इस जानकारी को छोड़ दें

विषय-सूची को छोड़ दें

“जनता के स्वास्थ्य के लिए एक गुप्त खतरा”

“जनता के स्वास्थ्य के लिए एक गुप्त खतरा”

“जनता के स्वास्थ्य के लिए एक गुप्त खतरा”

हाल में ऑन-लाइन सॆक्स पर किए गए सर्वे से पता चला कि अमरीका में इंटरनॆट इस्तेमाल करनेवाला हर तीसरा शख़्स किसी न किसी तरह के लैंगिक साइट की सैर कर चुका है। अब बड़े पैमाने पर लोग अपनी लैंगिक इच्छाएँ इंटरनॆट के ज़रिए पूरी करते हैं। मनोविज्ञानी डॉ. ऐल कूपर जिन्होंने यह सर्वे किया था, कहते हैं: “जनता के स्वास्थ्य के लिए एक गुप्त खतरा, ज़ोरों में फैलता जा रहा है, और कुछ हद तक इसका कारण यह है कि बहुत कम लोग दरअसल इसे एक खतरा समझते हैं।”

इस तरह के साइबर-सॆक्स का शिकार खासकर कौन होता है? डॉ. कूपर के मुताबिक “ऐसे लोग जिनकी लैंगिक इच्छाएँ या तो दब चुकी हैं या जिन्हें अपनी ज़िंदगी में लैंगिक इच्छाएँ पूरी करने का मौका नहीं मिला,” और उनके सामने इंटरनॆट पर “अचानक ही लैंगिकता की जानकारी का अंबार लग जाता है।”

जो लैंगिक साइट की सैर करते हैं, उनमें से ज़्यादातर लोग मानते हैं कि इसका उन पर कोई असर नहीं होता। लेकिन क्या इसका वाकई में कोई असर नहीं होता? जिस तरह ड्रग एडिक्ट समय के गुज़रते ड्रग्स की मात्रा बढ़ाता है, क्योंकि पहले जितना ड्रग्स लेने से अब उसकी तलब नहीं मिटती। उसी तरह बहुत-से लोग जिनको साइबर-सॆक्स की लत लग चुकी है उन की लालसा दिन-ब-दिन बढ़ती जाती है, जिसे पूरा करने के लिए वे इंटरनॆट पर लैंगिक साइट में ‘और भी’ डूब जाते हैं। और उनकी इसी लालसा की वजह से उनकी नौकरी खतरे में पड़ सकती है, यही नहीं अपने जीवन-साथी के साथ उनके रिश्‍ते में भी दरार पड़ सकती है।

मगर जो लोग परमेश्‍वर को खुश करना चाहते हैं, वे सिर्फ इन्हीं कारणों से इंटरनॆट पर लैंगिक साइट को न देखने का फैसला नहीं करते। परमेश्‍वर का वचन सलाह देता है: “अपने उन अंगों को मार डालो, जो पृथ्वी पर हैं, अर्थात्‌ व्यभिचार, अशुद्धता, दुष्कामना, बुरी लालसा और लोभ को जो मूर्ति पूजा के बराबर है। इन ही के कारण परमेश्‍वर का प्रकोप आज्ञा न माननेवालों पर पड़ता है।” (कुलुस्सियों 3:5, 6) गंदी लैंगिक भूख के मामले में ‘अपने अंगों को मार डालने’ के लिए ज़रूरी होता है कि पहले एक व्यक्‍ति के दिल में यहोवा परमेश्‍वर के लिए गहरा प्यार हो। (भजन 97:10) अगर वह पाता है कि साइबर-सॆक्स की तरफ उसका मन खिंचा चला जा रहा है, तो उसे यकीनन परमेश्‍वर के वचन, बाइबल का अध्ययन करने की ज़रूरत है, जिससे वह यहोवा के लिए अपने दिल में प्यार बढ़ा सके। इसलिए अगर वह यहोवा के साक्षियों के किंगडम हॉल में आकर अच्छी संगति का आनंद उठाए तो वह परमेश्‍वर को खुश करने के अपने इरादे को और भी मज़बूत कर सकता है।