“इस किताब ने मेरी प्यास बुझा दी”
“इस किताब ने मेरी प्यास बुझा दी”
“यहोवा के करीब आओ (अँग्रेज़ी) इस खूबसूरत तोहफे के लिए मैं दिल की गहराइयों से आपका शुक्रिया अदा करती हूँ। इस किताब ने मेरी प्यास बुझा दी क्योंकि मैं यहोवा का प्यार महसूस करने के लिए कब से तरस रही थी। अब मुझे लग रहा है जैसे मैं यहोवा और उसके प्यारे बेटे के बहुत करीब हूँ। मैं इस किताब के बारे में हर किसी को बताना चाहती हूँ और अपने सभी अज़ीज़ों को इसकी एक-एक कॉपी देना चाहती हूँ।” एक यहोवा के साक्षी ने उस नयी किताब के बारे में ऐसा महसूस किया। तीन सौ बीस पेजवाली यह किताब, सन् 2002/03 के दौरान “राज्य के जोशीले प्रचारक” ज़िला अधिवेशनों में रिलीज़ की गयी थी। आइए इस नयी किताब की कुछ खासियतों पर गौर करें और जानें कि इसे क्यों प्रकाशित किया गया था।
नयी किताब की कुछ खासियतें
इस नयी किताब में क्या दिया गया है? इस अंक के दोनों अध्ययन लेखों में बतायी गयी सारी बातें और इसके अलावा ढेर सारी जानकारी! इस किताब में इकत्तीस अध्याय हैं और हर अध्याय लगभग एक प्रहरीदुर्ग अध्ययन लेख के बराबर है। प्रस्तावना और पहले तीन अध्यायों के बाद, इसे चार भागों में बाँटा गया है। इन भागों में, यहोवा के चार खास गुणों की एक-एक करके चर्चा की गयी है। हर भाग में पहले यहोवा के किसी एक गुण के बारे में सरसरी तौर पर जानकारी दी गयी है। फिर अगले चंद अध्यायों में समझाया गया है कि यहोवा उस गुण को कैसे दिखाता है। और हर भाग का एक अध्याय यीशु के बारे में बताता है। लेकिन यीशु के बारे में क्यों? क्योंकि यीशु ने कहा था: “जिस ने मुझे देखा है उस ने पिता को देखा है।” (यूहन्ना 14:9) यीशु ने हू-ब-हू वही किया जो यहोवा करता। इस तरह उसने यहोवा के गुणों को दिखाने में, हमारे लिए एक जीती-जागती मिसाल पेश की है। हर भाग का आखिरी अध्याय सिखाता है कि हम उस भाग में बताए गुण को दिखाकर यहोवा की मिसाल पर कैसे चल सकते हैं। यह नयी किताब, यहोवा के गुणों के बारे में समझाते हुए बाइबल की हरेक किताब का हवाला देती है।
यहोवा के करीब आओ किताब की कुछ बातें खास हैं। अध्याय 2 से लेकर हर अध्याय में एक बक्स है, जिसका शीर्षक है, “मनन के लिए सवाल।” उस बक्स में दी गयी आयतें और सवाल, अध्याय पर दोबारा विचार करने के लिए नहीं हैं। इसके बजाय, ये इसलिए दिए गए हैं ताकि आप बाइबल का इस्तेमाल करके उस अध्याय में चर्चा किए गए विषय पर गहराई से मनन करें। आपको सुझाव दिया जाता है कि आप उस बक्स में बतायी गयी हर आयत को पहले ध्यान से पढें। फिर सवाल पर मनन करें और समझने की कोशिश करें कि आप उससे सीखनेवाले मुद्दे को ज़िंदगी में कैसे अमल कर सकते हैं। इस तरह मनन करने से, आप जो सीखते हैं वह आपकी भावनाओं को झंझोड़कर रख देगा और आप यहोवा के करीब आते जाएँगे।—भजन 19:14.
इस किताब में दिए चित्रों को तैयार करने में काफी खोजबीन की गयी थी ताकि आप उनसे कुछ सीखें और उसके मुताबिक कदम उठाएँ। इसके सत्रह अध्यायों में ऐसे कई पन्ने हैं जिनमें बाइबल के वृत्तांतों के बड़े-बड़े चित्र दिए गए हैं।
इसे क्यों प्रकाशित किया गया?
यहोवा के करीब आओ यह नयी किताब क्यों प्रकाशित की गयी? इसे तैयार करने का सबसे खास मकसद यह है कि हमें यहोवा को अच्छी तरह जानने में मदद मिले ताकि हममें से हरेक अपने परमेश्वर के साथ एक मज़बूत रिश्ता कायम कर सके।
क्या आपको कोई ऐसा व्यक्ति याद आता है जिसे यहोवा के करीब आओ किताब पढ़ने से फायदा होगा? शायद वह कोई बाइबल विद्यार्थी हो सकता है, या फिर ऐसा मसीही भाई या बहन जो सच्चाई में ठंडा पड़ गया है। और आपके बारे में क्या? क्या आपने इस नयी किताब को पढ़ना शुरू किया है? अगर नहीं, तो क्यों न जल्द-से-जल्द शुरू करने के लिए समय तय करें? आप जो पढ़ते हैं, उस पर मनन करने के लिए समय निकालिए। हमारी दुआ है कि यह नयी किताब आपको यहोवा परमेश्वर के और भी करीब आने में मदद दे ताकि आप उसके राज्य का सुसमाचार पूरी खुशी और जोश से सुनाएँ!