मैं अपने लक्ष्य कैसे हासिल कर सकता हूँ?
नौजवान पूछते हैं
मैं अपने लक्ष्य कैसे हासिल कर सकता हूँ?
आप अपनी ज़िंदगी में क्या पाना चाहेंगे?
● ज़्यादा आत्म-विश्वास
● ज़्यादा दोस्त
● ज़्यादा खुशी
दरअसल आप तीनों पा सकते हैं! कैसे? इनका लक्ष्य रखने और हासिल करने के ज़रिए। नीचे दी बातों पर गौर कीजिए।
ज़्यादा आत्म-विश्वास जब आप छोटे-छोटे लक्ष्य रखते हैं और उन्हें हासिल कर लेते हैं, तो आपमें बड़े-बड़े लक्ष्यों को हासिल करने का आत्म-विश्वास आएगा। साथ ही आप पूरे विश्वास के साथ रोज़-ब-रोज़ आनेवाली चुनौतियों का सामना कर पाएँगे, जैसे साथियों की तरफ से आनेवाले दबाव का सामना। इससे एक और फायदा होगा कि दूसरे आपका आत्म-विश्वास देखकर आपकी इज़्ज़त करने लगेंगे। हो सकता है, कुछ लोग आप पर गलत काम करने का दबाव डालना छोड़ दें और आपकी तारीफ करने लगें।—मत्ती 5:14-16 से तुलना कीजिए।
ज़्यादा दोस्त अकसर लोग उनके साथ दोस्ती करना पसंद करते हैं, जो अपने लिए लक्ष्य रखते हैं। यानी जो जानते हैं कि उन्हें ज़िंदगी में क्या चाहिए और उसके लिए मेहनत करने को तैयार रहते हैं। जब दूसरे आपके लक्ष्यों की वजह से आपकी ओर खिंचे चले आते हैं, तो वे दरअसल आपके लक्ष्य पाने में आपकी मदद कर सकते हैं।—सभोपदेशक 4:9, 10.
ज़्यादा खुशी अगर हम यह सोचकर हाथ-पर-हाथ धरे बैठे रहें कि ज़िंदगी में कुछ दिलचस्प होगा, तो बेशक आपकी ज़िंदगी नीरस बन जाएगी। लेकिन अगर आप लक्ष्य रखें और उन्हें पाने की कोशिश करें, तो आपको इस बात से खुशी मिलेगी कि आपने कुछ कर दिखाया है। यही वजह है कि पहली सदी के एक मसीही प्रेषित पौलुस ने एक बार कहा: “मैं लक्ष्यहीन-सा नहीं दौड़ता।” (1 कुरिंथियों 9:26, NHT) और याद रखिए, आपका लक्ष्य जितना बड़ा होगा, उसे हासिल करने पर आपको खुशी भी उतनी ज़्यादा मिलेगी!
तो क्या आप इसके लिए तैयार हैं? दायीं ओर दिए पन्ने को काटिए और मोड़िए, फिर उसमें दी बातों पर अमल कीजिए। * (g10-E 10)
“नौजवान पूछते हैं” के और भी लेख, वेब साइट www.watchtower.org/ype पर उपलब्ध हैं
[फुटनोट]
^ इन पन्नों पर ऐसे लक्ष्यों के लिए सुझाव दिए गए हैं, जिन्हें आप कुछ हफ्तों या महीनों में हासिल कर सकते हैं। लेकिन उसमें दिए सिद्धांत बड़े-बड़े लक्ष्यों को हासिल करने के लिए भी लागू किए जा सकते हैं।
इस बारे में सोचिए
● क्या एक ही वक्त पर कई लक्ष्य पाना मुमकिन है?—फिलिप्पियों 1:10.
● क्या लक्ष्य रखने का मतलब है कि आपको पहले से तय करना होगा कि आप हर मिनट में क्या करेंगे?—फिलिप्पियों 4:5.
