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“चान्दी तो मेरी है, और सोना भी मेरा ही है”

“चान्दी तो मेरी है, और सोना भी मेरा ही है”

“चान्दी तो मेरी है, और सोना भी मेरा ही है”

सामान्य युग पूर्व छठी सदी में, फारस के राजा कुस्रू ने परमेश्‍वर के लोगों को बाबुल की गुलामी से आज़ाद कराया। उनमें से हज़ारों लोग, बरसों से उजाड़ पड़े यहोवा के मंदिर को दोबारा बनाने के लिए यरूशलेम वापस आए। मगर उनकी माली हालत बहुत ही खराब थी। साथ ही, उनसे बैर रखनेवाले उनके पड़ोसियों ने मंदिर बनाने के काम में रोड़ा लगाया। इसलिए उनमें से कुछ लोगों को शंका होने लगी कि क्या वे इस अहम काम को पूरा कर पाएँगे।

ऐसे हालात में यहोवा ने हाग्गै नबी के ज़रिए अपने लोगों को यकीन दिलाया कि वह उनके साथ है। उसने कहा: “मैं सारी जातियों को कम्पकपाऊंगा, और सारी जातियों की मनभावनी वस्तुएं आएंगी; और मैं इस भवन को अपनी महिमा के तेज से भर दूंगा।” रहा सवाल मंदिर बनाने के लिए पैसों का, तो हाग्गै ने उन्हें यहोवा का यह पैगाम सुनाया: “चान्दी तो मेरी है, और सोना भी मेरा ही है, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है।” (हाग्गै 2:7-9) इस हौसला बढ़ानेवाले पैगाम सुनाने के पाँच साल के अंदर ही मंदिर बनकर तैयार हो गया।—एज्रा 6:13-15.

आज हमारे समय में, जब परमेश्‍वर के सेवकों ने यहोवा की उपासना से जुड़े बड़े-बड़े कामों का बीड़ा उठाया है, तो हाग्गै के इन शब्दों से उनका भी हौसला बढ़ा है। सन्‌ 1879 में, विश्‍वासयोग्य और बुद्धिमान दास वर्ग ने प्रहरीदुर्ग पत्रिका छापनी शुरू की, जो उस वक्‍त ज़ायन्स वॉच टावर एण्ड हेराल्ड ऑफ क्राइस्ट्‌स प्रेजेंस के नाम से जानी जाती थी। उसमें कहा गया था: “हमें पूरा यकीन है कि ‘ज़ायन्स वॉच टावर पत्रिका’ के पीछे यहोवा का हाथ है। इसलिए यह पत्रिका मदद के लिए इंसानों के आगे कभी हाथ नहीं फैलाएगी, ना ही उनसे फरियाद करेगी। यहोवा कहता है: ‘पहाड़ों का सारा सोना तो मेरा है और चाँदी भी मेरी है।’ जिस दिन यहोवा दान का इंतज़ाम करने में नाकाम हो जाएगा, उस दिन हम समझ जाएँगे कि पत्रिका को बंद करने का समय आ गया है।”

तब से लेकर आज तक इस पत्रिका को बंद करने की कभी नौबत ही नहीं आयी है। अँग्रेज़ी में इसके सबसे पहले अंक की 6,000 कॉपियाँ छापी गयी थीं। आज, इस पत्रिका के हर अंक की 161 भाषाओं में औसतन 2,85,78,000 कॉपियाँ छापी जाती हैं। * इसके साथ निकलनेवाली एक और पत्रिका सजग होइए! को 81 भाषाओं में छापा जाता है और इसके हर अंक की औसत छपाई 3,42,67,000 कॉपियाँ हैं।

यहोवा के साक्षी कई काम हाथ में लेते हैं, जिनका मकसद वही होता है जो प्रहरीदुर्ग पत्रिका का है। वह है, सारे जहान के महाराजा और मालिक यहोवा की महिमा करना और उसके राज्य की खुशखबरी सुनाना। (मत्ती 24:14; प्रकाशितवाक्य 4:11) आज साक्षियों को भी उस बात का भरोसा है, जो सन्‌ 1879 में इस पत्रिका में ज़ाहिर की गयी थी। उन्हें यकीन है कि उनके काम के पीछे यहोवा का हाथ है। और जिन कामों पर उसकी आशीष होगी, उन कामों को पूरा करने के लिए पैसे भी वही मुहैया कराएगा। लेकिन, यहोवा के साक्षियों के कामों के लिए पैसा कहाँ से आता है? दुनिया-भर में सुसमाचार का प्रचार करने के लिए वे किस तरह के काम करते हैं?

