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प्रचार में धीरज धरने के लिए आप क्या कर सकते हैं?

प्रचार में धीरज धरने के लिए आप क्या कर सकते हैं?

प्रचार में धीरज धरने के लिए आप क्या कर सकते हैं?

क्या कभी आप इतने पस्त और निराश हुए हैं कि आपको लगा बस, प्रचार काम मुझसे अब और नहीं होगा? कड़ा विरोध, गहरी चिंता, खराब सेहत, साथियों का दबाव या प्रचार में अच्छे नतीजे न मिलने पर शायद हमें प्रचार करते रहना मुश्‍किल लगे। अगर ऐसी बात है, तो ज़रा यीशु की मिसाल पर गौर कीजिए। यीशु पर कड़ी-से-कड़ी परीक्षाएँ आयीं, मगर ‘जो आनन्द उसके आगे धरा था,’ उसकी वजह से वह उनका सामना कर पाया। (इब्रा. 12:2) वह जानता था कि परीक्षाओं में धीरज धरकर वह यहोवा पर लगाए इलज़ामों को झूठा और बेबुनियाद साबित कर सकता है और इस तरह यहोवा का दिल खुश कर सकता है।—नीति. 27:11.

प्रचार में धीरज धरकर आप भी यहोवा का दिल खुश कर सकते हैं। लेकिन तब क्या, जब आपको लगे कि कुछ मुश्‍किलों की वजह से आपमें प्रचार करने का जोश कम होने लगा है? क्रिस्टीना नाम की एक बुज़ुर्ग बहन को ही लीजिए जिसकी सेहत खराब रहती है। वह कहती है: “मैं अकसर मायूस और निढाल महसूस करती हूँ। आए दिन की चिंताओं और बुढ़ापे की तकलीफों से कभी-कभी मेरा जोश ठंडा होने लगता है।” अगर आप भी ऐसी मुश्‍किलों का सामना कर रहे हैं, तो क्या बात आपको प्रचार में लगे रहने में मदद दे सकती है?

भविष्यवक्‍ताओं की मिसाल पर चलिए

प्रचार में लगे रहने के लिए आज वफादार प्रचारक, प्राचीन समय के भविष्यवक्‍ताओं के जैसा नज़रिया रखने की कोशिश कर सकते हैं। यिर्मयाह की मिसाल लीजिए। जब परमेश्‍वर ने उसे भविष्यवाणी करने का काम सौंपा, तो पहले वह झिझक रहा था। लेकिन फिर उसने यहोवा पर भरोसा करना सीखा और इस वजह से वह 40 से भी ज़्यादा सालों तक इस मुश्‍किल काम में लगा रहा।—यिर्म. 1:6; 20:7-11.

हेनरिक को यिर्मयाह की मिसाल से बहुत हौसला मिलता है। वह कहता है: “मुझे प्रचार करते हुए 70 से भी ज़्यादा साल हो चुके हैं। इस दौरान, कभी-कभी लोगों की बेरुखी या उनका विरोध देखकर मैं बहुत निराश हो जाता हूँ। ऐसे समय में, मैं यिर्मयाह की मिसाल याद करता हूँ। वह यहोवा से बहुत प्यार करता था और उस पर पूरा भरोसा रखता था। इन्हीं बातों ने उसे भविष्यवाणी करते रहने की हिम्मत दी।” (यिर्म. 1:17) राफेयु को भी यिर्मयाह की मिसाल से काफी प्रेरणा मिली है। वह कहता है: “यिर्मयाह को खुद की या अपनी भावनाओं की चिंता नहीं थी। वह यहोवा का दिया काम पूरा करना चाहता था और इसके लिए वह पूरी तरह से यहोवा पर निर्भर था। हालाँकि वह लोगों को फूटी आँख नहीं सुहाता था, लेकिन वह निडरता से अपनी सेवा करता रहा। मैं इन बातों को हमेशा याद रखने की कोशिश करता हूँ।”

