क्या आपको याद है?
क्या आपको याद है?
क्या आपने हाल की प्रहरीदुर्ग पत्रिकाएँ पढ़ने का आनंद लिया है? क्यों न परखकर देखें कि आप नीचे दिए सवालों के जवाब जानते हैं या नहीं?
• कोंप्लूटेनसीआन पॉलीग्लोट क्या था, और क्यों यह बहुत खास था?
यह ऐसी बाइबल थी जिसके अलग-अलग कॉलम में कई भाषाओं का अनुवाद छापा गया था। उनमें उस वक्त तक मौजूद सबसे बेहतरीन पाठ का इब्रानी, यूनानी और लातीनी अनुवाद था, साथ ही कुछ हिस्से अरामी भाषा में थे। पॉलीग्लोट बाइबल, मूल भाषाओं की ऐसी बाइबल तैयार करने में काफी मददगार साबित हुई जो ज़्यादा सही होती।—4/15, पेज 28-31.
• इंसान परमेश्वर को कैसे खुश कर सकते हैं?
यहोवा सच्चा और जीवित परमेश्वर है इसलिए उसमें भावनाएँ हैं, सोचने-समझने और काम करने की काबिलीयत है। वह “आनंदित परमेश्वर” है और उसे अपने मकसद को अंजाम देने में खुशी मिलती है। (1 तीमुथियुस 1:11, NW; भजन 104:31) हम उसकी भावनाओं को जितनी अच्छी तरह जानेंगे, उतना ही हमें एहसास होगा कि हम उसे खुश करने के लिए क्या कर सकते हैं।—5/15, पेज 4-7.
• दाऊद ने अपनी पत्नी मीकल को गृह-देवता या मूरत रखने की इजाज़त क्यों दी?
जब राजा शाऊल ने दाऊद को मार डालने की साज़िश रची, तो मीकल ने दाऊद को भागने में मदद देने के लिए उसके बिस्तर पर एक मूरत रख दी, जिसका आकार और रूप शायद एक आदमी जैसा था। मीकल ने अपने पास गृह-देवता की मूरत शायद इसलिए रखी होगी क्योंकि उसका दिल पूरी तरह यहोवा की तरफ नहीं था। दाऊद को या तो उस मूरत के बारे में खबर नहीं थी या फिर उसने इसलिए बर्दाश्त कर लिया क्योंकि मीकल, राजा शाऊल की बेटी थी। (1 इतिहास 16:25, 26)—6/1, पेज 29.
• परमेश्वर ने लहू के बारे में जो नियम दिए थे, वे किस बुनियादी सच्चाई की तरफ हमारा ध्यान खींचते हैं?
लहू के बारे में परमेश्वर ने जलप्रलय के बाद, फिर मूसा की व्यवस्था में और प्रेरितों 15:28, 29 में जो नियम दिए, उनके ज़रिए उसने यीशु के बलिदान की तरफ हमारा ध्यान खींचा जिसमें उसका खून बहाया गया था। सिर्फ उसी के लहू की बिना पर हम माफी पा सकते हैं और परमेश्वर के साथ शांति कायम कर सकते हैं। (कुलुस्सियों 1:20)—6/15, पेज 14-19.
• बाइबल में यीशु के कितने चमत्कारों का ज़िक्र है?
सुसमाचार की किताबें, यीशु के 35 चमत्कारों के बारे में बताती हैं। उसके कुछ चमत्कारों का बाइबल में ज़िक्र नहीं है, इसलिए यह ठीक-ठीक नहीं बताया जा सकता कि उसने कुल कितने चमत्कार किए। (मत्ती 14:14)—7/15, पेज 5.