[पेज 21, 22 पर बक्स/तसवीरें]
अपने लक्ष्य कैसे हासिल करें पहचानिए
पहचानिए नीतिवचन 4:25, 26 1
“बड़े लक्ष्य रखने से मत डरिए। अगर दूसरों ने उन लक्ष्यों को हासिल किया है, तो आप भी कर सकते हैं।”—रॉबन।
1. सोचिए कि आप अपने लिए कौन-से लक्ष्य रख सकते हैं। इसे मज़ेदार बनाने की कोशिश कीजिए। जैसे ज़्यादा सोचिए मत; जो लक्ष्य मन में आएँ उन्हें लिख लीजिए। देखिए कि क्या आप कम-से-कम 10 या 20 लक्ष्य रख सकते हैं।
2. अपने लक्ष्य जाँचिए। कौन-से लक्ष्य सबसे दिलचस्प लगते हैं? कौन-से मुश्किल? किस लक्ष्य को हासिल करके आप गर्व और खुशी महसूस करेंगे? याद रखिए, लक्ष्य वही सबसे अच्छे होते हैं, जो आपके लिए मायने रखते हैं।
3. अहमियत के हिसाब से लक्ष्य रखिए। सबसे पहले कुछ छोटे लक्ष्य चुनिए जिन्हें आप कुछ दिनों में हासिल कर सकें। फिर कुछ बड़े लक्ष्य, जिन्हें हासिल करने में शायद आपको कई हफ्ते या महीने लग जाएँ। अपने लक्ष्यों को उस क्रम में रखिए, जिस क्रम में आप उन्हें हासिल करना चाहते हैं।
लक्ष्यों के कुछ नमूने
दोस्ती अपने से बड़े या छोटे उम्र के इंसान से दोस्ती करना। ऐसे किसी पुराने दोस्त से दोबारा दोस्ती करना, जिसके साथ काफी समय से आपकी बातचीत बंद है।
सेहत हर हफ्ते 90 मिनट कसरत करना। हर रात आठ घंटे की नींद लेना।
स्कूल गणित में ज़्यादा नंबर लाना। जब दूसरे बच्चों की तरफ से नकल करने का दबाव आता है, तो सही बात के लिए डटे रहना।
आध्यात्मिकता हर दिन 15 मिनट बाइबल पढ़ाई करना। इस हफ्ते अपनी क्लास के एक बच्चे को अपने विश्वास के बारे में बताना।
योजना बनाइए“लक्ष्य रखना अच्छी बात है, लेकिन उन्हें हासिल करने के लिए योजना बनाने की ज़रूरत होती है वरना लक्ष्य, लक्ष्य ही रह जाएँगे और उन्हें हासिल करने की खुशी आपको कभी नहीं मिलेगी।”—डेरिक।
आपने जो लक्ष्य रखे हैं, हरेक के लिए नीचे दिए कदम उठाइए:
1. अपना लक्ष्य लिखिए।
2. तय कीजिए कि आप उसे कितने समय में हासिल करेंगे। अगर आप कोई समय तय न करें, तो आपका लक्ष्य सिर्फ ख्वाब बनकर रह जाएगा!
3. योजना बनाइए कि उन्हें हासिल करने के लिए आपको क्या-क्या करना होगा।
4. सोचिए कि कौन-कौन-सी रुकावटें आ सकती हैं। फिर सोचिए कि आप उन्हें कैसे पार कर सकते हैं।
5. ठान लीजिए। खुद से वादा कीजिए कि आप अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए अपनी तरफ से हर मुमकिन कोशिश करेंगे। इसे एक कागज़ पर लिखकर हस्ताक्षर कीजिए और तारीख भी लिखिए।
तमिल सीखना कन्याकुमारी घूमने जाने के लिए 1 जुलाई
कदम
1. तमिल भाषा सिखानेवाली एक किताब खरीदना।
2. हर हफ्ते दस नए शब्द सीखना।
3. जो लोग तमिल बात करते हैं, उन्हें सुनना।
4. किसी से पूछना कि मेरा उच्चारण और व्याकरण सही है या नहीं।
रुकावटें
आस-पड़ोस में तमिल बात करनेवाला कोई नहीं
मैं रुकावटों को कैसे पार कर सकता हूँ
टी.वी. में अच्छे तमिल कार्यक्रम देखना।
.... .....
