प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 नवंबर, 2001 क्या उद्धार पाने की कोई आशा है? यीशु उद्धार करता है—कैसे? न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन संसार के लाखों लोग इसके एहसानमंद हैं यहोवा हमको अपने दिन गिनना सिखाता है यहोवा हमारा शरणस्थान है आप कपटता का सामना कैसे करते हैं? स्कूती जाति अतीत के रहस्यमयी और अजीबो-गरीब लोग पाठकों के प्रश्न नूह के विश्वास ने उस वक्त के संसार को दोषी ठहराया “परमेश्वर के राज्य में फिर मिलेंगे, अलविदा!” क्या आप चाहते हैं कि कोई आकर आपसे मिले? प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 नवंबर, 2001 प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 नवंबर, 2001 हिंदी प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 नवंबर, 2001 https://assetsnffrgf-a.akamaihd.net/assets/ct/d8f8c0370e/images/cvr_placeholder.jpg