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2003 प्रहरीदुर्ग की विषय-सूची

2003 प्रहरीदुर्ग की विषय-सूची

2003 प्रहरीदुर्ग की विषय-सूची

जिस अंक में लेख प्रकाशित किया गया है, उसकी तारीख

जीवनियाँ

उन्हें कृपा से प्रीति थी (एम. हैनशल), 8/15

खुश है वह जिसका परमेश्‍वर यहोवा है (टी. डीडर), 8/1

खुशी जिसकी कोई तुलना नहीं! (आर. वालवर्क), 6/1

जलती भट्ठी में परखा गया (वाय. यानोरीस), 2/1

दूसरों की सेवा से अपना दुःख कम होता है (जे. आरयास), 7/1

पर्ची ने मेरी ज़िंदगी की कायापलट कर दी (आई. होकस्टनबाक), 1/1

पहले राज्य की खोज करना—सुरक्षित और खुशहाल जीवन (जे. सुनल), 3/1

‘मैं यहोवा को क्या बदला दूं?’ (एम. केरॉसीनीस), 12/1

यहोवा को हमेशा हमारी परवाह रहती है (ई. मज़ांग), 9/1

यहोवा दीन लोगों को खींचता है (ए. कोशीनो), 10/1

यहोवा बचपन से मुझे सिखाता आया है (आर. एब्राहैमसन), 11/1

विश्‍वव्यापी ईश्‍वरीय शिक्षा के काम में मेरा हिस्सा (आर. निसबेट), 4/1

पाठकों के प्रश्‍न

अदालत में सच बोलने की शपथ खाना? 1/15

“अपने आप में जीवन” (यूह 5:26; 6:53), 9/15

अलग-अलग अनुवादों में भजन-संहिता में आयतों के नंबर एक-दूसरे से मेल क्यों नहीं खाते? 4/1

आवाज़ें सुनने का मतलब दुष्टात्माएँ परेशान कर रही हैं? 5/1

‘उपदेशक को देखो,’ ‘पीछे से कानों में पड़नेवाले वचन’ को सुनो (यशा 30:20, 21), 2/15

