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“सब जातियों के लोगों के लिए सुसमाचार”

“सब जातियों के लोगों के लिए सुसमाचार”

“सब जातियों के लोगों के लिए सुसमाचार”

ऊपर दिखायी इस छोटी-सी किताब को सन्‌ 2004/05 में, यहोवा के साक्षियों के “परमेश्‍वर के साथ-साथ चलो” ज़िला अधिवेशनों में रिलीज़ किया गया था। इसका एक संस्करण 96 पेज का है और उसमें अफ्रीकान्ज़ से लेकर ज़ुलू तक 92 भाषाओं में एक छोटा-सा संदेश दिया गया है। यह किताब इस मकसद से तैयार की गयी है कि ज़्यादा-से-ज़्यादा लोगों तक राज्य की खुशखबरी पहुँचाने में यह मददगार हो। (मत्ती 24:14) नीचे कुछ अनुभव दिए गए हैं, जो दिखाते हैं कि इस किताब का इस्तेमाल करने से कैसे नतीजे मिलते हैं।

अधिवेशन में इस बुकलेट को पाने के बाद, एक साक्षी परिवार तीन नैशनल पार्क देखने गया था। वहाँ पर वे नैदरलैंड्‌स, पाकिस्तान, फिलिप्पींस और भारत के लोगों से मिले। पति कहता है: “वे सब थोड़ी-बहुत अँग्रेज़ी बात करते थे, मगर जब हमने उनकी अपनी भाषा में संदेश दिखाया तो वे फूले न समाए, क्योंकि वे अपने वतन से हज़ारों किलोमीटर दूर जो थे। वे साफ देख सकते थे कि हम साक्षियों का काम सारी दुनिया में हो रहा है और हमारे बीच कितनी एकता है।”

एक साक्षी बहन ने अपने साथ काम करनेवाले एक आदमी को यह किताब दिखायी, जो एक हिंदुस्तानी था। जब उसने किताब में इतनी सारी भाषाएँ देखीं और अपनी भाषा में संदेश पढ़ा तो वह उमंग से भर गया। नतीजा यह था कि उसने बाइबल पर कई चर्चाएँ कीं। उस साक्षी के साथ काम करनेवाली एक स्त्री फिलिप्पींस की रहनेवाली थी। जब उस स्त्री ने किताब में अपनी भाषा में लिखा संदेश देखा तो उसे बड़ा ताज्जुब हुआ। और यहोवा के साक्षियों के बारे में ज़्यादा सीखने के लिए उसके अंदर दिलचस्पी जाग उठी।

कैनडा में नेपाल की एक स्त्री, एक साक्षी के साथ फोन पर बाइबल अध्ययन करने को राज़ी हुई। मगर वह बहन को अपने घर बुलाने से झिझकती थी। लेकिन जब बहन ने उसे बताया कि उसके पास एक किताब है जिसमें नेपाली भाषा में संदेश दिया गया है, तो वह स्त्री उस किताब को देखने के लिए बेताब हो उठी, इसलिए उसने बहन को अपने घर बुलाया। वह किसी भी हाल में अपनी मातृ-भाषा में छपा संदेश देखना चाहती थी! तब से बाइबल अध्ययन उसके घर पर चल रहा है।