हस्ताक्षर तारीख
काम कीजिए! यूहन्ना 13:17 3
“अपने लक्ष्यों को आप आसानी से भूल सकते हैं, इसलिए ज़रूरी है कि आप लगातार उनके बारे में सोचें और उन्हें हासिल करने के लिए मेहनत करते रहें।”—एरिका।
फौरन शुरू कीजिए। खुद से पूछिए, ‘अपना लक्ष्य पाने के लिए आज मैं क्या कर सकता हूँ?’ माना कि अभी तक आपने बारीकी से सोचा नहीं होगा कि इसे पूरा करने के लिए आप क्या-क्या कदम उठाएँगे, लेकिन इस वजह से देर मत कीजिए, तुरंत शुरू हो जाइए। क्यों? क्योंकि जैसा बाइबल कहती है, “यदि कोई व्यक्ति पूरी तरह से उत्तम मौसम का इंतजार करता रहता है तो वह अपने बीज बो ही नहीं सकता है और इसी तरह कोई व्यक्ति इस बात से डरता रहता है कि हर बादल बरसेगा ही तो वह अपनी फसल कभी नहीं काट सकेगा।” (सभोपदेशक 11:4, ईज़ी-टू-रीड वर्शन) सोचिए कि आप लक्ष्य हासिल करने के लिए आज क्या कदम उठा सकते हैं, फिर चाहे वह कदम छोटा ही क्यों न हो।
हर दिन अपने लक्ष्य जाँचिए। खुद को याद दिलाइए कि हर लक्ष्य क्यों आपके लिए अहमियत रखता है। आप अपने लक्ष्य के कितने करीब पहुँच रहे हैं, यह जानने के लिए आप जब भी कोई कदम उठा लेते हैं, तो उसके आगे ✔ का निशान लगाइए (या तारीख लिखिए)।
फेरबदल करने के लिए तैयार रहिए। भले ही आपकी योजनाएँ बहुत अच्छी हों, लेकिन हो सकता है कि आगे चलकर आपको उनमें कुछ फेरबदल करने पड़ें। इसमें कोई बुराई नहीं है। यह मत सोचिए कि आपने जैसा सोचा था आपको बिलकुल वैसा ही करना चाहिए। आप सिर्फ अपने लक्ष्य को ध्यान में रखिए और उसे हासिल करने की कोशिश कीजिए।
कल्पना कीजिए। कल्पना कीजिए कि आपने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है। उसे पाने की खुशी का अनुभव कीजिए। फिर दोबारा मन की आँखों से देखिए कि आप कैसे एक-एक कदम पार कर रहे हैं और लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं। और सोचिए, जब आखिरकार आप अपना लक्ष्य हासिल कर लेंगे तो आप खुद पर कितना गर्व करेंगे। तो अब “शुरू हो जाइए!”
[तसवीर]
लक्ष्य नक्शे की तरह होते हैं, उन्हें हकीकत में बदलने के लिए मेहनत की ज़रूरत होती है!
[पेज 21 पर बक्स/तसवीरें]
आपके हमउम्र क्या कहते हैं 4
“अगर आपकी ज़िंदगी नीरस है और आपके पास करने को कुछ नहीं है, तो आप आसानी से निराशा में डूब सकते हैं। लेकिन अगर आप लक्ष्य रखेंगे और उन्हें हासिल करेंगे, तो आप खुद के बारे में अच्छा महसूस करेंगे।”—रीड।
“अगर आप अपना लक्ष्य, तय वक्त में या उस तरीके से हासिल नहीं कर पा रहे जिस तरीके से आपने सोचा था, तो खुद को धिक्कारिए मत। यह एहसास आपको कभी आगे बढ़ने नहीं देगा। इसलिए बिना हिम्मत हारे कोशिश करते रहिए!”—कोरी।
“आपने जो लक्ष्य रखे हैं, वैसे लक्ष्य अगर पहले किसी और ने हासिल किए हैं, तो उससे बात कीजिए। वह आपको कारगर सलाह दे सकता है और आपका हौसला बढ़ा सकता है। अपने परिवार को भी अपने लक्ष्यों के बारे में बताइए, वे भी आपकी मदद कर सकते हैं।”—जूल्या।
[पेज 21 पर रेखाचित्र]
(भाग को असल रूप में देखने के लिए प्रकाशन देखिए)
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