यशायाह भविष्यवक्‍ता की मिसाल से भी कई लोगों को प्रचार काम में धीरज धरने में मदद मिलती है। जब परमेश्‍वर ने उसे अपने जाति-भाइयों को प्रचार करने की ज़िम्मेदारी दी, तो उसने फौरन कहा: “मैं यहां हूं! मुझे भेज।” यहोवा ने यह भी कहा, “इन लोगों के मन को मोटे और उनके कानों को भारी कर,” यानी वे उसके प्रचार पर कोई कान नहीं देंगे। (यशा. 6:8-10) तो क्या इसका यह मतलब है कि यशायाह अपने प्रचार में नाकाम रहता? यहोवा ने उसे नाकाम नहीं समझा बावजूद इसके कि लोगों ने उसका संदेश ठुकराया। इसलिए यशायाह ने भविष्यवाणी करना नहीं छोड़ा और अपने काम में लगा रहा। क्या आप भी प्रचार में यशायाह के जैसा रवैया दिखाते हैं?

यशायाह की तरह अपनी सेवा में लगे रहने के लिए ज़रूरी है कि जब लोग हमारा संदेश ठुकराते हैं, तो हम उस बारे में ज़्यादा न सोचें। राफेयु बताता है कि वह ऐसे हालात का सामना कैसे करता है। उसका कहना है: “मैं कोशिश करता हूँ कि मैं लोगों की कड़वी बातों पर ध्यान न दूँ। उन्हें हमारा संदेश कबूल करने या ठुकराने का पूरा हक है।” आना कहती है: “अगर प्रचार में मेरे साथ कोई बुरा अनुभव होता है, तो मैं उस बारे में सोचती नहीं रहती। मैंने पाया है कि प्रचार में जाने से पहले प्रार्थना करना और दिन का वचन पढ़ना बहुत मददगार होता है। इससे मेरे दिलो-दिमाग में अगर कोई निराश करनेवाली बात होती है, तो वह तुरंत दूर हो जाती है।”

यहोवा का एक और भविष्यवक्‍ता था यहेजकेल, जो बाबुल में ढीठ यहूदी बंधुओं के बीच प्रचार करता था। (यहे. 2:6) अगर यहेजकेल लोगों को परमेश्‍वर का वचन न सुनाता और कोई दुष्ट चेतावनी सुने बगैर मर जाता, तो उसकी मौत के लिए यहेजकेल को ज़िम्मेदार ठहराया जाता। यहोवा ने यहेजकेल से कहा: “उसके खून का लेखा मैं तुझी से लूंगा।”—यहे. 3:17, 18.

हेनरिक यहेजकेल की तरह नज़रिया अपनाने की कोशिश करता है। वह कहता है: “मैं सब लोगों के खून के दोष से निष्कलंक रहना चाहता हूँ। आखिर लोगों की ज़िंदगी दाँव पर लगी है।” (प्रेरि. 20:26, 27) ज़बिगन्येव भी कुछ ऐसा ही महसूस करता है। वह कहता है: “यहेजकेल को प्रचार करते रहना था, फिर चाहे लोग उसके बारे में कुछ भी सोचें। उसकी मिसाल से मैं यह सीखता हूँ कि मुझे प्रचार काम को उसी नज़र से देखना चाहिए, जैसा हमारा सिरजनहार देखता है।”

आप अकेले नहीं हैं

जब आप प्रचार काम में हिस्सा लेते हैं, तो आप अकेले नहीं होते हैं। प्रेरित पौलुस की तरह हम भी कह सकते हैं: “हम परमेश्‍वर के सहकर्मी हैं।” (1 कुरि. 3:9) क्रिस्टीना कबूल करती है कि कभी-कभार वह मायूस हो जाती है। वह कहती है: “इसलिए मैं बार-बार गिड़गिड़ाकर यहोवा से हिम्मत माँगती हूँ। और वह हर बार मेरी सुनता है।” जी हाँ, प्रचार में हमें परमेश्‍वर की पवित्र शक्‍ति की सख्त ज़रूरत है।—जक. 4:6.