पैसा कहाँ से आता है?

जब यहोवा के साक्षी लोगों को प्रचार करते हैं, तो अकसर उनसे पूछा जाता है, “क्या इस काम के लिए आपको पैसा मिलता है?” जी नहीं, इस काम के लिए उन्हें पैसा नहीं मिलता। वे अपनी मरज़ी से और बिना पैसे लिए यह काम करते हैं। ये प्रचारक, यहोवा और बाइबल में बताए सुनहरे भविष्य के बारे में दूसरों को बताने में कई घंटे बिताते हैं। और वे ऐसा इसलिए करते हैं, क्योंकि उनका दिल एहसान से भरा है। वे परमेश्‍वर के उपकारों का एहसान मानते हैं और इस बात का भी कि खुशखबरी के पैगाम ने उनके नज़रिए को बदला है और उनकी ज़िंदगी सँवारी है। इसलिए, ये सारी अच्छी बातें वे दूसरों को भी बताना चाहते हैं। ऐसा करने में वे यीशु के इस सिद्धांत को मानते हैं: “तुमने मुफ्त पाया है, मुफ्त में दो।” (मत्ती 10:8, NHT) वाकई, यहोवा और यीशु के साक्षी होने की इच्छा ही उन्हें उकसाती है कि वे अपने विश्‍वास को जग ज़ाहिर करने के लिए अपनी जेब से पैसे खर्च करें। यहाँ तक कि उन लोगों को भी संदेश सुनाएँ, जो दूर-दराज़ इलाकों में रहते हैं।—यशायाह 43:10; प्रेरितों 1:8.

प्रचार काम इतने बड़े पैमाने पर पूरा करने और इसके लिए जो ज़रिए इस्तेमाल किए जाते हैं जैसे, छपाईखाना, शाखा दफ्तर, सम्मेलन भवन, मिशनरी घर, उनके लिए काफी पैसों की ज़रूरत पड़ती है। तो फिर इन सबके लिए पैसा कहाँ से आता है? स्वेच्छा से दिए गए दान से। संगठन के काम को चलाने के लिए यहोवा के साक्षी कलीसिया के सदस्यों के आगे हाथ नहीं फैलाते, और ना ही लोगों को पत्रिकाएँ देते वक्‍त उनके लिए पैसे माँगते हैं। अगर कोई साक्षियों के इस शिक्षा देने के काम के लिए दान करना चाहता है, तो साक्षी खुशी-खुशी उसे कबूल करते हैं। आइए देखें कि दुनिया-भर में सुसमाचार फैलाने के लिए जो काम किए जाते हैं, उनमें से एक काम में कितनी मेहनत लगती है। वह है अनुवाद का काम।

437 भाषाओं में किताबें-पत्रिकाएँ

दशकों से यहोवा के साक्षियों के साहित्य का सबसे ज़्यादा भाषाओं में अनुवाद होता आया है। आज ट्रैक्टों, ब्रोशरों, पत्रिकाओं और किताबों को 437 भाषाओं में अनुवाद किया जाता है। सुसमाचार के प्रचार में शामिल दूसरे कामों की तरह, अनुवाद में भी काफी पैसा, समय और मेहनत लगती है। लेकिन अनुवाद का काम होता कैसे है?

सबसे पहले, यहोवा के साक्षियों के संपादक, अँग्रेज़ी में लिखे गए लेख की जाँच करते हैं। इसके बाद, यह लेख कंप्यूटर के ज़रिए, पूरी दुनिया में काम कर रही अनुवादकों की टीमों को भेजा जाता है, जिन्हें खास इस काम के लिए तालीम दी जाती है। हर अनुवादक टीम, उसकी भाषा में छपनेवाले साहित्य के लिए ज़िम्मेदार होती है। एक टीम में कितने लोग होंगे, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह टीम क्या-क्या अनुवाद कर रही है और अनुवाद की जानेवाली भाषा कितनी पेचीदा है। इन बातों के चलते, एक टीम में तकरीबन 5 से 25 अनुवादक हो सकते हैं।