एलिय्याह की आत्मा का “दूना भाग” (2राजा 2:9), 11/1

जब अपंग अभिषिक्‍त मसीही, स्मारक में हाज़िर नहीं हो सकता, 3/15

“जितनी बार” (1कुरि 11:25, 26, ईज़ी-टू-रीड वर्शन), 1/1

परमेश्‍वर की इच्छा स्वर्ग में पूरी हो चुकी है? (मत्ती 6:10), 12/15

पालतू जानवर की जान लेना गलत है? 6/1

बलात्कार का खतरा होने पर क्यों चिल्लाना चाहिए? 2/1

बहुविवाह का स्तर बदल गया? 8/1

मरे हुओं के लिए बपतिस्मा (1कुरि 15:29), 10/1

यहेजकेल गूंगा? (यहे 24:27; 33:22), 12/1

राशि-रत्न, 11/15

शादी के तोहफे, 9/1

शैतान के पास ‘मार डालने का ज़रिया है’? (इब्रा 2:14, NW), 7/1

शैतान मन पढ़ता है? 6/15

सा.यु. 33 के पिन्तेकुस्त में लिया बपतिस्मा, समर्पण की निशानी था? 5/15

“हम में से एक” (उत्प 3:22), 10/15

बाइबल

सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में लाना, 1/1

साधारण लोग बाइबल का अनुवाद करते हैं (तहीतियन), 7/1

मसीही जीवन और गुण

अनुशासन का मकसद समझना, 10/1

“असमान जूए में न जुतो,” 10/15

आपका बच्चा कैसा इंसान बनेगा, यह संयोग पर मत छोड़िए! 2/15

क्या मेरे बच्चे को स्कूल जाना चाहिए? 3/15

जवानो—आध्यात्मिक रूप से उन्‍नति कर रहे हैं? 4/1

“तुमने मुफ़्त पाया है, मुफ़्त में दो,” 8/1

दान जिससे परमेश्‍वर खुश होता, 6/1

दृढ़ बने रहो, 5/15

देने की भावना पैदा कीजिए, 11/1

नौजवानो, यहोवा के योग्य चाल चलो, 10/15

प्यार, 7/1

बदलते हालात का पूरा फायदा उठाना, 3/1

बुज़ुर्गों को अनमोल समझिए, 9/1

‘बुद्धिमान की व्यवस्था’ (नीति 13), 9/15

‘भले मनुष्य से परमेश्‍वर प्रसन्‍न होता है’ (नीति 12), 1/15

यहोवा आपके कामों को देखता है? 5/1

व्यवहार में कुशल, 8/1

संतोष पाना, 6/1

सच्ची लगन से यहोवा की खोज करना, 8/15

“सच्चे होंठ” (नीति 12), 3/15

“सभा के बीच” यहोवा की स्तुति करें, 9/1

“साहस रखो—मैंने संसार को जीत लिया है,” 3/15

सोच सही रखिए और बुद्धिमानी से काम लीजिए, 7/15

हमेशा बाइबल से नियमों की ज़रूरत है? 12/1

मुख्य अध्ययन लेख

अपनी समझ पर संयम बढ़ाते जाओ, 10/15

अपने निष्पक्ष परमेश्‍वर, यहोवा की मिसाल पर चलें, 6/15

आज पहले से कहीं ज़्यादा जागते रहो! 1/1

आध्यात्मिक बातचीत से उन्‍नति होती है, 9/15

आपका विश्‍वास कितना मज़बूत है? 1/15

‘आपस में प्रेम रखो,’ 2/1

इनाम पाना है तो संयम बरतें! 10/15

कोमलता—महत्वपूर्ण मसीही गुण, 4/1

क्या आप “इंतज़ार करने का रवैया” रखते हैं? 7/15

क्या आप पूछते हैं, “यहोवा कहां है?” 5/1

क्या आपको वाकई सुसमाचार पर विश्‍वास है? 1/15

खड़े रहकर यहोवा की ओर से बचाव देख! 6/1

चेला बनाने के मकसद से प्रचार कीजिए, 11/15

जवान, जो यहोवा का मन आनंदित करते हैं, 4/15

जवानो—यहोवा आपके काम को नहीं भूलेगा! 4/15

जागते रहना, आज पहले से ज़्यादा ज़रूरी है, 12/15

“जागते रहो”! 1/1

“तुम धन्यवादी बने रहो,” 12/1

दुःखी लोगों को शांति दीजिए, 5/1

दूसरों को यहोवा की नज़र से देखने की कोशिश कीजिए, 3/15

‘दृढ़ और साहसी हो!’ 3/1

“देखो, हमारा परमेश्‍वर यही है,” 7/1

धार्मिकता की खातिर ज़ुल्म सहना, 10/1

ध्यान से सुनिए कि आत्मा क्या कहता है! 5/15

निरन्तर प्रार्थना क्यों करें? 9/15

परमेश्‍वर की उपासना करनेवाली अनमोल, वफादार मसीही बहनें, 11/1

‘परमेश्‍वर के वचन को ठीक रीति से काम में लाइए,’ 11/15

“परमेश्‍वर प्रेम है,” 7/1

परीक्षाओं में धीरज धरने से यहोवा की स्तुति होती है, 10/1

पहली सदी के मसीही और मूसा की व्यवस्था, 3/15

पूरे दिल से यहोवा पर भरोसा रखिए, 3/1

प्रभु का संध्या भोज आपके लिए क्या मायने रखता है? 2/15

प्रभु का संध्या भोज क्यों मनाना चाहिए? 2/15

“बहुत सा फल लाओ,” 2/1

“मत डरो, और तुम्हारा मन कच्चा न हो,” 6/1

मसीह, कलीसियाओं से बात करता है, 5/15

‘मेरे वचन में बने रहो,’ 2/1

यहोवा के दिन के लिए तैयार रहो, 12/15

यहोवा के दिन को नज़दीक आते देख, लोगों के बारे में हमारा नज़रिया कैसा होना चाहिए? 7/15

