● कीड़े पका-पकाया और कैलोरी से भरपूर खाने के शौकीन होते हैं। और उनकी सबसे पसंदीदा जगह होती है, फूल। जिस तरह होटलों या चाट की दुकानों पर आने के लिए ग्राहकों को अलग-अलग तरह से लुभाया जाता है, उसी तरह फूल भी अपने चमकदार रंगों से कीड़ों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। कीड़े उन पर मोहित होकर आ बैठते हैं और फिर चटकारे ले-लेकर पराग खाते और उनका मीठा रस पीते हैं।
सर्द रातों में इन कीड़ों का तापमान ठंडा हो जाता है और इस वजह से सुबह के वक्त ये बड़े सुस्त होते हैं। अपनी सुस्ती मिटाने के लिए इन्हें सूरज की गरमी की ज़रूरत होती है ताकि ये अपना काम शुरू कर सकें। बहुत-से फूल कीड़ों को पौष्टिक खाने के साथ-साथ धूप सेंकने की बढ़िया सहूलियत भी देते हैं। आइए इस तरह के एक फूल पर गौर फरमाएँ।
ऑक्साय डेज़ी एक आम फूल है जो ज़्यादातर यूरोप और उत्तरी अमरीका में पाया जाता है। देखने में यह फूल शायद इतना खास न लगे, लेकिन समय निकालकर अगर आप इसकी जाँच करें, तो आप पाएँगे कि इस पर बहुत-सी हरकत होती है। डेज़ी पर ही कई कीड़ों की दिनचर्या शुरू होती है। इसकी सफेद पंखड़ियाँ सूरज की गरमी को बिखेरती हैं और इसका बीचवाला पीला हिस्सा आराम फरमाने की बढ़िया जगह है, जहाँ कीड़े घंटों सूरज की गरमी सेंकते हैं। *
कीड़े आराम फरमाने के साथ-साथ एक और वजह से डेज़ी की तरफ खींचे चले आते हैं। डेज़ी के बीचवाला हिस्सा पराग और मीठे रस से भरपूर होता है और कई कीड़े इसी पौष्टिक खाने के सहारे जीते हैं। भला कीड़े-मकोड़ों को इससे बढ़िया जगह और कहाँ मिल सकती है, जहाँ स्वादिष्ट नाश्ते के साथ-साथ वे धूप का भी मज़ा ले सकें?
इसलिए दिन-भर में कई कीड़े-मकोड़े ऑक्साय डेज़ी का मज़ा उठाने आते हैं। आपको यहाँ भौंरे, रंग-बिरंगी तितलियाँ, शील्ड बग (कीड़े, जिनकी पीठ पर कड़ा छिलका होता है), झींगुर और हर तरह की मक्खियाँ देखने को मिलेंगी। वाकई अगर आप ध्यान न दें, तो इन दिलचस्प और अनोखे कीड़ों के बारे में आप कभी नहीं जान पाएँगे जो फूलों पर पका-पकाया खाना खाने आते हैं।
तो फिर क्यों न अगली बार जब आप शहर से दूर किसी देहाती इलाके में जाएँ, तो मामूली-से दिखनेवाले इन ऑक्साय डेज़ी पर करीबी से ध्यान दें? अगर आप ऐसा करेंगे, तो इन्हें रचनेवाले के लिए आपके दिल में और भी कदरदानी बढ़ेगी। (g10-E 03)
[फुटनोट]
^ पैरा. 4 वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि कुछ फूलों में बीचवाले हिस्से का तापमान आस-पास के हिस्सों से कई गुना ज़्यादा गरम होता है।