अनुवाद हो जाने के बाद, लेख की जाँच और प्रूफरीडिंग की जाती है। इसका मकसद यह होता है कि अँग्रेज़ी भाषा में जो विचार दिए हैं, उन्हें अनुवाद की जानेवाली भाषा में साफ और सही तरीके से समझाने की पूरी-पूरी कोशिश करना। इससे अनुवादकों के सामने कई चुनौतियाँ खड़ी होती हैं और इसकी कई वजह हैं। जब अनुवादक और प्रूफरीडर एक ऐसे लेख पर काम कर रहे होते हैं जिसमें किसी खास क्षेत्र के शब्दों का इस्तेमाल किया गया हो, तो उन्हें न सिर्फ अँग्रेज़ी भाषा (या दूसरी स्रोत भाषाएँ जैसे, फ्रांसीसी, रूसी, या स्पैनिश) में, बल्कि अनुवाद की जानेवाली भाषा में भी काफी खोजबीन करनी पड़ती है, ताकि वे सही-सही अनुवाद कर सकें। मिसाल के तौर पर, जब सजग होइए! में फलाँ लेख तकनीकी विषय या इतिहास के बारे में होता है, तो उसके लिए उन्हें गहरी खोजबीन करनी पड़ती है।

बहुत-से अनुवादक, यहोवा के साक्षियों के शाखा दफ्तर में बतौर पूरे समय या पार्ट-टाइम काम करते हैं। जबकि कुछ अनुवादक ऐसे हैं, जो उन इलाकों में रहकर अनुवाद करते हैं, जहाँ उनकी भाषा बोली जाती है। अनुवादकों को अपने काम के लिए पैसा नहीं मिलता। हाँ, इतना ज़रूर है कि पूरे समय के अनुवादकों के खाने और रहने का इंतज़ाम किया जाता है। और जेब खर्च के लिए उन्हें थोड़ा भत्ता भी मिलता है। दुनिया-भर में तकरीबन 2,800 साक्षी ऐसे हैं, जो अनुवादकों के तौर पर सेवा कर रहे हैं। फिलहाल, यहोवा के साक्षियों के ऐसे 98 शाखा दफ्तर हैं, जहाँ अलग-अलग अनुवादक टीम काम करती हैं। या फिर ये शाखा दफ्तर, दूसरी जगहों में काम कर रही टीमों की निगरानी करते हैं। उदाहरण के लिए, रूस की शाखा की निगरानी में 230 से भी ज़्यादा पूरे समय के या पार्ट-टाइम अनुवादक काम करते हैं। वे 30 से भी ज़्यादा भाषाओं में अनुवाद करते हैं। इनमें चुवाश, ओसेतियन और वीगुर भाषाएँ शामिल हैं, जो बहुत कम जगहों पर बोली जाती हैं।

अनुवाद में चार चाँद लगाना

जिस किसी ने भी दूसरी भाषा सीखने की कोशिश की है, उसे मालूम होगा कि मुश्‍किल विचारों का सही-सही अनुवाद करना कोई मामूली बात नहीं। दरअसल अनुवाद करने का मकसद यह होता है कि अँग्रेज़ी भाषा में दी जानकारी और विचारों को, अनुवाद की जानेवाली भाषा में सही-सही बयान करना। साथ ही, अनुवाद की जानेवाली भाषा में उसका इस तरह अनुवाद करना कि पढ़नेवालों को लगे, जैसे लेख उसी भाषा में लिखा गया हो। लेकिन ऐसा करना एक कला है। नए अनुवादकों को इस काम में महारत हासिल करने में सालों लग जाते हैं और इसके लिए यहोवा के साक्षी उन्हें लगातार तालीम देते हैं। समय-समय पर काबिल भाई आकर अलग-अलग टीमों को तालीम देते हैं, ताकि अनुवादक अपने अनुवाद में चार चाँद लगा सकें और कंप्यूटर प्रोग्राम के इस्तेमाल में अपने हुनर को निखार सकें।

इस तरह की तालीम के बढ़िया नतीजे निकल रहे हैं। मसलन, निकारागुआ में यहोवा के साक्षियों की शाखा का कहना है: “ऐसा पहली बार हुआ है कि मेक्सिको शाखा से आए एक काबिल भाई ने हमारे मिसकिटो अनुवादकों को अनुवाद करने के तरीकों और तकनीकों के बारे में तालीम दी। इसकी वजह से हमारे अनुवादक जिस तरीके से काम करते थे, उसमें कमाल का बदलाव आया है। और अनुवाद में भी बढ़िया सुधार हुआ है।”