यहोवा के दिल को खुश करनेवाली स्त्रियाँ, 11/1

यहोवा के सेवकों के पास सच्ची आशा है (मीका), 8/15

“यहोवा को अपने सुख का मूल जान,” 12/1

यहोवा पर पूरा भरोसा रखिए, 9/1

यहोवा, सत्य का परमेश्‍वर, 8/1

यहोवा हमसे क्या उम्मीद करता है? (मीका), 8/15

राज्य का संदेश कबूल करने में दूसरों की मदद करें, 11/15

संकट की घड़ी में यहोवा पर पूरा भरोसा रखिए, 9/1

सच्ची शांति कहाँ से मिल सकती है? 5/1

सत्य के परमेश्‍वर की मिसाल पर चलना, 8/1

“सब मनुष्यों के साथ पूरी कोमलता से” पेश आना, 4/1

सभी में अच्छाई ढूँढ़ो, 6/15

हम यहोवा का नाम लेकर सदा सर्वदा चलते रहेंगे! (मीका), 8/15

यहोवा

आपके कामों को देखता है? 5/1

जानना फायदेमंद है, 2/15

परमेश्‍वर के लिए सवाल, 5/1

परमेश्‍वर पर क्यों विश्‍वास करें? 12/1

मामूली लोगों की परवाह करता है, 4/15

वाकई परवाह करता है? 10/1

यहोवा के साक्षी

अंतर्राष्ट्रीय सेवक (मेक्सिको), 5/1

अत्याचार, 3/1

अनोखी भाषा बोलनेवाला समूह (कोरिया), 6/15

कैलेंडर, 11/15

गिलियड ग्रैजुएशन, 6/15, 12/15

गुज़रा कल और आज, 1/15, 3/15, 5/15, 7/15, 9/15, 11/15

चेक रिपब्लिक, 8/1

“ज़िंदगी वाकई खुशनुमा है!” 1/1

“परमेश्‍वर की महिमा करो” अधिवेशन, 3/1

पोलैंड, 10/1

“प्यास बुझा दी” (यहोवा के करीब आओ किताब), 7/1

प्रचार काम एक मीठी याद (मेक्सिको), 4/15

फ्रांस, 12/1

ब्राज़ील (बधिरों को प्रचार), 2/1

मौत के घाट उतारे गए, याद किए गए (हंगरी), 1/15

यूक्रेन, 10/1

“राज्य के जोशीले प्रचारक” अधिवेशन, 1/15

लगन का फल मिला, 1/1

लहू को पवित्र मानने की आज्ञा को थामे रहने में मदद (फिलीपींस), 5/1

वीडियो जो जवानों का दिल छू ले, 7/1

शरणार्थी शिविर में ज़िंदगी (तंज़ानिया), 2/15

सच्ची उपासना ने परिवार को एक किया, 8/15

साओ तोमी और प्रिंसीपी, 10/15

“हर एक अच्छे काम के लिये तैयार,” 12/1

हाई कोर्ट ने सच्ची उपासना को समर्थन दिया (आर्मीनीया), 4/1

यीशु मसीह

धरती पर जीया? 6/15

परिवार, 12/15

विविध

अंजीर का वृक्ष, 5/15

आध्यात्मिक आदर्श, 4/15

उनका क्या हुआ? (नोप और नोह), 7/1

उन्होंने सकरे रास्ते की तलाश की (यूनिटी ऑफ ब्रदरन), 12/15

ऊगरीट—प्राचीन शहर, 7/15

एलैक्ज़ैंडर VI (पोप), 6/15

काम के बारे में एक सही नज़रिया, 2/1

काम में खुश और सुरक्षित, 2/1

किस पर भरोसा किया जा सकता है? 11/1

कैसे याद किए जाना पसंद करेंगे? 8/15

क्या बुराई की जीत हुई है? 1/15

गरीबी, 3/15, 8/1

गरीबों के लिए मदद, 9/1

टेशन—मसीही धर्म का हिमायती या विधर्मी? 5/15

दान-धर्म संस्था, 6/1

दिल का साफ होना, 2/1

धरती फिरदौस बनेगी, 11/15

धूप जलाना, 6/1

निरंतर प्रेम-कृपा, 4/15

नूह का सफरनामा, 5/15

पंछी हमें क्या सिखा सकते हैं, 6/15

परमेश्‍वर क्यों दुःख-तकलीफें आने देता है? 1/1

‘पैने पर लात मारना’ (प्रेरि 26:14), 10/1

फैसला करना, 10/15

बाइबल शादी-शुदा ज़िंदगी में मदद कर सकती है, 9/15

बाराक, 11/15

मार्टिन लूथर, 9/15

याकूब, 10/15

युसेबियस—“चर्च इतिहास का फादर”? 7/15

रूत और बोअज़ की शादी, 4/15

वाकई दूसरों की ज़रूरत है? 7/15

वेदी—उपासना में इसकी अहमियत, 2/15

‘शुद्ध विवेक रखो,’ 5/1

‘सच्चा चर्च’ सिर्फ एक है? 9/1

‘सुलैमान भी उनमें से किसी के समान वस्त्र पहिने न था,’ 6/1

स्मारक (आखिरी भोज या प्रभु का संध्या भोज), 4/1

हौद, 12/1