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बेईमानी का बोलबाला

बेईमानी का बोलबाला

बेईमानी का बोलबाला

डैनी, * हाँग-काँग की एक बड़ी बिज़नेस कंपनी के लिए काम करता है। एक दिन वह एक फैक्टरी में पता लगाने गया कि क्या वह उसकी कंपनी को माल सप्लाई कर सकती है। सबकुछ देखने के बाद उसने फैक्टरी के मैनेजर से कहा कि हमारी कंपनी को जिस क्वालिटी का माल चाहिए, मुझे नहीं लगता आप वह बना पाएँगे। मैनेजर ने डैनी से कहा, ‘क्यों न हम इस बारे में रात के खाने पर बात करें।’ जब वे बाद में मिले, तो मैनेजर ने डैनी को एक लिफाफा थमाया। डैनी ने लिफाफा खोला, तो देखा उसमें लाखों डॉलर हैं। इतनी तो उसकी साल-भर की तनख्वाह भी नहीं थी। डैनी समझ गया कि फैक्टरी का मैनेजर उसे रिश्‍वत दे रहा है।

डैनी के साथ जो हुआ, वह कोई नयी बात नहीं है। यह देखकर वाकई हैरानी होती है कि कैसे बेईमानी पूरी दुनिया में फैलती जा रही है। ऊपर से लेकर नीचे तक हर कोई बेईमान होता जा रहा है। उदाहरण के लिए, जर्मनी में अदालत के रिकॉर्ड से पता चलता है कि वहाँ की एक बड़ी कंपनी ने सन्‌ 2001 से लेकर 2007 तक, कॉन्ट्रैक्ट पाने के लिए 1 अरब 40 करोड़ डॉलर की घूस खिलायी।

हाल में नामी कंपनियों के घोटाले सामने आने पर कुछ सुधार तो किए गए, फिर भी बेईमानी पूरे समाज में घुन की तरह फैल रही है। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़नेवाली एक संस्था ने सन्‌ 2010 में एक अध्ययन किया और पाया कि दुनिया-भर में “पिछले तीन सालों से भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है।”

आखिर इतनी बेईमानी क्यों है? क्या ईमानदारी दिखाने का कोई फायदा है? क्या ऐसा करना मुमकिन है? इस बारे में बाइबल कैसे हमारी मदद कर सकती है? (g12-E 01)

[फुटनोट]

^ इस श्रृंखला में कुछ नाम बदल दिए गए हैं।