इस जानकारी को छोड़ दें

विषय-सूची को छोड़ दें

क्या आपको याद है?

क्या आपको याद है?

क्या आपको याद है?

क्या आपने हाल की प्रहरीदुर्ग पत्रिकाएँ पढ़ने का आनंद लिया है? देखिए कि क्या आप नीचे दिए गए सवालों के जवाब दे पाते हैं या नहीं:

आज दुनिया में इतनी बुराई क्यों है, इसकी कुछ वजह बताइए।

बुरे कामों की एक वजह है, बुराई की तरफ इंसान का रुझान। (उत्पत्ति 8:21) दूसरी वजह यह है कि ज़्यादातर लोग ठीक-ठीक नहीं जानते कि परमेश्‍वर की मरज़ी क्या है। इसके अलावा, बुराई की एक और वजह है कि इसको शुरू करनेवाला शैतान आज भी इंसानी मामलों में दखल दे रहा है।—1/1, पेज 4-6.

सही वक्‍त पर भली बात कहने से कौन-से अच्छे नतीजे निकलते हैं? (नीतिवचन 12:25)

इससे एक इंसान का आत्म-विश्‍वास बढ़ता है, उसके अंदर जोश भर आता है, उसे अपना काम और भी अच्छी तरह से करने की प्रेरणा मिलती है, और उसे अपनेपन का एहसास होता है। इसके अलावा, जब हम दूसरों की तारीफ करने की कोशिश करते हैं, तो हम उनकी अच्छाइयों पर ध्यान देते हैं।—1/1, पेज 16-17.

वाचा के संदूक में क्या-क्या रखा गया था?

इसमें पत्थर की दो पटियाएँ रखी गयी थीं जिन पर दस आज्ञाएँ लिखी हुई थीं, साथ ही मन्‍ना रखा गया था। कोरह की बगावत के बाद, हारून की छड़ी को संदूक में रखा गया ताकि वह उस पीढ़ी के खिलाफ चेतावनी की निशानी ठहरे। (इब्रानियों 9:4) सुलैमान के मंदिर के समर्पण से पहले, छड़ी और मन्‍ना को शायद संदूक से निकाल दिया गया था।—1/15, पेज 31.

नहेमायाह के दिनों में यहूदियों को मंदिर में लकड़ियाँ क्यों लानी थीं?

मूसा की कानून-व्यवस्था में लकड़ियों की भेंट चढ़ाने की आज्ञा नहीं दी गयी थी। मगर नहेमायाह के दिनों में वेदी पर बलि के जानवरों को जलाने के लिए ढेर सारी लकड़ियों की ज़रूरत थी। इनकी कमी न हो, इसी वजह से यहूदियों से लकड़ियाँ लाने को कहा गया था।—2/1, पेज 11.

मूराटोरी खंड क्या है?

यह लातिनी हस्तलिपि का एक हिस्सा है। इस लेख को सा.यु. दूसरी सदी के आखिर में सबसे पहले यूनानी में लिखा गया था। यह अब तक का सबसे पुराना संग्रह है। इसमें मसीही यूनानी शास्त्र की उन किताबों के नाम दिए गए हैं जिन्हें सच्चा माना जाता है। इसके अलावा, इसमें उन किताबों और उनके लेखकों के बारे में भी जानकारी दी गयी है।—2/15, पेज 13-14.

फारस की रानी वशती ने राजा के सामने आने से बार-बार इनकार क्यों किया? (एस्तेर 1:10-12)

बाइबल यह नहीं बताती कि रानी ने किस इरादे से राजा का हुक्म टाला। कुछ विद्वानों का कहना है कि उसने राजा के हुक्म की तामील इसलिए नहीं की क्योंकि वह, राजा के ऐसे मेहमानों के सामने आना अपनी तौहीन समझती थी जो शराब के नशे में धुत्त थे। या हो सकता है कि रानी को अपने हुस्न का इतना गुमान था कि किसी के आगे झुकना उसे कतई गवारा नहीं था। इस तरह उसने पूरे फारस में बाकी पत्नियों के लिए एक बुरी मिसाल रखी।—3/1, पेज 9.

छुड़ौती बलिदान हमें छुटकारा कैसे दिलाता है?

यीशु का बलिदान हमें पाप से, जो हमारे अंदर पैदाइश से है और पाप के खतरनाक अंजाम, मौत से छुटकारा दिला सकता है। (रोमियों 6:23) यह बलिदान सच्चे मसीहियों को दोषी विवेक से छुटकारा दिलाता है। और छुड़ौती पर विश्‍वास रखने से हमें इस डर से छुटकारा मिलता है कि कहीं हम परमेश्‍वर की नज़र में दोषी तो नहीं हैं। (1 यूहन्‍ना 2:1)—3/15, पेज 8.

व्यवस्था में बतायी इस पाबंदी से हम क्या सीख सकते हैं कि बकरी के बच्चे को उसकी माता के दूध में न पकाना? (निर्गमन 23:19)

कहा जाता है कि बकरी के बच्चे को उसकी माँ के दूध में पकाना, झूठे धर्म के लोगों का एक आम रिवाज़ था। वे मानते थे कि ऐसा करने से पानी बरसेगा। (लैव्यव्यवस्था 20:23) परमेश्‍वर ने यह इंतज़ाम किया था कि बकरी के दूध से उसके बच्चों का पोषण हो और वे बढ़ सकें। बकरी के बच्चे को उसी की माँ के दूध में पकाना, माँ-बच्चे के बीच परमेश्‍वर के ठहराए बंधन की तौहीन करना है। इस पाबंदी से हमें यहोवा की कोमल करुणा देखने को मिलती है।—4/1, पेज 31.