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आप इस संसार के अंत से कैसे बच सकते हैं?

आप इस संसार के अंत से कैसे बच सकते हैं?

आप इस संसार के अंत से कैसे बच सकते हैं?

बाइबल, इस संसार के अंत के बारे में कहती है कि “वह रोष का दिन होगा, वह संकट और सकेती का दिन, वह उजाड़ और उधेड़ का दिन, वह अन्धेर और घोर अन्धकार का दिन, वह बादल और काली घटा का दिन होगा।” (सपन्याह 1:15) बेशक, आप इस तरह का दिन देखना पसंद नहीं करेंगे! फिर भी, प्रेरित पतरस ने अपने संगी मसीहियों को चेतावनी दी कि “परमेश्‍वर के उस दिन की बाट किस रीति से जोहना चाहिए और उसके जल्द आने के लिये कैसा यत्न करना चाहिए; जिस के कारण आकाश आग से पिघल जाएंगे, और आकाश के गण बहुत ही तप्त होकर गल जाएंगे। पर उस की प्रतिज्ञा के अनुसार हम एक नए आकाश और नई पृथ्वी की आस देखते हैं जिन में धार्मिकता बास करेगी।”—2 पतरस 3:12, 13.

पतरस सचमुच के आकाश और पृथ्वी के नष्ट होने की बात नहीं कर रहा है। लेकिन उसने जिस “आकाश” और “पृथ्वी” का ज़िक्र किया, वह आज की मौजूदा सरकारें और अधर्मी मानव समाज है। ‘यहोवा का दिन’ इस पृथ्वी को नाश नहीं करेगा बल्कि ‘पापियों को उस में से नाश करेगा।’ (यशायाह 13:9) लेकिन जो लोग इस दुष्ट संसार में किए जानेवाले “घृणित कामों के कारण . . . सांसें भरते और दु:ख के मारे चिल्लाते हैं,” उनके लिए यहोवा का दिन, उद्धार का दिन होगा।—यहेजकेल 9:4.

“यहोवा के उस बड़े और भयानक दिन” से अगर कोई बचना चाहे तो उसे क्या करना होगा? “यहोवा का वचन” जो उसके एक भविष्यवक्‍ता ने प्रकट किया, इस सवाल का जवाब देता है: “ऐसा होगा कि जो कोई यहोवा का नाम लेगा वह उद्धार पाएगा।” (NHT) (योएल 1:1; 2:31, 32) यहोवा के साक्षी, आपको यह जानने के लिए मदद करने में खुश होंगे कि यहोवा का नाम लेने का मतलब क्या है।