प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 1 जनवरी, 2000 विश्वास से आपकी ज़िंदगी सँवर सकती है पहरेदार के साथ सेवा करना “छोटे से छोटा एक हजार” हो गया “पॉलिश भाइयों” का पंथ—उन्हें क्यों सताया गया? जवानी से ही अपने सृष्टिकर्ता को याद करना गवर्निंग बॉडी के नए सदस्य हमें यहोवा के संगठन की ज़रूरत है जब ‘हवा हमारे विरुद्ध होती है’ क्या आप चाहते हैं कि कोई आकर आपसे मिले? प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 1 जनवरी, 2000 प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 1 जनवरी, 2000 हिंदी प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 1 जनवरी, 2000 https://assetsnffrgf-a.akamaihd.net/assets/ct/e781f8601f/images/cvr_placeholder.jpg