प्रचार में हिस्सा लेने पर पवित्र शक्‍ति हमें अपने अंदर ऐसे गुण बढ़ाने में भी मदद देती है, जिन्हें ‘पवित्र शक्‍ति के फल’ (NW) कहा जाता है। (गल. 5:22, 23) इससे हम प्रचार काम में लगे रह पाते हैं, फिर चाहे लोग सुनें या न सुनें। हेनरिक बताता है: “प्रचार काम में लगे रहने से मैं अपने अंदर अच्छे गुण बढ़ा पाया हूँ। मैंने सब्र करना, जल्दी हार न मानना और दूसरों का लिहाज़ करना सीखा है।” तरह-तरह की रुकावटों के बावजूद प्रचार में धीरज धरने से आप अपनी ज़िंदगी में पवित्र शक्‍ति के फल बहुतायत से दिखा पाएँगे।

प्रचार के इस अनोखे काम में यहोवा अपने स्वर्गदूतों को भी इस्तेमाल करता है। (प्रका. 14:6) बाइबल बताती है कि इन स्वर्गदूतों की “गिनती लाखों और करोड़ों” में है। (प्रका. 5:11) ये स्वर्गदूत यीशु की निगरानी में काम करते हैं और धरती पर परमेश्‍वर के सेवकों की मदद करते हैं। जब आप प्रचार में होते हैं, तो क्या आप इस बात को ध्यान में रखते हैं?

आना कहती है: “जब मैं इस बात पर मनन करती हूँ कि प्रचार काम में स्वर्गदूत हमारे साथ हैं, तब मुझे बड़ी हिम्मत मिलती है। वे यहोवा और यीशु की निगरानी में हमें जो मदद देते हैं, उसकी मैं तहेदिल से कदर करती हूँ।” वाकई, वफादार स्वर्गदूतों के साथ मिलकर काम करना क्या ही सम्मान की बात है!

प्रचार में लगे रहने के लिए दूसरे प्रचारकों से भी हमें मदद मिलती है। यह हमारे लिए कितनी बड़ी आशीष है कि हम वफादार साक्षियों की इस बड़ी भीड़ से अपनी जान-पहचान बढ़ा सकते हैं। बेशक आपने बाइबल की इस कहावत को सच होते पाया होगा: “जैसे लोहा लोहे को चमका देता है, वैसे ही मनुष्य का मुख अपने मित्र की संगति से चमकदार हो जाता है।”—नीति. 27:17.

दूसरों के साथ प्रचार करने से हमें यह सीखने का बढ़िया मौका मिलता है कि वे प्रचार में किन असरदार तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। शायद हमने ये तरीके पहले कभी न आज़माए हों। एलज़बीएटा कहती है: “अलग-अलग भाई-बहनों के साथ काम करने से मुझे उन्हें और प्रचार में मिलनेवाले लोगों को प्यार दिखाने के मौके मिलते हैं।” क्यों न आप भी अलग-अलग प्रचारकों के साथ प्रचार में जाने की कोशिश करें? इससे आपको अपनी सेवा में बहुत मज़ा आएगा।

अपना अच्छा खयाल रखिए

प्रचार में अपना जोश बनाए रखने के लिए अच्छी योजनाएँ बनाना, नियमित तौर पर निजी अध्ययन करना और भरपूर आराम लेना ज़रूरी है। दूसरे शब्दों में कहें तो हमें यहोवा के साथ अपने रिश्‍ते और अपनी सेहत, दोनों का खयाल रखना चाहिए।