शब्द, जो दिल को छू जाएँ

बाइबल और बाइबल की समझ देनेवाले साहित्य को लोगों की मातृभाषा में अनुवाद करने का मकसद है, लोगों के दिलों तक पहुँचना। और आज ठीक वैसा ही हो रहा है। सन्‌ 2006 में, जब बल्गारियन भाषा में न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन ऑफ द क्रिस्चन ग्रीक स्क्रिप्चर्स्‌ रिलीज़ की गयी, तो बल्गारिया में यहोवा के साक्षी खुशी से झूम उठे। बल्गारिया का शाखा दफ्तर रिपोर्ट करता है कि बहुत-से लोगों ने अपनी कदरदानी ज़ाहिर करने के लिए खत भेजे। कलीसिया के भाई-बहनों का कहना है कि “अब बाइबल सिर्फ उनकी समझ में ही नहीं आती, बल्कि उनके दिल को भी छू जाती है।” सोफिया शहर के एक बुज़ुर्ग ने कहा: “मैं कई साल से बाइबल पढ़ता आया हूँ, मगर आज तक मैंने ऐसी बाइबल नहीं पढ़ी जो समझने में इतनी आसान हो और जिसकी बातें दिल में घर कर जाएँ।” उसी तरह, अल्बेनियाई भाषा में न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन बाइबल की अपनी कॉपी पाने के बाद अल्बेनिया की एक साक्षी ने कहा: “अल्बेनियाई भाषा में परमेश्‍वर का वचन मानो कानों में मिश्री घोलता है! हमारे लिए इससे बड़े सम्मान की बात और क्या हो सकती है कि यहोवा हमसे हमारी भाषा में बात करे!”

पूरी बाइबल का अनुवाद करने में एक टीम को शायद सालों लग जाएँ। मगर जब यह बाइबल तैयार हो जाती है, तो लाखों लोग परमेश्‍वर के वचन को पहली बार अच्छी तरह समझने लगते हैं। ऐसे में, क्या आप नहीं कहेंगे कि उनकी सालों की मेहनत वाकई रंग लायी है?

“हम परमेश्‍वर के सहकर्मी हैं”

सुसमाचार का अच्छी तरह प्रचार करने में अनुवाद एक ज़रूरी भूमिका निभाता है। मगर सुसमाचार को फैलाने में और भी दूसरे ज़रूरी काम शामिल हैं। जैसे, बाइबल की समझ देनेवाली किताबों-पत्रिकाओं को लिखना, छापना और उन्हें कलीसियाओं तक भेजना। साथ ही, इसमें यहोवा के साक्षियों की शाखाओं, सर्किटों और कलीसियाओं से जुड़े और भी बहुत-से काम शामिल हैं। इन सब कामों को पूरा करने में बहुत मेहनत लगती है और काफी पैसों की ज़रूरत पड़ती है। इसके लिए परमेश्‍वर के लोग “खुशी से अपने आप को पेश करते हैं।” (भजन 110:3, किताब-ए-मुकद्दस) वे इन कामों में योगदान देने की बात को एक अनमोल सुअवसर समझते हैं। नतीजा, यहोवा उन्हें अपने “सहकर्मी” मानता है, जो कि उनके लिए एक बहुत बड़ा सम्मान है।—1 कुरिन्थियों 3:5-9.

यह सच है कि यहोवा को अपना काम पूरा करवाने के लिए इंसानों के पैसों की ज़रूरत नहीं है। क्योंकि उसने कहा है: “चान्दी तो मेरी है, और सोना भी मेरा ही है।” फिर भी, उसके सेवक उसके नाम को पवित्र करने में हिस्सा ले सकते हैं। वह कैसे? उसने उन्हें प्रचार काम के लिए दान करने का अनमोल सुअवसर दिया है, जिस काम से “सब जातियों” के लोगों की जान बच सकती है। (मत्ती 24:14; 28:19, 20) क्या आपका दिल नहीं करता कि आप इस काम में अपना पूरा-पूरा सहयोग दें, जो फिर कभी नहीं दोहराया जाएगा? (w07 11/1)

[फुटनोट]

^ भाषाओं की सूची के लिए, इस पत्रिका का पेज 2 देखिए।

[पेज 22 पर बक्स]

‘ये हमें गहराई से सोचने के लिए उकसाती हैं’

