प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 मई, 2004 परमेश्वर को खुश करने की इंसान की कोशिशें आप परमेश्वर को खुश कर सकते हैं “नदियां तालियां बजाएं” बुज़ुर्ग जन—हमारी मसीही बिरादरी के अनमोल सदस्य बुज़ुर्ग जनों की देखभाल करना—एक मसीही ज़िम्मेदारी लैव्यव्यवस्था किताब की झलकियाँ इब्राहीम और सारा—आप उनकी तरह विश्वास दिखा सकते हैं! पाठकों के प्रश्न लंबी और खुशहाल ज़िंदगी का नुस्खा क्या आप चाहते हैं कि कोई आकर आपसे मिले? प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 मई, 2004 प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 मई, 2004 हिंदी प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 मई, 2004 https://assetsnffrgf-a.akamaihd.net/assets/ct/f62df3bf2a/images/cvr_placeholder.jpg