बाइबल कहती है: “परिश्रमी की योजनाएं निःसन्देह लाभदायक होती हैं।” (नीति. 21:5, NHT) अठासी साल का ज़िगमूंट कहता है: “एक अच्छा शेड्‌यूल होने की वजह से मैं अपने लक्ष्यों को हासिल कर पाता हूँ। मैं अपना समय इस तरह बाँटता हूँ ताकि प्रचार में ज़्यादा-से-ज़्यादा समय बिता सकूँ।”

बाइबल का अच्छा ज्ञान होने से हमें हिम्मत मिलती है और हम अच्छी तरह प्रचार कर पाते हैं। जिस तरह काम करते रहने के लिए खाना ज़रूरी है, उसी तरह प्रचार काम में लगे रहने के लिए आध्यात्मिक भोजन नियमित लेना ज़रूरी है। यह ‘भोजन समय पर’ लेने यानी परमेश्‍वर का वचन रोज़ाना पढ़ने से प्रचार के लिए हमारे अंदर जोश भर आएगा।—मत्ती 24:45-47.

प्रचार में अपनी काबिलीयतें बढ़ाने के लिए एलज़बीएटा ने अपनी ज़िंदगी में कई बदलाव किए। वह बताती है: “मैंने टी.वी. देखना बहुत कम कर दिया है ताकि मैं प्रचार की तैयारी में ज़्यादा समय लगा सकूँ। हर शाम जब मैं बाइबल पढ़ती हूँ, तो मैं उन लोगों के बारे में सोचती हूँ जिनसे मैं प्रचार में मिली थी। मैं ऐसे वचनों और लेखों को ढूँढ़ती हूँ, जिनसे उन्हें फायदा हो सकता है।”

भरपूर आराम लेने से आपमें दमखम होगा और आप प्रचार में ज़्यादा-से-ज़्यादा कर पाएँगे। इसके उलट, मनोरंजन में बहुत ज़्यादा समय बिताने से हम अच्छी तरह गवाही नहीं दे पाएँगे। आन्जे नाम का एक जोशीला प्रचारक बताता है: “भरपूर आराम न लेने से आप पस्त हो जाएँगे। और ऐसे में आप बड़ी आसानी से निराशा के शिकार हो सकते हैं। मैं पूरी-पूरी कोशिश करता हूँ कि मेरे साथ ऐसा कभी न हो।”—सभो. 4:6.

सुसमाचार सुनाने में जी-तोड़ मेहनत करने के बाद भी बहुत कम लोग हमारा संदेश कबूल करते हैं। पर यहोवा हमारे कामों को कभी नहीं भूलेगा। (इब्रा. 6:10) भले ही घर-घर के प्रचार में ज़्यादातर लोग हमसे बात करना पसंद न करें, मगर हो सकता है कि हमारे जाने के बाद वे दूसरों से हमारे बारे में बात करें। कुछ वैसा ही जैसा यहेजकेल के दिनों में हुआ था: लोग “जान लेंगे कि हमारे बीच एक भविष्यद्वक्‍ता प्रगट हुआ है।” (यहे. 2:5) यह सच है कि हमारी सेवा आसान नहीं, लेकिन इसमें लगे रहने से हमें और उन लोगों को फायदा होता है, जो हमारी सुनते हैं।

ज़िगमूंट कहता है: “प्रचार में हिस्सा लेने से हमें नया मनुष्यत्व धारण करने, साथ ही परमेश्‍वर और दूसरे इंसानों के लिए प्यार दिखाने में मदद मिलती है।” आन्जे कहता है, “जान बचाने के इस काम में शरीक होना वाकई एक बड़ा सम्मान है। यह काम दोबारा इतने बड़े पैमाने पर और ऐसे हालात में कभी नहीं किया जाएगा।” जी हाँ, प्रचार में लगे रहने से आप भी इन मसीहियों की तरह बेशुमार आशीषें पा सकते हैं।—2 कुरि. 4:1, 2.

[पेज 31 पर तसवीरें]

यहोवा के साथ अपने रिश्‍ते और अपनी सेहत, दोनों का खयाल रखने से हम प्रचार में लगे रह सकते हैं