एक 14 साल की लड़की ने कैमरून में यहोवा के साक्षियों के शाखा दफ्तर को लिखा: “मैंने इस साल के लिए स्कूल की ज़रूरी चीज़ें खरीदने के बाद, पिछले साल की दो किताबें 2,500 फ्रैंक [लगभग 225 रुपये] में बेच दीं। इन पैसों के साथ मैं 910 फ्रैंक [लगभग 82 रुपये] भी दान कर रही हूँ, जो मैंने जमा किए थे। आप लोग बहुत अच्छा काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहिए। प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिकाओं के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया। ये हमें सचमुच गहराई से सोचने के लिए उकसाती हैं।”

[पेज 22 पर बक्स/तसवीर]

एक बेजोड़ दान

मेक्सिको के शाखा दफ्तर को छः साल के मानवेल से एक खत मिला। वह चीऑपस राज्य का रहनेवाला है। मानवेल को अभी लिखना नहीं आता, इसलिए उसने अपने दोस्त से यह खत लिखवाया था। खत में मानवेल कहता है: “मेरी नानी ने मुझे एक सूअरनी दी थी। जब उसने बच्चे दिए, तो मैंने उनमें से सबसे अच्छावाला चुना। उसे पालने में कलीसिया के भाइयों ने मेरी मदद की। जब वह बड़ा हुआ, तो उसका वज़न 100 किलो था। मैंने उसे 1,250 पेसोस [लगभग 4,950 रुपये] में बेच दिया। मैं ढेर सारे प्यार के साथ आपको ये पैसे दान कर रहा हूँ। प्लीज़ इसे यहोवा के लिए इस्तेमाल कीजिए।”

[पेज 23 पर बक्स]

‘इस पैसे से बाइबल का अनुवाद कीजिए’

सन्‌ 2005 में, यूक्रेन में हुए यहोवा के साक्षियों के ज़िला अधिवेशनों में यूक्रेनियन भाषा में न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन ऑफ द क्रिस्चन ग्रीक स्क्रिप्चर्स्‌ रिलीज़ की गयी। अगले दिन एक अधिवेशन हॉल में रखी दान पेटी में एक खत पाया गया। खत में लिखा था: “मैं नौ साल की हूँ। ग्रीक स्क्रिप्चर्स्‌ के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया। मम्मी मुझे और मेरे छोटे भाई को स्कूल जाने के लिए बस का किराया देती थी। लेकिन जब बारिश नहीं होती थी, तो हम पैदल स्कूल जाते थे। इस तरह हमने 50 रिवनीआ [लगभग 450 रुपये] बचाए। मैं और मेरा भाई चाहते हैं कि इस पैसे से आप यूक्रेनियन में पूरी बाइबल का अनुवाद करें।”

[पेज 20 पर बक्स]

कुछ लोग इन तरीकों से दान करते हैं

दुनिया-भर में होनेवाले काम के लिए दान

बहुत-से लोग एक निश्‍चित रकम दान-पेटी में डालते हैं जिस पर लिखा होता है, “दुनिया-भर में होनेवाले काम के लिए दान—मत्ती 24:14.”

हर महीने कलीसियाएँ यह रकम यहोवा के साक्षियों के शाखा दफ्तर को भेजती हैं, जो उनके देश में साक्षियों के प्रचार काम पर निगरानी करता है। आप चाहें तो पैसों का दान सीधे उन दफ्तरों को भी भेज सकते हैं जिनके पते इस पत्रिका के पेज 2 पर दिए गए हैं। अगर आप चेक के ज़रिए दान करना चाहते हैं, तो चेक “Watch Tower” को देय किया जाना चाहिए। गहने या दूसरी कीमती चीज़ें भी दान की जा सकती हैं। मगर इसके साथ एक छोटा-सा पत्र भी भेजना चाहिए जिसमें यह लिखा हो कि हम इसे एक तोहफे के रूप में भेज रहे हैं।

सशर्त दान का इंतज़ाम *

इस इंतज़ाम के तहत, दुनिया-भर में हो रहे कामों के लिए पैसे वॉच टावर को दान किए जा सकते हैं। इसमें दान करनेवाला व्यक्‍ति अगर दान वापस चाहे, तो उसे लौटाया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने देश के शाखा दफ्तर से संपर्क कीजिए।

दान देने की योजनाएँ *

पैसों की भेंट देने और सशर्त दान देने के अलावा, आप अपने देश के नियमों के मुताबिक दूसरे तरीकों से भी दान कर सकते हैं।

बीमा: वॉच टावर को जीवन बीमा पॉलिसी या रिटायरमेंट/पेंशन योजना का बेनेफीशयरी बनाया जा सकता है।

