विषय-सूची
विषय-सूची
15 मार्च, 2009
अध्ययन के लिए
दिए गए हफ्तों के लिए अध्ययन लेख:
4-10 मई, 2009
पेज 11
गीत नं. 29 (222), 2 (15)
11-17 मई, 2009
पेज 15
गीत नं. 11 (85), 18 (162)
18-24 मई, 2009
यहोवा को हक है कि हम संग मिलकर उसकी स्तुति करें
पेज 20
गीत नं. 26 (212), 17 (187)
25-31 मई, 2009
धर्मी जन सदा तक परमेश्वर की स्तुति करते रहेंगे
पेज 24
गीत नं. 22 (130), 20 (93)
अध्ययन लेखों का मकसद
अध्ययन लेख 1, 2 पेज 11-19
ये दो लेख हमें याद दिलाते हैं कि परमेश्वर ने हमारे सामने जो इनाम रखा है, उस पर नज़र जमाए रखना क्यों बेहद ज़रूरी है। भविष्य में जो सनसनीखेज़ घटनाएँ घटेंगी, उन पर हम चर्चा करेंगे और हमें सचेत रहने के लिए उकसाया जाएगा।
अध्ययन लेख 3, 4 पेज 20-28
इन लेखों में भजन 111 और 112 पर चर्चा की गयी है। ये दोनों भजन एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और मेल खाते हैं। गौर कीजिए कि भजन 111 में यहोवा के हैरतअंगेज़ कामों और बढ़िया गुणों के लिए उसकी स्तुति की गयी है। भजन 112 दिखाता है कि यहोवा के महान कामों पर मनन करने से हमारे अंदर यह डर पैदा होना चाहिए कि हम कभी-भी यहोवा को नाराज़ न करें और यहोवा के जैसे बेजोड़ गुण अपने अंदर पैदा करने की कोशिश करें।
इस अंक में ये लेख भी हैं:
‘यहोवा का दूत चारों ओर छावनी किए हुए है’
पेज 3
पेज 6
प्रचार में धीरज धरने के लिए आप क्या कर सकते हैं?
पेज 29
पेज 32