बैंक खाते: बैंक खाते, डिपॉज़िट के सर्टिफिकेट या निजी रिटायरमेंट खाते, अपने इलाके के बैंक के नियमों के मुताबिक वॉच टावर के लिए ट्रस्ट में रखे जा सकते हैं या फिर मृत्यु पर देय किए जा सकते हैं।

स्टॉक्स और बॉन्ड्‌स: स्टॉक्स और बॉन्ड्‌स, वॉच टावर को भेंट किए जा सकते हैं।

ज़मीन-जायदाद: अगर बेचने लायक ज़मीन-जायदाद है, तो उसे सीधे भेंट किया जा सकता है या अगर वह आपकी रहने की जगह है, तो उसे संस्था के नाम लिखा जा सकता है। और जीते-जी आप उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। मगर अपनी ज़मीन-जायदाद संस्था के नाम लिखने से पहले आपको अपने देश के शाखा दफ्तर से संपर्क करना चाहिए।

गिफ्ट एन्युटी: गिफ्ट एन्युटी एक ऐसा इंतज़ाम है जिसमें एक व्यक्‍ति अपना पैसा, या शेयर्स वगैरह में लगायी अपनी पूँजी, यहोवा के साक्षियों के ठहराए निगम के नाम करता है। बदले में, दान करनेवाले को या जिसको उसने चुना है, ज़िंदगी भर के लिए हर साल एन्युटी की निश्‍चित रकम मिलती है। जिस साल गिफ्ट एन्युटी शुरू की जाती है, उस साल दान करनेवाले को कर में रिआयत मिलती है।

वसीयतनामा और ट्रस्ट: वसीयत करने के ज़रिए आप अपनी संपत्ति या पैसा कानूनी तौर पर वॉच टावर के नाम कर सकते हैं या वॉच टावर को ट्रस्ट एग्रीमैंट का बेनेफीशयरी बना सकते हैं। हालाँकि कुछ देशों में, जो ट्रस्ट किसी धार्मिक संगठन को फायदा पहुँचाता है, उसे कर के मामले में कुछ खास रिआयतें मिल सकती हैं, लेकिन भारत में ऐसा नहीं है।

जैसा कि “दान देने की योजनाएँ” शब्द ज़ाहिर करते हैं, इसमें दान देनेवाले व्यक्‍ति को कुछ योजनाएँ बनाने की ज़रूरत होती है। इसलिए जो इस बक्स में बताए किसी-न-किसी तरीके से, संसार भर में किए जानेवाले यहोवा के साक्षियों के काम को फायदा पहुँचाना चाहता है, उसकी मदद करने के लिए अँग्रेज़ी और स्पैनिश भाषा में एक ब्रोशर तैयार किया गया है। इसका शीर्षक है, दुनिया-भर में राज्य सेवा को फायदा पहुँचाने के लिए दान देने की योजनाएँ। * ब्रोशर में उन अलग-अलग तरीकों के बारे में बताया गया है जिनसे एक व्यक्‍ति अभी या मौत होने पर वसीयत के ज़रिए अपनी संपत्ति या पैसा भेंट कर सकता है। इसे पढ़ने और अपने कानूनी या कर सलाहकार से विचार-विमर्श करने के बाद, कई लोग दुनिया-भर में हो रहे यहोवा के साक्षियों के काम में मदद दे पाए हैं और ऐसा करने से उन्हें कर के मामले में बहुत फायदा भी हुआ है।

ज़्यादा जानकारी के लिए, आप नीचे दिए पते पर यहोवा के साक्षियों से खत या फोन के ज़रिए संपर्क कर सकते हैं या आपके देश में साक्षियों के काम की निगरानी करनेवाले दफ्तर से संपर्क कर सकते हैं।

Jehovah’s Witnesses,

Post Box 6440,

Yelahanka,

Bangalore 560 064,

Karnataka.

Telephone: (080) 28468072

[फुटनोट]

^ भारत में लागू नहीं होता।

^ ध्यान दें: अलग-अलग देशों में कर देने के अलग-अलग नियम हो सकते हैं। कर के नियमों और योजनाओं के बारे में अपने अकाउंटेंट या वकील से सलाह-मशविरा कीजिए। इस मामले में कोई भी फैसला करने से पहले, अपने देश के शाखा दफ्तर से भी सलाह-मशविरा कीजिए।

^ यह ब्रोशर भारत में उपलब्ध नहीं है।